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Chhattisgarh Vidhansabha Winter Session:मंत्री रामविचार नेताम ने विधायक अजय चंद्राकर को ऐसा क्यों कहा, इनकी ख्याति तो दूर-दूर तक फैलते रहती है

Chhattisgarh Vidhansabha Winter Session: सत्ता पक्ष के दो वरिष्ठ विधायकों के बीच सवाल-जवाब के शुरुआती दौर में ही कुछ इस तरह की बातें हुई कि विपक्षी सदस्य भी कमेंट्स करने से नहीं चूके। कृषि मंत्री राम विचार नेताम के विभागों से संबंधित विधायक अजय चंद्राकर ने सवाल दागे। जवाब देने से पहले मंत्री नेताम ने आसंदी की ओर देखते हुए कहा कि इनकी ख्याति तो दूर-दूर तक फैलते रहती है,इनको भला कौन नहीं जानता। मंत्री का इतना कहना था कि विपक्ष की ओर से भी प्रतिक्रिया आ गई। विपक्ष ने सीनियर विधायकों को कुर्सी बदलने की सलाह दे दी।

Chhattisgarh Vidhansabha Winter Session:मंत्री रामविचार नेताम ने विधायक अजय चंद्राकर को ऐसा क्यों कहा, इनकी ख्याति तो दूर-दूर तक फैलते रहती है
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By Radhakishan Sharma

Chhattisgarh Vidhansabha Winter Session: रायपुर। सत्ता पक्ष के दो वरिष्ठ विधायकों के बीच सवाल-जवाब के शुरुआती दौर में ही कुछ इस तरह की बातें हुई कि विपक्षी सदस्य भी कमेंट्स करने से नहीं चूके। कृषि मंत्री राम विचार नेताम के विभागों से संबंधित विधायक अजय चंद्राकर ने सवाल दागे। जवाब देने से पहले मंत्री नेताम ने आसंदी की ओर देखते हुए कहा कि इनकी ख्याति तो दूर-दूर तक फैलते रहती है,इनको भला कौन नहीं जानता। मंत्री का इतना कहना था कि विपक्ष की ओर से भी प्रतिक्रिया आ गई। विपक्ष ने सीनियर विधायकों को कुर्सी बदलने की सलाह दे दी।

विधायक अजय चंद्राकर ने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान" की वित्तीय एवं भौतिक स्थिति को लेकर सवाल किया। अजय ने पूछा कि प्रदेश में "धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान" कब से संचालित है? इसके उद्देश्य क्या है? कितने चरण पूर्ण हो चुके हैं तथा वर्तमान में कौन सा चरण संचालित है? इसके अंतर्गत राज्य के कितने ग्रामों को शामिल किया गया, जिलेवार जानकारी मांगी। विधायक ने यह भी पूछा कि उक्त योजना अंतर्गत वित्तीय व्यवस्था किस प्रकार की जाती है? बीते 3 वर्षों में कितनी-कितनी राशि राज्य एवं केन्द्र सरकार से प्राप्त हुई और किन-किन कार्यों में कितनी-कितनी राशि का व्यय किया गया? उक्त अभियान अंतर्गत भौतिक स्थिति क्या है? कार्यों का लक्ष्य निर्धारण कब तक है? एवं लक्ष्य के अनुरूप क्या आगे पीछे चल रहा है? यदि पीछे है तो उसका कारण क्या है एवं उसके लिए दोषी कौन है तथा उसके ऊपर क्या कार्यवाही की गई? इस अभियान की अब तक क्या-क्या उपलब्धियां हैं?

विधायक के इन सवालों का जवाब देने के पहले मंत्री रामविचार नेताम ने कुछ इस तरह की टिप्पणी अजय चंद्राकर को लेकर की। मंत्री बोले इनकी ख्याति तो दूर-दूर तक फैलते रहती है। कुछ ऐसा कहा और फाइल उठाकर जवाब देना शुरू किया। मंत्री को टोकते हुए विधायक चंद्राकर ने कहा कि मुझे पता है सीनियर विधायक हैं मंत्री जी,सवालों का सीधा जवाब देने के बजाय घूमाते जा रहे हैं। इतना कहने के साथ ही विधायक अजय चंद्राकर ने एक और सवाल दागते हुए पूछा कि सीओसी की स्थापना सिकलसेल के लिए 60 लाख व एनिमिया के लिए दो करोड़ दिया है।मंत्री ने कहा कि एम्स को एजेंसी बनाया गया है। एम्स के माध्यम से काम चल रहा है। इसी बीच विधायक चंद्राकर ने कृषि विभाग से संबंधित जानकारी मांगते हुए पूछा कि जरा ड्रिप स्प्रींक्लर की जानकारी दे दीजिए। मंत्री जवाब देते इसके पहले ही विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि आपको जानकारी ही नहीं दी गई है। विधायक ने मंत्री से दूसरा सवाल दागा, विभाग के ऐसे लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई करेंगे क्या। उनका इतना कहना था कि विपक्ष की ओर से प्रतिक्रिया आई। आप लोग अपनी कुर्सी बदल लीजिए। फिर आवाज आई, यह सब कुर्सी की ही तो लड़ाई है। सवाल-जवाब और विपक्ष की ओर से आ रहे प्रतिक्रिया के बीच प्रश्नकाल का समय समाप्त हो गया।

विधायक अजय के सवालों से घिरे रहे मंत्री नेताम

विधायक अजय चंद्राकर के आदिम जाति कल्याण विभाग और कृषि विभाग से ताल्लुक रखने वाले सवालों से मंत्री रामविचार नेताम सदन में घिरे रहे। विधायक चंद्राकर को महज पांच मिनट ही सवाल पूछने के लिए समय मिल पाया था। इतने कम समय में भी वे मंत्री को अपने तीखे सवालों के बीच घेरे रहे।

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