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Higher Education News: अटैचमेंट का ऐसे चल रहा खेला: डाटा एंट्री आपरेटर 14 साल से OSD की निज सचिव के रूप में कर रही थी नौकरी

Higher Education News: राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में काम करने वाले सरकारी मुलाजिम सत्ता के गलियारे में पहुंच रखते हुए अटैचमेंट का खेल खेल रहे हैं। मूल विभाग ने मलाईदार विभागों में संलग्नीकरण के चलते वर्षों से नौकरी कर रहे हैं। प्रदेश में सरकार किसी की रहे, मंत्रालय में पहुंच का फायदा उठाते हुए ये लंबे समय से एक ही जगह मजे से नौकरी कर रहे हैं। राज्य सरकार ने एक आदेश जारी अटैचमेंट को खत्म कर दिया है। सरकार के आदेश के बाद ऐसे ही एक मामला उच्च शिक्षा विभाग में सामने आया है। कालेज की डाटा इंट्री आपरेटर उच्च शिक्षा विभाग, मंत्रालय महानदी भवन में ओएसडी की निज सचिव के पद पर नौकरी रही थी।

Higher Education News: अटैचमेंट का ऐसे चल रहा खेला: डाटा एंट्री आपरेटर 14 साल से OSD की निज सचिव के रूप में कर रही थी नौकरी
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By Radhakishan Sharma

Higher Education News: रायपुर। गुंजेश्वरी पटेल इनका मूल पद डाटा इंट्री आपरेटर की है। ऊंची पहुंच के दम पर उच्च शिक्षा विभाग, मंत्रालय में बीते 14 वर्षों से कार्य सहयोग के नाम पर संलग्न थीं। बीते 10 वर्षों से उच्च शिक्षा विभाग में अटैच रहने के साथ ही अतिरिक्त प्रभार के रूप में ओएसडी का कार्य रहीं डॉ. राजलक्ष्मी सेलट के सहयोगी, निज सहायक के रूप में कार्य कर रहीं थी। अटैचमेंट का यह खेल 10 साल बाद अब जाकर खत्म हुआ है। वह भी राज्य सरकार के आदेश के बाद। आयुक्त उच्च शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर अटैचमेंट खत्म करते हुए मूल पदस्थापना वाले कालेज में ज्वाइनिंग का आदेश जारी किया है।

राज्य सरकार के आदेश के बाद उच्च शिक्षा विभाग के अवर सचिव ने आदेश जारी कर अटैचमेंट खत्म कर दिया है। अवर सचिव ने जारी आदेश में लिखा है कि गुजेश्वरी पटेल, मूल पद डाटा एण्ट्री ऑपरेटर को कार्यालयीन आदेश 05 मई 2011 से उच्च शिक्षा विभाग मंत्रालय महानदी भवन, नवा रायपुर अटल नगर में संलग्न किया गया था। सहायक प्राध्यापक एवं कर्मचारीगण का शिकायत पत्र में विभागीय गोपनीयता को भंग करने तथा उसके एवज में अवैध रूप से रूपयों की वसूली करने की शिकायत प्राप्त हुई है। लिहाजा उनका अटैचमेंट समाप्त कर मूल विभाग में ज्वाइनिंग का आदेश जारी किया जाता है।

सामान्य प्रशासन विभाग के स्थानांतरण नीति 2025 की कंडिका 3.17 में दिए गये निर्देश अनुसार तथा आयुक्त उच्च शिक्षा संचालनालय के आदेश 07 जुलाई 2025 द्वारा तृतीय श्रेणी कर्मचारियों के संलग्नीकरण को समाप्त करते हुए उनके मूल पदस्थापना में उपस्थिति हेतु निर्देशित किये गए हैं। उपरोक्त के आधार पर गुंजेश्वरी पटेल, डाटा एण्ट्री ऑपरेटर को तत्काल प्रभाव से वापस किया जाता है।

आदेश के दूसरे दिन कर दिया कार्यमुक्त

आयुक्त उच्च शिक्षा विभाग ने अपने आदेश में लिखा है कि छ.ग. शासन उच्च शिक्षा विभाग मंत्रालय महानदी भवन नवा रायपुर अटल नगर के पत्र 22 जुलाई 2025 के परिपालन में गुंजेश्वरी पटेल, डाटा एण्ट्री ऑपरेटर को मूल पदस्थापना स्थल कार्यालय प्राचार्य, नागार्जुन शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रायपुर (छ.ग.) हेतु तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त किया जाता है।

डायरेक्टोरेट व मंत्रालय में प्रोफेसर व असिस्टेंट प्रोफेसर,कालेजों में गेस्ट लेक्चरर

गुंजेश्वरी पटेल, उच्च शिक्षा विभाग, मंत्रालय में बीते 14 वर्षों से कार्य सहयोग के नाम पर संलग्न थीं। बीते 10 वर्षों से उच्च शिक्षा विभाग में संलग्न और वर्तमान में अतिरिक्त प्रभार के रूप में ओएसडी का कार्य रहीं डॉ. राजलक्ष्मी सेलट के सहयोगी/निज सहायक के रूप में कार्य कर रहीं थी। अटैचमेंट के इस खेल में कर्मचारियों से लेकर असिस्टेंट प्रोफेसर, प्रोफेसर भी शामिल हैं। एक जानकारी के अनुसार विवि व डायरेक्टोरेट, मंत्रालय में प्रोफेसर,असिस्टेंट प्रोफेसर को अटैच कर रखा गया है। या यूं कहें कि प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर जुगाड़ के दम पर मंत्रालय और विवि में जमे हुए हैं। इधर कालेजों में प्रोफेसर व असिस्टेंट प्रोफेसरों का टोटा है। आलम ये कि कालेज व विवि में गेस्ट लेक्चरर की नियुक्ति करनी पड़ रही है

7 जुलाई 2025 को जारी हुआ आदेश

आयुक्त, उच्च शिक्षा संचालनालय ने 07 जुलाई 2025 को आदेश जारी कर उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों में कार्यरत तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को अन्य महाविद्यालयों में कार्य सहयोग के लिए किए गए संलग्नीकरण को समाप्त किया गया है। आदेश के साथ सूची जारी नहीं की गई है कि प्रदेश के शासकीय महाविद्यालयों के कितने तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अन्य महाविद्यालयों में कार्य सहयोग के नाम पर संलग्न होकर कितने दिनों से कार्य कर रहे हैं।

यह भी एक पहेली

इस बात की भी जानकारी नहीं है कि आजतलक कितने तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के द्वारा इस आदेश के पालन में संलग्न महाविद्यालयों से कार्यमुक्त होकर अपने मूल पदस्थापना वाले महाविद्यालय में जाकर कार्य कर रहे हैं। इसकी जानकारी उच्च शिक्षा संचालनालय को भी नहीं है। उच्च शिक्षा संचालनालय और उच्च शिक्षा विभाग में कार्य सहयोग के नाम पर बीते 5 से 10 वर्षों से अटैच होकर कार्य कर रहे शासकीय महाविद्यालयों के तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का संलग्नीकरण या कार्य सहयोग समाप्त करने के संबंध में आदेश जारी नहीं किया गया है।

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