ED Raid in Bhupesh Baghel: पूर्व CM के यहां मिला 33 लाख कैश, 11 घंटे की जांच के बाद ED लौटी, भूपेश बोले, विधानसभा में सवाल पूछा तो जांच के लिए ईडी भेज दी
प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने आज छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल के ठिकानों पर छापा मारा। भूपेश के आवास से ईडी को 33 लाख रुपए नगद मिला है। नोटों को गिनने के लिए ईडी ने मशीन मंगाई। इसके साथ ही काफी संख्या में दस्तावेजों को भी ईडी अपने साथ ले गई है। अलबत्ता, ईडी की तरफ से छापे के बारे में अभी कोई बयान या ट्वीट नहीं आया है। भूपेश बघेल ने मीडिया को बताया कि उनके घर से 33 लाख रुपए ईडी ले गई है, वह खेती और डेयरी के साथ ही स्त्री धन था। भूपेश ने कहा कि उनके घर से ईडी को कुछ नहीं मिला है।

ED Raid in Bhupesh Baghel: रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल के यहां आज सुबह ईडी के छापे से सूबे की सियासत गरमा गई। छापे के दौरान आसपास के जिलों से पहुंचे उनके समर्थक लगातार नारेबाजी करते रहे। सीआरपीएफ के जवानों के साथ उनकी बहस भी हुई।
हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि पूर्व मुख्यमंत्री के यहां छापा किस मामले में पड़ा है। ईडी के तरफ से अभी कोई प्रेस नोट जारी नहीं हुआ है और न ही अधिकृत हैंडिल से कोई ट्वीट हुआ है। समझा जाता है, कोयला, आबकारी या महादेव सट्टा ऐप मामले में ईडी का छापा पड़ा हो।
छापे को लेकर दिन भर भिलाई में उनके आवास के सामने गहमागहमी बनी रही। दोपहर में ईडी ने नोट गिनने की दो मशीनें मंगाई तो खबर आई कि काफी कैश मिला है, इसलिए ईडी ने उसे गिनने के लिए मशीनें मंगाई है।
छापे में ईडी को क्या मिला, इसकी जानकारी नहीं आई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छापे के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्हें आभार जताया। इसके बाद उन्होंने मीडिया से भी बात की। भूपेश बघेल ने पत्रकारों को बताया कि उनके घर से ईडी 33 लाख रुपए लेकर गई है।
उन्होंने कहा कि ये पैसे खेती और डेयरी के व्यवसाय के साथ ही स्त्री धन था, जो उनकी पत्नी, बेटी और बहू की आलमारियों से मिला है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि सुबह वे घर में चाय पीते हुए अखबार पढ़ रहे थे, तभी ईडी की टीम उनके आवास पर आई। मैंने पूछा कि सर्च वारंट है तो अफसरों न कहा कि लेकर आ रहे हैं। इसके बाद उन्होंने जांच शुरू कर दी। मैं उनके पूछा, विधानसभा जा सकता हूं, ईडी ने कहा कि न जाएं तो अच्छा होगा। फिर मैं विधानसभा नहीं गया। ईडी ने उन्हें फोन पर बात करने से भी मना किया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि ईडी के जरिये उन्हें डराने और प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है। कवासी लखमा ने विधानसभा में सवाल पूछा तो उन्हें जेल भेज दिया गया और मैंने दो दिन पहले सवाल पूछा तो ईडी भेज दी गई। उन्होंने दावा किया कि उनके यहां से ईडी को कुछ नहीं मिला है।