Chhattisgarh Liquor Scam: बिग ब्रेकिंगः पूर्व IAS अनिल टुटेजा और उनके बेटे को ईओडब्लू मुख्यालय से ईडी के अधिकारी अपने साथ ले गए
Chhattisgarh Liquor Scam: छत्तीसग़़ढ़ में 2000 करोड़ के शराब स्कैम में ईओडब्लू ने मुकदमा दायर करने के बाद जांच तेज कर दी है। कारोबारी अनवर ढेबर, पूर्व विशेष सचिव एपी त्रिपाठी और बीएसपी के कर्मचारी अरबिंद सिंह को ईओडब्लू गिरफ्तार कर चुकी है। उधर, ईडी भी आज एक्शन में आकर ईओडब्लू पहुंचकर उन्हें अपने साथ ले गई
Chhattisgarh Liquor Scam रायपुर। आज एक नाटकीय घटनाक्रम में पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा को ईडी के अफसर अपने साथ ले गए। दोनों पिता-पुत्र ईओडब्लू के समंस पर पूछताछ के सिलसिले में आज सुबह ईओडब्लू मुख्यालय पहुंचे थे। अफसरों का कहना है कि ईडी के अफसर जब मुख्यालय पहुंचे तो पूछताछ पूरी हो चुकी थी। ईओडब्लू की पूछताछ के बाद ईडी के अधिकारी अनिल टुटेजा और यश टुटेजा को अपने साथ गाड़ी में बिठाकर ले गई।
उधर, इससे पहले छत्तीसगढ़ के चर्चित शराब घोटाले में ईओडब्लू ने जांच तेज कर दी है। आज पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा बयान देने ईओडब्लू पहुंचे। सूत्रों के अनुसार टुटेजा को इससे पहले तीन बार पूछताछ के लिए समंस दिया गया था। आज सुबह बयान देने वे ईओडब्लू मुख्यालय पहुंचे। एडिशनल एसपी की टीम टुटेजा से पूछताछ की। हालांकि, उन्हें सुप्रीम कोर्ट से नो कोरोसिव एक्शन का आदेश है इसलिए ईओडब्लू गिरफ्तारी नहीं कर सकती। मगर ये सिर्फ ईओडब्लू के संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट का आदेश है ईडी के नहीं।
हालांकि, शराब घोटाले में इनकी भूमिका को सुप्रीम कोर्ट खारिज कर चुकी है। अनिल टुटेजा और उनके बेटे यश टुटेजा को नो कोरोसिव एक्शन का भी आदेश है। मगर सुप्रीम कोर्ट द्वारा केस खारिज करने के बाद ईडी ने फिर से शराब घोटाले में एफआईआर दर्ज कर लिया है। उधर, ईडी के प्रतिवेदन के आधार पर छत्तीसगढ़ की ईओडब्लू ने भी केस दर्ज किया है। इसी मामले में ईओडब्लू ने तीन बड़ी गिरफ्तारियां की है। उधर, अब ईडी द्वारा फिर से अनिल टुटेजा और यश टुटेजा को अपने साथ ले जाने के बाद चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। क्योंकि, नो कोरोसिव एक्शन ईडी के नए केस में लागू नहीं होगा। इसलिए ईडी ने जिस अंदाज में ईओडब्लू पहुंचकर दोनों को अपने साथ ले गइ र्है, उससे लगता है कि अनिल टुटेजा की मुश्किल बढ़ सकती है।