छत्तीसगढ़ में नोटों से भरी कार, 500-500 के बंडल देख पुलिस का भी चकरा गया माथा, नोट गिनने मंगवानी पड़ी मशीन....
Chhattisgarh: वाहन को चेक करने पर पीछे कार की डिग्गी में अलग-अलग थैलियों में 500-500 सौ रूपये कीगड्डी मिली। बड़ी मात्रा में नोटों के बंडल देखकर पुलिस भी हैरान रह गई...
कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा में पुलिस ने चेकिंग अभियान के दौरान नोटों से भरी कार पकड़ी है। कार की जब तलाशी ली गई तो थैलों में नोटों के बंडल देकर पुलिस भी दंग रह गई। कार के अंदर करीब दो करोड से ज्यादा कैश रखा हुआ था। पुलिस ने कार सवार तीन युवकों को पकड़कर नगदी से भरी कार को थाने लाया और कार्रवाई कर इसकी सूचना आयकर विभाग को दे दी है। घटना कवर्धा के चिल्पी थाना क्षेत्र की है।
चेकिंग के दौरान पकड़ाई नोटों से भरी कार
दरअसल, आईजी राजनांदगांव रेंज दीपक कुमार झा ने बार्डर पर अवैध तस्करों एवं अन्य अपराधिक गतिविधीयों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसी के तहत थाना प्रभारी उमाशंकर राठौर के नेतृत्व में थाना चिल्पी टीम द्वारा आबकारी चेकपोस्ट के पास संदिग्ध वाहनों की चेकिंग की जा रही है।
आज भी सुबह 9:30 बजे चेकिंग शुरू थी। इसी दौरान एमपी के मण्डला तरफ से एक नीले रंग की मारुती एस कार क्रमांक MP-51, CA-9891 को रोका गया। कार के अन्दर 3 लोग बैठे थे। युवकों ने पूछताछ में अपना नाम गगन जैन पिता स्व. गिरीश जैन 33 साल निवासी श्रीराम वार्ड-8 मण्डला, अमन जैन पिता स्व. गिरीश जैन उम्र 30 साल मण्डला और नवीन ठाकुर पिता ताराचंद्र ठाकुर 25 साल निवासी हेजा नगर थाना महराजपुर मण्डला बताये।
वाहन को चेक करने पर पीछे कार की डिग्गी में अलग-अलग थैलियों में 500-500 सौ रूपये कीगड्डी मिली। बड़ी मात्रा में नोटों के बंडल देखकर पुलिस भी हैरान रह गई।
तीनों युवकों को थाने लाकर उनके पास रखे नोटों की गिनती करने पर 500-500 सौ रूपये के 455 गड्डीयों में कुल 2,27,50000 रूपये (दो करोड़ सत्ताईस लाख पचास हजार रूपये) जब्त किया गया। संदेहियो से रकम के संबंध मे पूछताछ करने पर रायपुर में प्रापर्टी खरीदने के नाम पर लेजाना बताये।
जब्त रकम के संबंध में कोई दस्तावेज पेश नहीं कर सके। थाना चिल्फी मे उचित कार्रवाई की गई। साथ ही आगे की कार्रवाई के लिए आयकर विभाग को सूचना दे दी गई है।
प्रकरण में चिल्पी थाना प्रभारी निरीक्षक उमाशंकर राठौर हमराह उप निरी. राजेश्वर सिंह ठाकुर, आर. क्रमांक जितेन्द्र चंद्रवंशी, अमन वाहने, आशु तिवारी, पंकज यादव, संतोष साहू, अजय चंद्रवंशी, पप्पु पनागर, सुभाष चंद्र सोनकर का योगदान रहा है।