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Chhattisgarh Teacher Recruitment 2024: अनुकंपा नियुक्ति के बदलेंगे नियम! M.Sc, B.Sc किए लोग भृत्य बनना नहीं चाहते, GAD को भेजा गया प्रस्ताव...

Chhattisgarh Teacher Recruitment 2024: छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में अनुकंपा नियुक्ति के मामले लटके हुए हैं। सिर्फ स्कूल शिक्षा विभाग में ही एक हजार से अधिक मामले पेंडिंग है। विभाग अब इसके लिए रास्ता निकाला है मगर इसके लिए जीएडी की हरी झंडी जरूरी है।

Chhattisgarh Teacher Recruitment 2024: अनुकंपा नियुक्ति के बदलेंगे नियम! M.Sc, B.Sc किए लोग भृत्य बनना नहीं चाहते, GAD को भेजा गया प्रस्ताव...
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By Gopal Rao

Chhattisgarh Teacher Recruitment 2024: रायपुर। छत्तीसगढ़ के कई विभागों में करीब पांच हजार से अधिक अनुकंपा नियुक्ति के मामले सालों से पेंडिंग हैं। दरअसल, विभागों में आवेदकों के योग्यता के अनुरूप पद खाली नहीं हैं, और हैं नीचे के पद हैं तो कोई उसमें जाना चाहता नहीं। इस चक्कर में पेंडेंसी बढ़ती जा रही है।

ताजा मामला स्कूल शिक्षा विभाग का है। स्कूल शिक्षा विभाग का कैडर चूकि काफी बड़ा है लिहाजा केसेज भी इस विभाग में सबसे अधिक है। स्कूल शिक्षा विभाग के अफसरों की मानें तो एक हजार से अधिक मामले सालों से पड़े हुए हैं। अलबत्ता, इस संख्या में लगातार इजाफा होते जा रहा है। असल में, इसकी वजह यह है कि एमए, एमएससी, बीए, बीएससी डिग्री धारी क्लास फोर्थ यानी भृत्य बनना नहीं चाहते। वे क्लास थ्री के पोस्ट खाली होने के लिए लंबे समय से प्रतीक्षा कर रहे हैं।

नई सरकार बनने के बाद बृजमोहन अग्रवाल ने स्कूल शिक्षा मंत्रालय संभाला। उन्हें अनुंकपा नियुक्ति के अनेक प्रकरणों के लंबित होने की जानकारी मिली। उन्होंने अफसरों को अनुकंपा नियुक्ति के मामलों को प्राथमिकता के साथ निरकारण करने के निर्देश दिए थे। अब पता चला है, मंत्री के निर्देश के बाद अफसर हरकत में आए और यह तय किया गया है कि सहायक शिक्षक विज्ञान के पदों पर अनुकंपा नियुक्ति केस में पोस्टिंग दी जा सकती है। ये क्लास थ्री का पद है और छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में पद खाली हैं। हालांकि, इसके लिए टीईटी करना अनिवार्य होगा। मगर जीएडी के भर्ती रुल के अंतगर्त बिना टीईटी किए सहायक शिक्षक बन नहीं सकते। स्कूल शिक्षा मंत्री की हरी झंडी के बाद विभाग ने इसका रास्ता निकालते हुए नियुक्ति के बाद टीईटी के लिए दो साल का टाईम देने का प्रस्ताव तैयार किया है। मगर इस पर जीएडी को फैसला लेना है। जीएडी से अगर सहमति मिल गई तो स्कूल शिक्षा विभाग के अनुकंपा नियुक्ति के मामले एक झटके में खतम हो जाएंगे।

Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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