DA Hike News: छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों को रक्षाबंधन से पहले मिल सकती है बड़ी खुशखबरी, बढ़ सकता है इतना प्रतिशत महंगाई भत्ता...
DA Hike News: मुख्यमंत्री रक्षाबंधन से पहले ही कर्मचारियों को महंगाई भत्ते की सौगात दे सकते हैं।
DA Hike News रायपुर। रक्षाबंधन से पहले प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को विष्णुदेव सरकार बड़ा तोहफा दे सकते हैं। खबर है कि मुख्यमंत्री जल्द ही कर्मचारियों को महंगाई भत्ते की सौगात दे सकते हैं। मालूम हो कि वर्तमान में प्रदेश के कर्मचारियों को 46 प्रतिशत डीए मिल रहा है। अगर सरकार 4 प्रतिशत डीए में बढ़ोतरी करती है तो कर्मचारियों को मिलने वाला महंगाई भत्ता 50 प्रतिशत हो जाएगा।
दरअसल, कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने डीए बढ़ोतरी की मांग को लेकर मंत्री ओपी चौधरी से मुलाकात भी की थी। इस दौरान मंत्री ने आश्वस्त किया था। वहीं, कर्मचारी संगठनों के द्वारा इस मांग को लेकर लगातार सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
माना जा रहा है कि कर्मचारियों की मांग को सरकार रक्षाबंधन से पहले ही पूरा कर सकती है। फिलहाल, कर्मचारी बेसब्री से डीए बढ़ोतरी का इंतजार कर रहे हैं।
बता दें कि छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा का प्रतिनिधि मंडल 31 जुलाई को छत्तीसगढ़ शासन के वित्त मंत्री ओपी चौधरी से लंबित 4% डीए और चुनावी घोषणापत्र में दिए गए "मोदी की गारंटी" के संदर्भ में विभिन्न मांगो को लेकर मुलाकात किया। इस मुलाकात में वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि, जल्द ही देय तिथि से लंबित 4% महंगाई भत्ता देने का आदेश जारी किया जाएगा।
प्रतिनिधिमंडल ने वित्त मंत्री को पूर्ववर्ती सरकार के दौरान बकाया डीए के एरियर्स, एलबी संवर्ग सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति सहित विभिन्न विभागों के कर्मचारियों के संदर्भ में भाजपा के घोषणा पत्र में किए गए वायदे को पूरा करने की मांग करते हुए राज्य के कर्मचारियों की सरकार से की जा रही अपेक्षाओं से अवगत कराया। जिस पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि चुनाव में दिए गए मोदी की गारंटी को पूरा करने के लिए सरकार को कुछ समय दीजिए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने जो भी वायदा किया है, उसे पूरा करेंगे।
बता दें कि 16 जुलाई को इंद्रावती भवन नया रायपुर में छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में प्रदेश भर से दो दर्जन से अधिक कर्मचारी अधिकारी संगठन एवं शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधि के अलावा सत्ता पक्ष के गैर राजनीतिक अनुषांगिक संगठन से जुड़े कर्मचारी नेता भी शामिल हुए थे।
इस बैठक में मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री से मिलकर कर्मचारियों की मांग रखने का निर्णय लिया गया था। उसके बाद 30 जुलाई को भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय से कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात की। इस मुलाकात में प्रतिनिधि मंडल ने संगठन महामंत्री पवन साय को अवगत कराया कि कर्मचारियों से किए गए वायदे पूरे नहीं होने से कर्मचारियों में निराशा का माहौल है, जबकि सत्ता परिवर्तन में कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका थी। संगठन महामंत्री ने प्रतिनिधि मंडल की बातों को सुनने के बाद हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया और महती भूमिका निभाते हुए वित्त मंत्री ओपी चौधरी तक कर्मचारियों की मांग को पहुंचाया।