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Deepak Kingrani: छत्तीसगढ़ के दीपक किंगरानी को मिला 71वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, शौक के लिए छोड़ी थी लाखों की नौकरी

Deepak Kingrani: दीपक किंगरानी (Screenwriter Deepak Kingrani) को सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन के लिए 71वां राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार (71st National Film Awards) से सम्मानित किया गया है.

Deepak Kingrani: छत्तीसगढ़ के दीपक किंगरानी को मिला 71वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, शौक के लिए छोड़ी थी लाखों की नौकरी
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By Neha Yadav

Deepak Kingrani: रायपुर: मनोरंजन जगत के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार एक बड़ा सम्मान माना जाता है. देश की राजधानी नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 23 सितंबर, 2025 को आयोजित राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार कार्यक्रम हुआ. जिसमे छत्तीसगढ़ के दीपक किंगरानी को भी सम्मानित किया गया है. दीपक किंगरानी (Screenwriter Deepak Kingrani) को सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन के लिए 71वां राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार (71st National Film Awards) से सम्मानित किया गया है.

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने दी बधाई

दीपक किंगरानी को पुरस्कार मिलने पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बधाई दी है. उन्होंने एक्स पर लिखा, "बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के दीपक किंगरानी जी को सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखन के लिए 71वां राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार मिलने पर हार्दिक बधाई। छत्तीसगढ़ की धरती से निकली रचनात्मकता आज पूरे देश में अपनी छाप छोड़ रही है. दीपक जी की यह उपलब्धि न केवल हमारे राज्य के लिए गौरव का क्षण है, बल्कि हर छत्तीसगढ़वासी के लिए प्रेरणा भी है."

कौन है दीपक किंगरानी

दीपक किंगरानी छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के रहने वाले हैं. दीपक के पिता का नाम लक्ष्मण दास किंगरानी है. वैसे तो उनका कारोबार है, लेकिन वे पत्रकार भी रहे हैं. नागपुर से प्रकाशित एक अखबार के वे भाटापारा के संवाददाता थे. दीपक ने 11वीं तक की पढ़ाई भाटापारा में की, फिर रायपुर के सेंट पॉल स्कूल से बारहवीं तक पढ़ाई की. इसके बाद इंजीनियरिंग की और यूएसए में नौकरी करने चले गए. पांच साल तक आईटी कंपनी में जॉब करने के बाद उनके भीतर का लेखक जागा और आईटी के मकड़जाल से धकेलकर मुंबई ले आया.

इंजीनियरिंग से अचानक कलम थामने दीपक अपने पिता से प्रेरित हुए. पिता लेखन से जुड़े रहे, इसलिए उनका प्रभाव तो था ही. आईटी जॉब के दौरान ही मन में यह बात रह-रहकर आती रही कि लिखने का मन है, उसे पूरा करें. हालांकि यह सोचते-सोचते पांच साल लग गए. आखिरकार यह तय किया कि अब और देर नहीं करनी चाहिए और मुंबई की फ्लाइट पकड़ ली.

उनकी लिखी फिल्म ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ साल 2023 की रिलीज हिंदी फिल्मों में सबसे अच्छी फिल्म मानी गई थी. उन्होंने और भी कई हिट फिल्में दी हैं. उन्होंने हॉटस्टार स्पेशल जासूसी थ्रिलर सीरीज, कोर्ट रूम ड्रामा, सिर्फ एक बंदा काफी है (2023), वेब सीरीज ‘स्पेशल ऑप्स’(2020) मिशन रानीगंज 2023, भैया जी 2024 लिखी है.

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Neha Yadav

नेहा यादव रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे यूनिवर्सिटी से बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ग्रेजुएट करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। पिछले 6 सालों से विभिन्न मीडिया संस्थानों में रिपोर्टिंग करने के बाद NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहीं है।

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