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Jagdalpur Ranger Suspended: शराब के नशे में धुत्त रेंजर पहुंचे वन भर्ती प्रक्रिया में, अभ्यर्थियों से किया अभद्र व्यवहार, निलंबित...

Jagdalpur Ranger Suspended:शराब के नशे में धुत्त रेंजर ने वनरक्षक भर्ती स्थल में पहुंच कर अभ्यर्थियों के साथ दुर्व्यवहार किया। रेंजर को प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने निलंबित कर दिया है। इसके अलावा उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही प्रारंभ करने का भी निर्णय लिया गया है।

Jagdalpur Ranger Suspended: शराब के नशे में धुत्त रेंजर पहुंचे वन भर्ती प्रक्रिया में, अभ्यर्थियों से किया अभद्र व्यवहार, निलंबित...
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By NPG News

Jagdalpur Ranger Suspended: जगदलपुर। शराब के नशे में धुत्त रेंजर वनरक्षक भर्ती स्थल में पहुंच गए। यहां नशे में चूर रेंजर वर्दी में आए और भर्ती प्रक्रिया में शामिल अभ्यर्थियों के साथ अभद्र व्यवहार करने लगे। इतना ही नहीं भर्ती प्रक्रिया में व्यवधान उत्पन्न करते हुए मैदान में उपस्थित विभागीय अधिकारी–कर्मचारियों से भी दुर्व्यवहार किये। डीएफओ के प्रतिवेदन के बाद प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने रेंजर को निलंबित कर दिया है।

अभी प्रदेश भर में वनरक्षक भर्ती चल रही है। वन विद्यालय जगदलपुर में वनरक्षक भर्ती प्रक्रिया के तहत अभ्यर्थियों की शारीरिक दक्षता परीक्षा हो रही है। यहां रेंजर जीवनलाल नाग की ड्यूटी लगाई गई थी। जीवन लाल नाथ की वर्तमान पोस्टिंग बस्तर वन मंडल के कोलेंग परिक्षेत्र में रेंजर के पद पर है। रेंजर जीवन लाल नाग के द्वारा मादक पदार्थ का सेवन कर वर्दी में उपस्थित हो भर्ती प्रक्रिया में शामिल अभ्यर्थियों के साथ अभद्र व्यवहार किया।

अभ्यर्थियों के साथ अभद्र व्यवहार किए जाने पर मैदान में उपस्थित विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों के द्वारा रेंजर जीवन लाल नाग को मैदान से बाहर किया गया। शासकीय जीव चिकित्सालय महारानी अस्पताल जगदलपुर में रेंजर नाग का चिकित्सकीय परीक्षण करवाया गया। जिसमें वो नशे में धुत्त मिले।

डीएफओ बस्तर के प्रतिवेदन के आधार पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख व्ही. श्रीनिवास राव ने विभाग की छवि धूमिल करने एवं वर्दी का अपमान करते हुए अपने पदीय गरिमा के विरुद्ध कृत्य कर छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 एवं 23 का उल्लंघन करने के कारण जीवन लाल नाग, रेंजर कोलेंग वनमंडल बस्तर को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्यवाही प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय कार्यालय वनमंडलाधिकारी दंतेवाड़ा निर्धारित किया गया है।

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