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डॉ. सुनील कालडा करेंगे पटाखों से झुलसे लोगों का नि:शुल्क उपचार

रायपुर। दीवाली में चिकित्सकों की अनुपलधता व मरीजों को होने वाली कठिनाइयों को देखते हुए प्रदेश के सर्वप्रथम व निजी बर्न सेंटर कालडा प्लास्टिक कॉस्मेटिक एवं बर्न सेंटर के संचालक तथा अंचल के सुविख्यात प्लास्टिक कॉस्मेटिक सर्जन डॉ. सुनील कालडा ने दीवाली में पटाखों से जलने पर 2 दिन 20 तथा 21 अक्टूबर निःशुल्क प्राथमिक उपचार व सलाह की व्यवस्था डॉ. सुनील कालडा ने अपने पचपेड़ी नाका, धमतरी रोड, कलर्स मॉल के पास व जी. ई. रोड, राजकुमार कॉलेज के सामने स्थित अस्पताल में की है.

डॉ. सुनील कालडा करेंगे पटाखों से झुलसे लोगों का नि:शुल्क उपचार
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By Chitrsen Sahu

रायपुर। दीवाली में चिकित्सकों की अनुपलधता व मरीजों को होने वाली कठिनाइयों को देखते हुए प्रदेश के सर्वप्रथम व निजी बर्न सेंटर कालडा प्लास्टिक कॉस्मेटिक एवं बर्न सेंटर के संचालक तथा अंचल के सुविख्यात प्लास्टिक कॉस्मेटिक सर्जन डॉ. सुनील कालडा ने दीवाली में पटाखों से जलने पर 2 दिन 20 तथा 21 अक्टूबर निःशुल्क प्राथमिक उपचार व सलाह की व्यवस्था डॉ. सुनील कालडा ने अपने पचपेड़ी नाका, धमतरी रोड, कलर्स मॉल के पास व जी. ई. रोड, राजकुमार कॉलेज के सामने स्थित अस्पताल में की है.

डॉ. कालडा (प्रसिध्द कॉस्मेटिक सर्जन) ने आम जनता से अपील की है दीवाली मे पटाखों को लापरवाही से न चलावें बल्कि अपनी सुरक्षा के प्रति सतर्क रहें. बम, अनारदाना, राकेट आदि चलाते समय पर्याप्त दूरी व सावधानी रखें. पटाखे जलाकर सडक पर न उछाले. छोटे बच्चों को जलते हुए दिए व मोमबत्ती के पास अकेला न छोडे.

बच्चो को अकेले पटाखे न चलाने दे. पटाखो को अधिक झुककर न चलावें, क्योकि पटाखे कई बार अपेक्षाकृत जल्दी फूट जाते है. व बचाव के लिए समय नही मिलता. पटाखा शरीर के नजदीक फटने से सिर के बाल एवं शरीर के अन्य हिस्से गंभीर रुप से झुलस सकते है.

क्योकि पटाखा बनाने मे गंधक, पोटाश, कोयला, कंकड, सुतली, कपडे एवं कागज का उपयोग होता है. और यदि फटाके से जल जाते है तो जलने के तुरंत बाद जले हुए स्थान पर तुरंत पानी डाल दे.

ज्ञातव्य है कि डॉ. सुनील कालडा विगत 35 वर्षो से पटाखो से झुलसे लोगो का निःशुल्क इलाज कर रहे है. इस्लिए डॉ. सुनील कालड़ा को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित किया गया है डॉ. कालड़ा ने अपील की है कि दीवाली में मिठाईयां की जगह पौधे देवें।

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