छत्तीसगढ़ में ठंड का कहर: बारिश होने से बढ़ी ठिठुरन... रायपुर, धमतरी, बिलासपुर दुर्ग सहित 11 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी
रायपुर। छत्तीसगढ़ में इन दिनों हल्की बारिश के साथ कड़ाके की ठंड का कहर जारी है। शीतलहरी और कोहरे के डबल अटैक से आम जनजीवन प्रभावित है। ट्रेनों और फ्लाइट्स की रफ्तार भी धीमी हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार और सोमवार को भी शीतलहर और कोल्ड डे की स्थिति बनी रहेगी।
रायपुर मौसम विभाग की माने तो अगले 48 घंटो के दौरान 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की संभावना है, उसके बाद कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। प्रदेश में सबसे अधिकतम तापमान दंतेवाड़ा 29.2° KVK, सबसे कम तापमान 7.1°बलरामपुर में दर्ज किया गया। वहीं, आज राजधानी रायपुर में आकाश आंशिक मेघमय रहने तथा एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश 26°C और 17℃ के आसपास रहने की संभावना है।
मौसम विभाग ने जिन जिलों के लिए येलो अलर्ट किया है उनमें रायगढ़, जांजगीर-चांपा, बिलासपुर, बलौदाबाजार, महासमुंद, रायपुर, गरियाबंद, दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद,धमतरी शामिल है। इन जिलों में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हो सकती है। साथ ही इन जिलों में कड़की की ठंड का सामना भी लोगों को करना पड़ सकता है।
येलो अलर्ट का मतलब जानिए...
येलो अलर्ट का मतलब होता है कि मौजूदा स्थिति में खतरा नहीं है, लेकिन कभी भी मौसम की खतरनाक स्थिति आपके सामने आ सकती है, इसके लिए तैयार रहें। येलो अलर्ट जारी करने का मकसद वास्तव में लोगों को सतर्क करना होता है। इसके मुताबिक आपको तुरंत कोई खतरा नहीं होता, लेकिन मौसम के हाल को देखते हुए सावधान रहना चाहिए।
मौसम एजेंसी स्काई मेट वेदर के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, विदर्भ के कुछ हिस्सों, गंगीय पश्चिम बंगाल और केरल में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। तमिलनाडु और लक्षद्वीप में और अरुणाचल प्रदेश में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों, पूर्वी मध्य प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के कई हिस्सों में शीत दिवस से लेकर गंभीर शीत दिवस की स्थिति बन सकती है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में सुबह और रात के दौरान घने से बहुत घने कोहरे की स्थिति हो सकती है।
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान, उत्तरी मध्य प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में शीत लहर से लेकर गंभीर शीत लहर की स्थिति हो सकती है।
औसत समुद्र तल से 12.6 किलोमीटर ऊपर 130 से 140 किलोमीटर की जेट स्ट्रीम हवाएँ उत्तरी मैदानी इलाकों पर चल रही हैं। उत्तरी मध्य महाराष्ट्र पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण उत्तरी हरियाणा के ऊपर समुद्र तल से 1.5 से 3.1 किमी ऊपर है।
एक ट्रफ रेखा दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक से उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और मराठवाड़ा होते हुए विदर्भ तक फैली हुई है।