Kanker Naxal Encounter: CG 18 नक्सलियों का एनकाउंटर, कई बड़े नक्सली नेता भी मारे गए, नक्सलियों और जवानों के बीच मुठभेड़, बीएसएफ के इंस्पेक्टर सहित तीन जवान घायल
Kanker Naxal Encounter:कांकेर में नक्सलियों और जवानों के बीच मे मुठभेड़ हो गई। पुलिस का दावा है कि इस मुठभेड़ में करीब 18 के आसपास नक्सली मारे गए है। इसकी पुष्टि बस्तर संभाग आईजी सुंदरराज पी ने की है।
Kanker Naxal Encounter कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर में नक्सलियों और जवानों के बीच मे मुठभेड़ हो गई। पुलिस का दावा है कि इस मुठभेड़ में करीब 18 के आसपास नक्सली मारे गए है। इसकी पुष्टि बस्तर संभाग आईजी सुंदरराज पी ने की है। थोड़ी देर बाद कांकेर पुलिस ने प्रेसनोट जारी कर नक्सलियों की जानकारी साझा करेगी है।
नक्सलियों की सूचना पर जवानों का ऑपरेशन
जानकारी के मुताबिक, आज लगभग डेढ़ से दो बजे के बीच कांकेर जिला के छोटेबैठिया क्षेत्र के बिनागुण्डा एवं कोरोनार के मध्य हापाटोला के जंगल में नक्सलियों के होने की सूचना मिली थी। इस सूचना पर डीआरजी, एवं बीएसएफ की संयुक्त पार्टी ऑपरेशन पर निकली थी। जवानों को आते देख नक्सलियों ने फायरिंग कर दिया। जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की। दोनों के बीच में मुठभेड़ चली और फिर नक्सली भाग निकले। BSF के इंस्पेक्टर के पैर में गोली लगी है और अब वह खतरे से बाहर बताये जा रहे हैं। वहीं 2 डीआरजी जवान भी घायल हैं। घायलों को एयर लिफ्ट कर रायपुर लाया जा रहा है।
18 नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि
बताया जा रहा है लगभग 18 नक्सली इस मुठभेड़ में मारे गए है। खबर ये है कि जवानों ने नक्सलियों के 12 शव बरामद कर लिए है। खबर ये भी है कि एरिया कमेटी मेम्बर शंकर राव, ललिता और राजू सहित कई बड़े नक्सली नेता भी मारे गए है। शंकर राव पर 25 लाख का इनाम घोषित था। नीचे देखें वीडियो....
फिलहाल सर्चिंग जारी है। साथ ही मौके से भारी मात्रा में हथियार बरामद करने की जानकारी भी मिली है। घटनास्थल से नक्सलियों के 4 AK-47 , 3 LMG और इंसांस रायफल बरामद हुआ है।
बीजापुर में 13 दिन पहले नक्सली मुठभेड़
जानकारी के लिए बता दें कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के कोरचोली और लेंड्रा के जंगल में 2 अप्रैल को मुठभेड़ हुई थी। जिसमें 13 नक्सली मारे गए थे। साथ ही भारी संख्या में नक्सली घायल हुए थे। गंगालूर थाना क्षेत्र के लेंड्रा में दो अप्रैल को हुए मुठभेड़ में 13 में से 11 नक्सली की पहचान हुई थी। मृतकों में पीएलजीएस कंपनी दो के सुखराम हेमला, हूंगा परसी, लक्खू कोरसा, डिवीसीएम सीतक्का (जितरू , डीवीसी की पत्नी), दुला कुहराम, सोनू अवलम, सुदरू हेमला, चैतु पोटाम, लच्छू कड़ती, लक्ष्मी ताती व कमली कुंजाम के रूप में हुई थी।
10 दिन पहले भी मुठभेड़
छत्तीसगढ़- तेलंगाना बॉर्डर के उसूर थाना क्षेत्र में पुलिस को सूचना मिली थी कि तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के बॉर्डर में बीजापुर जिले के पुजारी कांकेर के कर्रीगुटा के जंगल में छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के नक्सलियों की होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद छत्तीसगढ़ पुलिस और तेलंगाना की ग्रेहाउंड फोर्स के नेतृत्व में नक्सल विरोधी अभियान चलाया गया। 5 अप्रैल शुक्रवार रात जवान कर्रीगुटा के जंगलों में पहुंचे और दोनों तरफ से नक्सलियों को घेर लिया गया। जिसके बाद शनिवार की सुबह पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में तीन नक्सली मारे गए है। मुठभेड़ के बाद कई नक्सली भाग गए हैं। घटना स्थल से एक LMG और एक AK 47 समेत कई हथियार बरामद किये गए थे।
19 अप्रैल मतदान
बता दें बस्तर में 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होना है। बस्तर सबसे ज्यादा नक्सल हिंसा से प्रभावित क्षेत्र है। बीते कुछ दिनों से लगातर संभाग में मुठभेड़ चल रही है। फिलहाल पुलिस संभाग में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने में जुटी हुई है।