Indore News: दूषित पानी पीने से 8 लोगों की मौत...मामले में तीन अफसरों पर गिरी गाज, दो अधिकारी सस्पेंड-एक बर्खास्त
Dushit Pani Pine Se Maut: इंदौर: देश का सबसे साफ शहर माने जाने वाला इंदौर इन दिनों जल त्रासदी से जूझ रहा है। यहां दूषित पानी पीने से 8 लोगों की मौत (Dushit Pani Pine Se Maut) हो गई है। इस मामले में मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है और एक की सेवाएं खत्म कर दी गई है।

Dushit Pani Pine Se Maut: इंदौर: देश का सबसे साफ शहर माने जाने वाला इंदौर इन दिनों जल त्रासदी से जूझ रहा है। यहां दूषित पानी पीने से 8 लोगों की मौत (Dushit Pani Pine Se Maut) हो गई है। इस मामले में मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है और एक की सेवाएं खत्म कर दी गई है।
तीन मौतों की आधिकारिक पुष्टी
दरअसल, भागीरथपुरा पुलिस चौकी क्षेत्र के भागीरथपुर इलाके में दूषित पानी पीने से 8 लोगों की मौत हो गई है। एक ओर जहां स्थानीय लोग इलाके में दूषित पानी पीने से 8 लोगों की मौत की बात कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर शासन ने अभी तक तीन मौतों की आधिकारिक पुष्टी की है। इसके इलावा माहापौर ने 7 मौतों को स्वीकार भी किया है।
दूषित पानी पीने से 8 लोगों की मौत
शासन की ओर से जिन तीन लोगों की मौत की अधिकारिक पुष्टी की गई है, उनमें नंदराम, उर्मिला और ताराबाई कोरी शामिल है। इसके अलावा हाल ही में जिन अन्य तीन लोगों की मौत हुई है, उनमें गोमती रावत, उमा कोरी और संतोष बिगोलिया शामिल है। इसके साथ ही एक हफ्ते के अंदर दूषित पानी पीने से मरने वालों का आंकड़ा 8 हो गया है।
पाइप लाइन में लिकेज से दूषित हुआ पानी
बताया जा रहा है कि भागीरथपुरा में मुख्य पाइप लाइन में एक जगह लिकेज पाया गया है, जिसके ऊपर शौचालय बना हुआ है। ऐसे में नगर आयुक्त दिलीप कुमार का कहना है कि इस लिकेज के कारण पीने का पानी दूषित हो गया होगा। इसी पानी को पीकर भागीरथपुरा इलाके के लोग बीमार पड़ गए।
दो सस्पेंड, एक बर्खास्त
इधर मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने भागीरथपुरा क्षेत्र में दूषित जल आपूर्ति से नागरियों के संक्रमित होने की घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि इंदौर के भागीरथपुरा क्षेत्र में दूषीत पानी से नागरिकों के संक्रमित होने की घटना अत्यंत गंभरता से लेते हुए संबंधित जोनल अधिकारी जोन क्रमंक 4 सहायक यंत्री एवं प्रभारी सहायक यंत्री PHE को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही प्रभारी उपयंत्री PHE को तत्काल प्रभाव से सेवा से पृथक किया गया है। घटना की जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की जांच समिति गठित की गई है। लोगों के स्वास्थ्य के साथ किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी।
मृतकों के परिवारजनों को सहायता राशि का ऐलान
इसी के साथ ही मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने ऐलान किया की मृतकों के परिवारजनों को 2-2 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। मरीजों के इलाज का पूरा खर्च सरकार वहन करेगी। स्थिति पर नजर रखने और प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
