Golden Island Buka, Korba Chhattisgarh: कीजिये एक छोटी, सस्ती और यादगार ट्रिप 'छत्तीसगढ़ के माॅरीशस' की, जिसका नाम है 'गोल्डन आइलैंड बुका' या 'बुका लेक' और कैप्चर कीजिए फिल्मी नज़ारे...
Golden Island Buka, Korba Chhattisgarh: अगर आप के पास ज्यादा दिन की छुट्टी नहीं है और आप वीकेंड पर परिवार के साथ एक छोटी और खूबसूरत ट्रिप चाहते हैं तो कोरबा के 'बुका जलविहार' की ट्रिप आपके लिए बहुत बढ़िया रहेगी। यहां लेक के बीच तन कर खड़ी विशालकाय चट्टानों के बीच से जब आपकी बोट गुजरेगी न, सच कहते हैं बिल्कुल फिल्मी सीन रीक्रिएट हो जाएगा।
Golden Island Buka, Korba Chhattisgarh: कोरबा। अगर आप के पास ज्यादा दिन की छुट्टी नहीं है और आप वीकेंड पर परिवार के साथ एक छोटी और खूबसूरत ट्रिप चाहते हैं तो कोरबा के 'बुका जलविहार' की ट्रिप आपके लिए बहुत बढ़िया रहेगी। यहां लेक के बीच तन कर खड़ी विशालकाय चट्टानों के बीच से जब आपकी बोट गुजरेगी न, सच कहते हैं बिल्कुल फिल्मी सीन रीक्रिएट हो जाएगा। यहां मीलों तक गहरा पानी है। जंगलों और पहाड़ों से घिरी बुका लेक में बोटिंग के दौरान आपको कई छोटे-बड़े टापू भी देखने को मिलेंगे। फिर यहां वाॅटर स्पोर्ट्स, घुड़सवारी आदि का भी बंदोबस्त है और अगर आपने आसपास घूमने का मन बना लिया फिर तो यादें कमाल की इकट्ठा होंगी। आप सतरेंगा पिकनिक स्पाॅट, तीन पहाड़ों के बीच में स्थित रानी झरना, और थोड़ा और घूमना चाहें तो मैनपाट भी जा सकते है। जिसे छत्तीसगढ़ का शिमला कहा जाता है। फिलहाल आज बात 'जलविहार बुका' की।
यहां है बुका लेक
बुका वाॅटर फ्रंट, गोल्डन आइलैंड ऑफ बुका या बुका जलविहार, जिस भी नाम से पुकारें, एक छोटी ट्रिप के लिए खूबसूरत जगह है। यह छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्थित है। रायपुर से इसकी दूरी करीब 230 किमी और बिलासपुर से करीब 80 किमी है। बुका लेक कोरबा-अंबिकापुर मार्ग पर पड़ती है। यह कोरबा बांगो डैम का भाग है और चोरनई नदी में बना हुआ है। यहां चारों ओर बिखरे खूबसूरत नज़ारों को देखने के लिए बहुत से पर्यटक आते हैं खासकर न्यू ईयर पर या फिर परिवार के किसी खास मौके को यादगार बनाने के लिए।
बुका लेक पर देखिए सूर्योदय और सूर्यास्त के खूबसूरत नज़ारे
अगर आप जंगल और पहाड़ों के बीच और विशाल जलराशि के किनारे खड़े होकर उगते सूरज का दीदार करना चाहते हैं तो बुका लेक एक सुंदर-शांत जगह है। सूर्यास्त के नज़ारे देखने के लिए भी खासतौर पर लोग यहां आते हैं। न आपाधापी न कोलाहल, दिल को गहराई तक सुकून का एहसास कराने वाली ऐसी शांति शहर के इतने पास और कम खर्च में मिल पाना दुर्लभ है।
मनोरंजन के लिए है ये सब कुछ
जब आप बच्चों को साथ लेकर जा रहे हैं तो उनके मनोरंजन की व्यवस्था होना बहुत ही ज़रूरी है क्योंकि वे तो शांति की तलाश में नहीं ही आए हैं। उन्हें चाहिए मौज-मस्ती। ऐसे में बच्चों के लिए यहां चिल्ड्रेंस प्ले एरिया है। साथ ही कुछ वाॅटर स्पोर्ट्स और घुड़सवारी की भी व्यवस्था है।
मेन अट्रेक्शन है बोटिंग
बच्चे हों या बड़े, सबको बोटिंग में तो मज़ा आता ही है। यहां मोटरबोट, शिकारे सभी कुछ उपलब्ध हैं। गहरे पानी में दूर-दूर तक बोटिंग का लुत्फ उठाना और खासकर तनकर खड़ी विशालकाय चट्टानों और टापुओं के बीच से आपकी बोट का निकलना बहुत खुश और हैरान करता है। वरना नाॅर्मली ऐसे दृश्य फिल्मों में ही दिखते हैं। और सबसे बड़ी बात ये कम खर्चीली ट्रिप है जो आपके परिवार को तरोताज़ा कर देगी।
ठहरने का है शानदार प्रबंध
जलविहार बुका को फाॅरेस्ट डिपार्टमेंट ने एक टूरिस्ट स्पाॅट की तरह डेवलप किया है। यहां लेक फ्रंट पर दो डबलबैड और अटैच्ड टाॅयलेट वाले टैंट्स हैं जिनमें चार लोगों का परिवार या दोस्त आराम से रुक सकते हैं। इसके अलावा ग्लास हाउस और हसदेव हाउस भी हैं। एसी रूम भी हैं। सभी की दर 15 सौ से लेकर छह हजार के आसपास है।
कैंटीन और सेल्फी प्वाइंट
यहां आपके खानपान की भी अच्छी व्यवस्था है और काफी कम दाम पर बच्चों और बड़ों सभी को अपनी-अपनी पसंद का खाना मिल जाएगा। वहीं अगर आप आसपास के गांवों में जाकर लोकल स्वाद का आनंद लेना चाहें तो इस ट्रिप पर यह भी कर सकते हैं। यहां बोटिंग के दौरान खूबसूरत तस्वीरें लेने के अलावा आप ' बजाज स्कूटर' के साथ सेल्फी भी ले सकते हैं जिसे इसी मकसद से खड़ा किया गया है।
कैसे पहुँचे
अगर आप बाहर से छत्तीसगढ़ के दौरे पर आ रहे हैं तो रायपुर एयरपोर्ट पर आ कर यहां से कोरबा के लिए कैब ले सकते हैं। नज़दीकी स्टेशन की बात करें तो कोरबा या जांजगीर-चाम्पा में रेलवे स्टेशन हैं। बिलासपुर स्टेशन पर भी आप उतर सकते हैं। सड़क मार्ग से यह पूरे छत्तीसगढ़ से अच्छी तरह जुड़ा है।
बुका लेक के आसपास घूमने की जगहें
बुका लेक के आसपास इन खूबसूरत जगहों पर भी आप घूम सकते हैं।
सतरेंगा पिकनिक स्पाॅट
सतरेंगा पिकनिक स्पॉट छत्तीसगढ़ का एक बेहद खूबसूरत पिकनिक स्पाॅट है। यहां हरे-भरे पेड़ों और पहाड़ों के बीच पानी के किनारे समय बिताने का अपना अलग ही मज़ा है। सतरेंगा इसी डैम के दूसरी छोर में स्थित हैं। यहां फ्लोटिंग रेस्टोरेंट, फ्लोटिंग ब्रिज, टूरिस्ट काॅटेज और मोटर बोट की बेहतरीन सुविधा है। यहां फूड जोन में आपको चाइनीज़ , छत्तीसगढ़ी और साउथ इंडियन व्यंजनों की वैराइटी मिल जाएगी।
रानी झरना
ट्रैकिंग के शौकीन रानी झरना ज़रूर देखें। तीन पहाड़ों के बीच में स्थित रानी झरना तक पहुंचने के लिए आपको लगभग 3-4 किलोमीटर की ट्रैकिंग करनी होगी। उसके बाद आप इस खूबसूरत जलप्रपात में पहुंच सकते हैं। रानी झरना कोरबा जिला मुख्यालय और सतरेंगा पिकनिक स्पॉट के बीच में स्थित हैं। इस झरने से 100 फीट से भी ज्यादा की ऊंचाई से बारहों महीने पानी गिरता है। लेकिन बारिश के दिनों में यहां जाना सुरक्षित नहीं है। रानी झरना के अलावा आप आसपास में केंदई वाटर फाॅल और देवपहरी वाटर फाॅल भी देख सकते हैं।
कोसगई दाई मंदिर
अगर आप देवी दर्शन के आकांक्षी हैं तो कोसगई माता मंदिर के दर्शन करने जा सकते हैं। यह पहाड़ पर स्थित हैं। दरअसल कोसगाईगढ़ एक गांव है, जो फुटका पहाड़ के पहाड़ी इलाकों पर कोरबा-कटघोरा रोड से 25 किलोमीटर दूर है। यहां माता कोसगाई के मंदिर की बहुत महिमा है। दूर-दूर से श्रृद्धालु यहां आते हैं। कोसागाईगढ़ में एक खूबसूरत किला है। इसका प्रवेश द्वार एक गुफा की भांति है और यह बहुत ही संकरा है। किले के चारों तरफ घना जंगल है, जिसमें भांति-भांति के जीव - जंतुओं को देखा जा सकता है। यहाँ आपको अद्भुत आनंद की प्राप्ति होगी।