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Chhattisgarh News: पार्टी BJP, नाम रामचरित और पंपलेट उर्दू में, मुस्लिम बहुल इलाके के भाजपा उम्मीदवार का वोटरों को रिझाने का अनूठा तरीका...

छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव का माहौल चरम पर है। 10 नगर निगमों समेत 3102 वार्डों में बीजेपी, कांग्रेस के साथ ही कई निर्दलीय प्रत्याशी जोर आजमा रहे हैं। चुनाव प्रचार के दौरान सूबे में सियासत के कई रंग देखने को मिल रहे हैं। मुस्लिम वोटों को रिझाने एक बीजेपी प्रत्याशी ने सेक्लूरिज्म की बात करते हुए उर्दू में पंपलेट छपवा लिया है। इस पर सोशल मीडिया में लोग खूब मौज ले रहे हैं। खासकर, विरोधी पार्टियों को चुटकी लेने का मौका मिल गया है।

Chhattisgarh News: पार्टी BJP, नाम रामचरित और पंपलेट उर्दू में, मुस्लिम बहुल इलाके के भाजपा उम्मीदवार का वोटरों को रिझाने का अनूठा तरीका...
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By Sandeep Kumar

Chhattisgarh News: मनेंद्रगढ़। बीजेपी के लोग भी दबी जुबां से स्वीकार करते हैं कि उन्हें मुस्लिमों के वोट नहीं मिलते। मगर मामला जब जीत-हार से जुड़ा हो, तो सियासत अपना रंग दिखा ही देता है। छत्तीसगढ़ में बीजेपी के एक प्रत्याशी ने उर्दू में पंपलेट छपवाया है।

असल में, मौलाना आजाद वार्ड में 45 परसेंट से अधिक मुस्लिम वोटर है। सो, प्रत्याशी धर्मनिरपेक्षता की बात करते हुए वीडियो में दो टूक कह रहे हैं कि हमारे लिए हिन्दू-मुस्लिम सभी बराबर हैं।

सरगुजा संभाग के मनेंद्रगढ़ नगर पालिका के वार्ड नंबर 12 से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी रामचरित द्विवेदी ने चुनाव प्रचार में एक अनूठी पहल की है। द्विवेदी ने अपने चुनाव प्रचार पर्चे को उर्दू भाषा में छपवाया है, जो अब सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है।

इस वार्ड में मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 45 प्रतिशत से ज्यादा है, जिसे देखते हुए भाजपा प्रत्याशी ने यह रणनीतिक कदम उठाया है। रामचरित द्विवेदी पर्चे में आम जनता से भारतीय जनता पार्टी को वोट देने की अपील की गई है। द्विवेदी ने अपने चुनाव प्रचार पर्चे को उर्दू भाषा में छपवाया है, जो अब सोशल मीडिया और स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है।

मौलाना आजाद वार्ड में टफ स्थिति

मौलाना आजाद वार्ड में पहले तीन-चार मुस्लिम चुनाव लड़ते थे। इसलिए उनका वोट बंट जाता था। मगर इस बार मुस्लिम समाज ने एक राय होकर अफाक अहमद को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारा है। अफाक पहले कांग्रेस से पार्षद रह चुके हैं। सो, उनका अपना प्रभाव है।

कांग्रेस प्रत्याशी गिरधर जायसवाल भी एल्डरमैन रह चुके हैं। बीजेपी के रामचरित जरूर तीन बार चुनाव लड़े हैं और तीनों बार हारे हैं। एक बार बीजेपी से और दो बार निर्दलीय। इस बार रामचरित जीत के लिए सारे नुख्सों का इस्तेमाल कर लिए हैं। उर्दू का पंपलेट इसी रणनीति का एक हिस्सा है।

Sandeep Kumar

संदीप कुमार कडुकार: रायपुर के छत्तीसगढ़ कॉलेज से बीकॉम और पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी से MA पॉलिटिकल साइंस में पीजी करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं। पिछले 10 सालों से विभिन्न रीजनल चैनल में काम करने के बाद पिछले सात सालों से NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहे हैं।

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