Durg-Visakhapatnam Vande Bharat Express: दुर्ग- विशाखापत्तनम वंदे भारत ट्रेन की ये है खासियत...जानें आप भी
Durg-Visakhapatnam Vande Bharat Express: छत्तीसगढ़ को एक और वंदे भारत एक्सप्रेस मिल गयी है। यह ट्रेन दुर्ग से विशाखापट्टनम तक पटरी पर दौड़ेगी। वंदे भारत ट्रेन में यात्रियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान दिया गया है।
Durg-Visakhapatnam Vande Bharat Express: बिलासपुर। छत्तीसगढ़ को एक और वंदे भारत एक्सप्रेस मिल गयी है। यह ट्रेन दुर्ग से विशाखापट्टनम तक पटरी पर दौड़ेगी। वंदे भारत ट्रेन में यात्रियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान दिया गया है।
दुर्ग-विशाखापत्तनम वंदे भारत ट्रेन की सबसे बड़ी विशेषता ये कि यह ट्रेन 160 किलोमीटर प्रति घंटे (99 मील प्रति घंटे) तक की गति प्राप्त कर सकेगी। यात्रियों को मोबाइल चार्ज करने से लेकर आरामदायक यात्रा का पूरा ख्याल रेलवे बोर्ड ने रखा है। छत्तीसगढ़वासियों के लिए इस महत्वपूर्ण ट्रेन में क्या-क्या और कौन-कौन से सुविधाएं मुहैया कराई गई है, यह जानना हम सभी को जरूरी है।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन इसलिए है खास
रफ़्तार: वंदे भारत एक्सप्रेस अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे (99 मील प्रति घंटे) तक की गति प्राप्त कर सकती है, दुर्ग – विशाखापट्टनम वंदे भारत एक्सप्रेस वर्तमान में 130 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलती है, जिससे प्रमुख शहरों के बीच यात्रा का समय कम करने में मदद मिलती है।
आराम: वंदे भारत एक्सप्रेस में पर्याप्त पैर रखने की जगह के साथ रिक्लाइनिंग सीटें हैं।
सुरक्षा: वंदे भारत एक्सप्रेस में कई सुरक्षा विशेषताएं हैं, जिनमें स्वचालित दरवाजे, स्मोक अलार्म, सीसीटीवी कैमरे, बायो-वैक्यूम शौचालय और कवच सिग्नलिंग तकनीक शामिल हैं।
कनेक्टिविटी: वंदे भारत एक्सप्रेस में स्वचालित प्लग दरवाजे और ऑनबोर्ड वाई-फाई की सुविधा है। वंदे भारत एक्सप्रेस में आपदा रोशनी, अग्नि बचाव केबल और वेंटिलेशन सहित उन्नत सुविधाएं दी गई हैं।
एयर कंडीशनिंग: वंदे भारत एक्सप्रेस में बैक्टीरिया मुक्त एयर कंडीशनिंग प्रणाली है।
बाढ़ सुरक्षा: वंदे भारत एक्सप्रेस में विद्युत उपकरणों के लिए बाढ़ से अधिक सुरक्षा की व्यवस्था है।
केंद्रीकृत कोच-निगरानी प्रणाली: वंदे भारत एक्सप्रेस में सभी प्रकार की बिजली और जलवायु नियंत्रण के लिए एक केंद्रीकृत कोच-निगरानी प्रणाली है।
कवच से सुसज्जित
•160 किमी प्रति घंटे तक तेज़ त्वरण और अर्ध उच्च गति संचालन ।
•यात्री आवाजाही के लिए पूरी तरह से सीलबंद गैंगवे एवम् स्वचालित प्लग दरवाजे।
•एग्जीक्यूटिव क्लास में घूमने वाली सीटों के साथ रिक्लाइनिंग एर्गोनोमिक सीटें और आरामदायक सीटें।
•हर सीट के लिए मोबाइल चार्जिंग सॉकेट ।
•हॉट केस, बोतल कूलर, डीप फ्रीजर और हॉट वॉटर बॉयलर के प्रावधान के साथ मिनी पैंट्री ।
•दिव्यांग यात्रियों के लिए डीटीसी में विशेष शौचालय।
•प्रत्येक कोच में आपातकालीन खुलने योग्य खिड़कियाँ और अग्निशामक यंत्र ।
•सभी कोचों में सीसीटीवी ।
•सभी कोचों पर आपातकालीन अलार्म पुश बटन और टॉक बैक इकाइयाँ ।
•बेहतर अग्नि सुरक्षा - विद्युत अलमारियाँ और शौचालयों में एयरोसोल आधारित आग का पता लगाने और दमन प्रणाली ।
•वॉयस रिकॉर्डिंग सुविधा और क्रैश हार्डेंड मेमोरी के साथ ड्राइवर-गार्ड संचार ।
•आपदा लाइटें - आपातकाल के मामले में प्रत्येक कोच में 4 संख्या ।
•प्रत्यक्ष और विसरित प्रकाश ।
•कोच के बाहर रियर व्यू कैमरे सहित 4 प्लेटफार्म साइड कैमरे ।
•वंदे भारत ट्रेनों के निर्माण के लिए उपयोग की गई कुल धनराशि 1400 करोड़ रुपये है।
वंदे भारत याने "मेक इन इंडिया"
यह ट्रेन पूरी तरह से भारत में निर्मित है, जिससे यह "मेक इन इंडिया" एवं आत्मनिर्भर भारत पहल का हिस्सा बनती है। यह भारत की बढ़ती तकनीकी और औद्योगिक क्षमता को दर्शाती है। यह छत्तीसगढ़ राज्य की दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन है।
पीएम ने किया रवाना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से रायपुर (दुर्ग) - विशाखपट्टणम वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रायपुर रेलवे स्टेशन से रवाना किया ।
इस दौरान रायपुर स्टेशन पर रायपुर (दुर्ग)- विशाखपट्टणम वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का भव्य स्वागत किया गया।