Chhattisgarh Viral Video: हर पल मेरी याद तुम्हें तड़पाएगी...क्यूट अफसर कपल के रील्स सोशल मीडिया में हो रहे पापुलर, उठते सवाल भी...
Chhattisgarh Viral Video: छत्तीसगढ़ के राज्य प्रशासनिक सेवा के अफसर दंपती के रील्स बहुत शेयर हो रहे हैं। कपल अपने रिल्स इंस्टाग्राम पर लगातार अपलोड करते रहते हैं। इसमें कॉमेडी भी होता है। इस पर मिली जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। कुछ लोगों का कहना है ये प्रायवेट लाइफ है। मगर अफसरशाही का काफी बड़ा वर्ग इसे सही नहीं मान रहा।

Chhattisgarh Viral Video: रायपुर। छत्तीसगढ में राज्य प्रशासनिक सेवा के सीनियर अफसर हैं भागवत जायसवाल। अपर कलेक्टर लेवल के हैं। कुछ महीने पहले तक वे उद्योग मंत्री लखनलाद देवांगन के पीएस रहे। बाद में सरकार ने उन्हें मंत्री के पीएस से हटाकर फिलहाल एपीओ कर दिया। याने अवेटिंग पोस्टिंग आर्डर। इस समय उनके पास कोई दायित्व नहीं है।
भागवत जायसवाल की पत्नी रुचि शर्मा भी राज्य प्रशासनिक सेवा की अफसर हैं। इस समय वे मंत्रालय में अंडर सिकरेट्री हैं और उनके पास तीन विभाग हैं। जाहिर है, यह अफसर बिरादरी का क्यूट कपल है।
दोनों रील्स बनाने के बेहद शौकीन है। रील्स में वे अभिनय भी मंजे हुए अभिनेता, अभिनेत्री की तरह करते हैं। हर पल मेरी याद तुम्हें सताएगी और पोर्च में कार खरीदने वाला रील्स देखकर आपको हंसी आ जाएगी। कई रील्स उनके जंगलों या टूरिस्ट स्पॉट के सैर-सपाटे के दौरान बनाए गए हैं।
क्यूट कपल के रील्स को सोशल मीडिया में काफी पसंद दिए जा रहे हैं। उनके इंस्टाग्राम से रील्स को लोग लेकर शेयर कर रहे हैं। इस पर कमेंट्स भी आ रहे हैं।
अफसर कपल रील्स बनाए...इस पर सवाल भी खड़े किए जा रहे हैं। कुछ का कहना था कि प्रायवेट लाइफ में रील्स बनाने पर कैसे मना किया जा सकता है।
मगर अफसरशाही का एक बड़ा वर्ग का कहना है कि सार्वजनिक जीवन में रहन वाले लोगों से मर्यादित आचरण की अपेक्षा की जाती है। सैकड़ों, हजारों लोग अफसरों को अपना आदर्श मानते हैं। ऐसे में, प्रायवेट लाइफ के नाम पर आम पब्लिक की तरह एक्टिंग करते, नाचते-गाते रील्स बनाना वाजिब नहीं।
अफसर प्रायवेट से आम पब्लिक से अलग होते हैं, उनके साथ सरकार का नाम जुड़ा होता है। सरकार उन्हें गाड़ी, घोडा, बंगला, नौकर-चाकर के साथ उन्हें सिक्यूरिटी भी मुहैया कराती है।
कुछ अफसरों ने कहा कि फेमिली फंक्शन में सार्वजनिक जीवन के लोगों को नाचने-गाने पर कोई मनाही नहीं है। राज्यों के मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव भी अपने परिवार की शादियों में ठुमकते हैं। इसका मतलब ये नहीं कि प्रायवेट लाइफ मानकर वे लगे सार्वजनिक जगहों पर अपना रील्स बनाने।
जीएडी का कोई स्पष्ट नियम नहीं
हाल में राजधानी रायपुर के आंबेडकर अस्पताल में नर्सो के रील्स बनाने पर सरकार ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था। मगर सामान्य प्रशासन विभाग का इस बारे में कोई स्पष्ट नियम नहीं है।
इसे अंडरस्टूड माना जाता है कि सार्वजनिक जीवन से जुड़े लोगों को क्या करना चाहिए और क्या नहीं। इसलिए छत्तीसगढ़ में कभी किसी कलेक्टर, एसपी या सिकरेट्री को लोगों ने नाचते और कामेडी करते सोशल मीडिया पर रील्स नहीं देखा होगा।
हालांकि, एक पक्ष यह मानता है कि अफसर होने की वजह से उसका प्रायवेट लाइफ खतम नहीं हो जाता। मगर दूसरी तरफ लोगों का ये कहना है कि प्रायवेट लाइफ में वीडियो बनाकर हजार बार उसे देखें मगर सोशल मीडिया पर तो हजारों लोग देखने वाले होते हैं।