Begin typing your search above and press return to search.

Chhattisgarh Sand Mafia: विधायक, कलेक्टर और एसडीएम की साख कटघरे में, सवाल क्या इसकी जांच कराकर दूध-का-दूध और पानी-पानी किया जाएगा

Chhattisgarh Sand Mafia: पामगढ़ की विधायक शेषराज हरबंश और रेत माफियाओं से ताल्लुक रखने वाले किसी रोशन के बीच रेत खनन को लेकर लेन-देन का आडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है। यूर्जस इसी अंदाज में तीखी प्रतिक्रिया भी व्यक्त कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ की सियासत में अब यह सवाल भी तेजी के साथ तैर रहा है कि विधायिका की साख बचाने क्या विधानसभा अध्यक्ष डा रमन सिंह इस गंभीर मसले की जांच कराएंगे। जांच से सब-कुछ दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। हालांकि, वायरल आडियो को विधायक हरबंश इसे एआई जनरेटेड बता रही है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ षडयंत्रपूर्वक साजिश की गई। मगर चूकि पब्लिक डोमने में विधायक और कलेक्टर, एसडीएम को लपेटे में लेने वाला ऑडियो वायरल हुआ है तो उसकी जांच तो होनी चाहिए।

Chhattisgarh Sand Mafia: विधायक, कलेक्टर और एसडीएम की साख कटघरे में, सवाल क्या इसकी जांच कराकर दूध-का-दूध और पानी-पानी किया जाएगा
X
By Radhakishan Sharma

Chhattisgarh Sand Mafia: रायपुर। पामगढ़ की कांग्रेस विधायक शेषराज हरबंश और रेत खनन को लेकर किसी रोशन नाम के व्यक्ति के बीच लेन-देन को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तेजी के साथ वायरल हो रहे आडियो ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिया है। सबसे पहली बात तो ये कि विधायिका की साख ही दांव पर लग गई है। लेन-देन के आडियो में कलेक्टर,एसडीएम और किसी राघवेंद्र नाम के व्यक्ति का नाम भी सामने आया है। इन सबको रुपयों के जरिए मुंह बंद करने की बात सामने आ रही है। रुपये देकर इनका मुंह बंद कर दो और जहां चहो,जैसा और जब चाहो बेहिसाब रेत खनन का काम करते रहो। इस आडियो ने सिस्टम से लेकर विधायिका के सामने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिया है।

कलेक्टर और एसपी सीधे तौर पर सरकार के प्रतिनिधि होते हैं। उनके प्रतिनिधि की हैसियत से जिले में ला एंड आर्डर के साथ ही सरकार की योजनाओं को धरातल पर लाने की कोशिश करते हैं। ऐसे आला अफसरों के नाम से भी इस आडियो में वसूली की बात हो रही है। बातचीत भी ऐसी जैसे सब-कुछ पहले से तय हो या फिर इस पूरे मामले को डील करने वाले के भरोसे में हो। तभी तो बिंदास और बेखौफ सीधे रुपये की बात हो रही है। ऑडियो सुनकर लगता है, कलेक्टर व एसडीएम ना होकर रंगदारी टैक्स वसूलने वाले हो गए।

बरहहाल, आडियो में कही गई बातों को लेकर कई सवाल उठ खड़े हो रहे हैं। सवालों का जवाब देने के बजाय विधानसभा अध्यक्ष को चाहिए विधायिका की साख पर उठे सवाल को लेकर जरुरी कार्रवाई करे। सियासत के गलियारे में यह बात भी अब होने लगी है कि क्या विधानसभा अध्यक्ष इस मामले को गंभीरता से लेंगे और जांच का निर्देश देंगे। रेत खनन को लेकर रेत माफिया और विधायक के बीच आडियो वायरल होने के बाद विधायक हरबंश ने प्रेस कांफ्रेंस लेकर आडियो को एआई जनरेटेड बताया है। विधायक का कहना है भूमाफिया के खिलाफ वे अभियान चला रहे हैं। यह सब भूमाफियाओं का ही करा धरा हो सकता है। विधायक की सफाई के बीच सवाल अब भी वही है, क्या इस पूरे और अपने आप में गंभीर मामले की जांच होगी।


रेत माफिया से वसूली का विधायक का आडियो हुआ वायरल: पांच लाख मेरा, कलेक्टर व एसडीएम को हिस्से में आएगा दो लाख, तभी चलेगा रेत घाट, राघवेंद्र को एक लाख रुपये देना होगा...


पामगढ़ विधानसभा की कांग्रेस विधायक शेषराज हरबंश के द्वारा रेत माफियाओं से डील किए जाने का ऑडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है। वायरल आडियो में विधायक खुद के नाम से 5 लाख और कलेक्टर तथा एसडीएम के नाम से दो-दो लाख तथा किसी राघवेंद्र के नाम से एक लाख रुपए रेट तय करती सुनाई दे रहीं हैं। विधायक शेषराज हरबंश का कहना है कि यह ऑडियो नौ माह पहले दिसंबर 2024 का है। मैंने अधिकारियों से फाइन पटाने की बात कही थी। जिसके चालान आए रसीद की कॉपी भी मेरे पास है। सरकारी जमीनों के बंदरबांट करने वाले भू माफियाओं के खिलाफ अभियान छेड़ने पर नौ माह बाद ऑडियो को पूरी तरह से एडिटेड करके मुझ पर दबाव बनाने के लिए इसे वायरल किया जा रहा है, ताकि मैं भू माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही कराने से डर कर पीछे हट जाऊं।


Next Story