Janjgir News: आरक्षक सस्पेंड: वर्दी में शराब पीते आरक्षक का VIDEO वायरल, एसपी ने किया निलंबित
Janjgir News: आरक्षक वर्दी में बस स्टैंड में बैठकर शराब पी रहा था। आसपास से गुजर रहे लोगों से भी उसे फर्क नहीं पड़ रहा था। इसका वीडियो वायरल होने पर एसपी ने आरक्षक को निलंबित कर दिया है।

Janjgir News: जांजगीर। शहर में बस स्टैंड में एक आरक्षक वर्दी में ड्यूटी टाइम पर जाम छलका रहा था। इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। सार्वजनिक जगह में जाम छलकाने के बारे में लोगों के पूछने पर आरक्षक ने बताया कि यहां कई पुलिस वाले सहित आम लोग भी जाम छलकाते हैं। इसलिए मैं भी शराब का सेवन कर रहा हूं। पुलिस विभाग के वर्दीधारी आरक्षक के इस तरह के आचरण से लोगों में नाराजगी फैल गई है। वहीं वायरल वीडियो के आधार पर एसपी ने आरक्षक को निलंबित कर दिया है।
वीडियो कल सोमवार को बस स्टैंड का है। बस स्टैंड के अंदर एक आरक्षक वर्दी में शराब का सेवन करते दिखा। पास में दो देशी शराब की बॉटल व चखना भी मौजूद था। वह वर्दी की ठाठ में आराम से सार्वजनिक जगह में बेहिचक शराब पी रहा था। कई लोग बस स्टैंड परिसर में आ जा रहे थे, लेकिन उसको किसी प्रकार का कोई असर नहीं हो रहा था। जबकि आरक्षक पुलिस की वर्दी में था। जब पुलिसकर्मी से पूछा गया कि आप सार्वजनिक जगह में वर्दी पहनकर शराब का सेवन का क्यों कर रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि यहां पर कई पुलिस वाले सहित आम लोग शराब पीते हैं। मेरा कुछ दिन पहले ही बस्तर से ट्रांसफर हुआ है। अभी फिलहाल लाइन में हूं।
ना वर्दी का लिहाज, ना ड्यूटी रही याद
पुलिसकर्मी ने बताया कि वह लाइन में पदस्थ है। आरक्षक का नाम राहुल दास महंत है। आरक्षक को ना अपनी ड्यूटी लिहाज था और न अपने वर्दी की गरिमा का। वह वायरल वीडियो में वर्दी में ही शराब पीते दिखाई दे रहा है। वीडियो में सामने रखी शराब की बोतल साफ दिखाई दे रही है। ऐसा लग रहा है कि आरक्षक ने बस स्टैंड को ही बार बना डाला है। वहीं वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक विजय पांडे ने आरक्षक राहुल दास महंत को निलंबित कर दिया है।
एकमात्र बस स्टैंड बना शराबियों का अड्डा
शहर का एकमात्र बस स्टैंड में जहां शाम नहीं बल्कि सुबह से शराब की महफिल सजती है। शाम को बस स्टैंड परिसर बार बन जाता है। यहां चखना से लेकर सभी सामान पहुंच जाता है। शराबियों से आसपास के लोग भारी परेशान हैं। साथ ही इस वजह से यहां बसों का आना नहीं होता, साथ ही यात्री भी नहीं पहुंचते।
