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Chhattisgarh Winter News: छत्तीसगढ़ में पड़ रही कड़ाके की ठंड, शीतलहर से कैसे करें बचाव, सरकार ने जारी की एडवाइजरी

Chhattisgarh Winter News:छत्तीसगढ़ में इस साल कड़ाके की ठण्ड पड़ रही है। हालांकि मौसम में उतार -चढ़ाव जारी है। पिछले कुछ दिनों से गायब रही सर्दी फिर से लौट आयी है। राजधानी रायपुर समेत कई अन्य जिलों में तापमान में कमी दर्ज की गयी है। मौसम विभाग ने कई स्थानों पर शीतलहर चलने की चेतावनी दी है।

Chhattisgarh Winter News: छत्तीसगढ़ में पड़ रही कड़ाके की ठंड, शीतलहर से कैसे करें बचाव, सरकार ने जारी की एडवाइजरी
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By Neha Yadav

Chhattisgarh Winter News: रायपुर: छत्तीसगढ़ में इस साल कड़ाके की ठण्ड पड़ रही है। हालांकि मौसम में उतार -चढ़ाव जारी है। पिछले कुछ दिनों से गायब रही सर्दी फिर से लौट आयी है। राजधानी रायपुर समेत कई अन्य जिलों में तापमान में कमी दर्ज की गयी है। मौसम विभाग ने कई स्थानों पर शीतलहर चलने की चेतावनी दी है।

मौसम विभाग के अनुसार,बंगाल की खाड़ी में विकसित हुआ चक्रवात ‘दितवाह (Ditwah)’ तेजी से ताकत पकड़ रहा है। बंगाल की खाड़ी में बने डीप प्रेशर एरिया का असर छत्तीसगढ़ में भी दिख रहा है। जिस वजह से ठण्ड बढ़ेगी। इतना ही नही बस्तर संभाग में बादल छाए रहेंगे और बारिश भी हो सकती है। इस वजह से 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में 1-2°C तक गिरावट हो सकती है। तत्पश्चात आगामी 2 दिनों तक कोई विशेष परिवर्तन नहीं होने की संभावना है। इसके अलावा कई जिलों में शीत लहर चलने की संभावना है।

शीतलहर से बचने के लिए दिशा निर्देश जारी

ऐसे में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने बढ़ती ठंड और शीतलहर की स्थिति को ध्यान में रखते हुए आमजन की सुरक्षा हेतु महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। विभागीय अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि अत्यधिक ठंड के दौरान अनावश्यक बाहर निकलने से बचें तथा यात्रा को संभव हो तो स्थगित करें। उन्होंने कहा कि ठंड से बचने के लिए गर्म वस्त्रों का नियमित उपयोग और शरीर का तापमान बनाए रखने के लिए गर्म तरल पदार्थों का सेवन अत्यंत आवश्यक है। किसी भी व्यक्ति में लगातार ठिठुरन, सुन्नता या उंगलियों के सफेद पड़ने जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करने की सलाह दी गई है। बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को इस मौसम में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता बताई गई है।

बंद कमरों में कोयला या अंगीठी से आग सेंकने पर चेतावनी

विभाग ने बंद कमरे में कोयला या अंगीठी जलाने को अत्यंत खतरनाक बताया है। अधिकारियों का कहना है कि इससे निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड गैस बंद स्थान में जमा होकर जानलेवा स्थिति पैदा कर सकती है। इसलिए आग जलाते समय कमरे में उचित वेंटिलेशन बनाए रखना जरूरी है और किसी भी बंद स्थान पर कोयला जलाने से बचना चाहिए।

हाइपोथर्मिया के खतरों और उपचार पर जागरूकता

शरीर का तापमान अत्यधिक कम हो जाना, जिसे हाइपोथर्मिया कहा जाता है, एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है। इसमें व्यक्ति को कंपकंपी, बोलने में कठिनाई, त्वचा का पीलापन, सांसों की धीमी गति, मांसपेशियों में जकड़न और गंभीर होने पर बेहोशी जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति को तुरंत गर्म स्थान पर ले जाना, कंबल से ढकना और चिकित्सकीय उपचार दिलाना अत्यंत आवश्यक है।


Neha Yadav

नेहा यादव रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे यूनिवर्सिटी से बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ग्रेजुएट करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। पिछले 6 सालों से विभिन्न मीडिया संस्थानों में रिपोर्टिंग करने के बाद NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहीं है।

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