छत्तीसगढ़ में कुख्यात आरोपी का एनकाउंटर, पुलिस पर कर रहा था फायरिंग, जवाबी कार्रवाई में मारा गया...
छत्तीसगढ़ में एक कुख्यात आरोपी अमित जोश का पुलिस ने एनकाउंटर कर दिया है। आरोपी ने पुलिस पर गोली चला दी थी। जवाबी कार्रवाई में आरोपी मारा गया...
दुर्ग। छत्तीसगढ़ की साय सरकार के कार्यकाल में कुख्यात बदमाश का पहला एनकाउंटर हुआ है। दुर्ग में चार महीने से फरार चल रहे गोलीकांड के आरोपी अमित जोश को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए गई हुई थी, जवानों को देखकर आरोपी ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इस दौरान वो मारा गया।
बता दें कि 25 और 26 जून 2024 को दो पक्षों के विवाद में भिलाई थाना क्षेत्र में आरोपी आमित जोश ने तीन लोगों पर गोली चला दी थी। गोलीकांड में दो लोगों को गोली लगी थी। वारदात के बाद से आरोपी फरार हो गया था। इसी बीच दुर्ग पुलिस को आज शाम सूचना मिली कि अमित जोश भिलाई नगर के जयंती स्टेडियम के पीछे पहुंचा हुआ है।
क्राईम और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो आरोपी ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में आरोपी मारा गया।
अमित पर अलग अलग थानों में 60 से ज्यादा मामले दर्ज है। अमित जोश की दहशत से आम लोग ही नहीं बल्कि दुर्ग पुलिस भी परेशान थी। आरोपी सेक्टर 6 का निवासी था और जिले का चर्चित बदमाश था।
जानिए मामला
दरअसल, 25-26 विश्रामपुर निवासी रमनदीप सिंह भिलाई निवासी अपने दो दोस्त सुनील यादव, आदित्य सिंह से मिलने के लिए भिलाई पहुंचा था। दोस्त की आने की खुशी में तीनों ने जमकर पार्टी की। पार्टी खत्म होने के बाद तीनों बाइक से घूमने निकले थे।
इधर, 25 जून को ही अमित जोश की एनिवर्सरी थी। देर रात पार्टी करने के बाद अमित जोश भी अपने दोस्त के साथ बाइक पर घूमने के लिए निकला था।
जब वो ग्लोब चैक के पास पहुंचा तो यहां पर उसकों बाइक सवार रमनदीप सिंह, सुनील यादव और आदित्य सिंह मिल गए। तीनों को देखकर अमित गाली-गलौज करने लगा। विरोध करने पर अमित ने तीनों पर फायरिंग कर दी। गोलीकांड में सुनील और आदित्य सिंह को गोली लगी, जिसके बाद आरोपी फरार हो गया।
रमनदीप ने दोनों को शंकराचार्य अस्पताल ले गया, जहां से दोनों को रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ा था। वहीं, घटना के बाद से अमित फरार चल रहा था। आज शाम दुर्ग पुलिस को अमित के आने की सूचना मिली। पुलिस जैसे ही जयंती स्टेडियम के पीछे पहुंची तो आरोपी ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वो मारा गया।