Chhattisgarh Vidhansabha Winter Session: पूर्व केंद्रीय मंत्री शिवराज पाटिल के निधन पर 10 मिनट के लिए सदन की कार्रवाई स्थगित...
Chhattisgarh VVidhansabha Winter Session:पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता शिवराज पाटिल का आज सुबह निधन हो गया। उनके निधन पर छत्तीसगढ़ विधानसभा में सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। विधानसभा अध्यक्ष डा रमन सिंह ने दिवंगत नेता के सम्मान में सदन की कार्रवाई 10 मिनट के लिए स्थगित करने की घोषणा की।

Chhattisgarh Vidhansabha Winter Session: रायपुर। पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता शिवराज पाटिल का आज सुबह निधन हो गया। उनके निधन पर छत्तीसगढ़ विधानसभा में सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। विधानसभा अध्यक्ष डा रमन सिंह ने दिवंगत नेता के सम्मान में सदन की कार्रवाई 10 मिनट के लिए स्थगित करने की घोषणा की।
विधानसभा के मानसूत्र सत्र के दूसरे दिन सदन की कार्रवाई प्रारंभ होते ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने पूर्व गृह मंत्री शिवराज पाटिल के निधन की जानकारी दी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव ने कहा कि स्व शिवराज पाटिल का संसदीय जीवन सादगी से भरा रहा। वे सौम्य और लोकतंत्र में गहरी आस्था रखने वाले राजनेता थे। उन्होंने हमेशा ही संसदीय परंपराओं का सम्मान किया। नेता प्रतिपक्ष डा चरणदास महंत ने कहा कि स्व पाटिल अपने जीवन में लोकतंत्र के सम्मान का दायित्व निभाया संसदीय परंपराओं की निष्पक्षता और गरिमा के लिए सम्मानित किए गए। अच्छे स्वभाव के थे। बड़े ही सरल साैम्य और शांत व्यक्तित्व के धनी थे। उनका जाना हम सबके लिए दुखद है। संसदीय लोकतंत्र के समर्थक सादगीपूर्ण जीवनशैली के लिए जाने जाते थे। देश के वरिष्ठ और सम्मानित सांसद के रूप में गिने जाते रहेंगे। उनके निधन पर हम सबको बड़ा दुख है।
मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष के शोक संवेदना व्यक्त करने के बाद सदन में दो मिनट का मौन रखा गया। विधानसभा अध्यक्ष डा सिंह ने दिवंगत नेता के सम्मान में सदन की कार्रवाई 10 मिनट के लिए स्थगित करने की घोषणा की।
90 वर्ष की उम्र में आज सुबह हुआ निधन
पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता शिवराज पाटिल का शुक्रवार को 90 की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने लातूर में सुबह 6.30 बजे अंतिम सांस ली। शिवराज पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। लातूर में उनके घर देवघर में उनका इलाज चल रहा था। स्व पाटिल का अंतिम संस्कार शनिवार को किया जाएगा। शिवराज के परिवार में उनके बेटे शैलेश, बहू अर्चना और दो पोतियां हैं।
पाटिल लातूर लोकसभा सीट से 7 बार सांसद रहे। शिवराज को इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का विश्वासपात्र माना जाता था। वे 1980 के दशक में इंदिरा और राजीव की सरकारों में रक्षा मंत्री रहे।
इसके अलावा वे 1991 से 1996 तक लोकसभा के 10वें अध्यक्ष रहे। 2004 से 2008 तक केंद्र में गृह मंत्री रहे। हालांकि मुंबई हमले में सुरक्षा चूक की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
26 नवंबर 2008 को मुंबई में आतंकवादी हमलों के दौरान उन्हें काफी आलोचना झेलनी पड़ी। देश में इतने बड़े संकट के बावजूद शिवराज ने एक ही दिन में कई बार ड्रेस बदली। इसके लिए उनकी आलोचना हुई।
ऐसे रहा स्व. पाटिल का राजनीतिक सफर
12 अक्टूबर 1935 को जन्मे पाटिल ने 1966 और 1970 के बीच लातूर म्युनिसिपैलिटी के प्रेसिडेंट के तौर पर अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। बाद में दो बार MLA चुने गए। 1977 से 1979 के बीच उन्होंने महाराष्ट्र असेंबली में डिप्टी स्पीकर और स्पीकर समेत कई अहम पद संभाले।वे राज्यसभा के सदस्य भी थे। पंजाब के गवर्नर थे और 2010 से 2015 तक केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के एडमिनिस्ट्रेटर भी रहे।
