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Chhattisgarh Kinnar Murder: किन्नर हत्या खुलासा, मठ की प्रमुख बनने साथी किन्नर ने ही रची थी प्लानिंग, रायपुर से बुलवाए दो 2 सुपारी किलर...

Chhattisgarh Kinnar Murder: किन्नर काजल हत्याकांड मामले में दो किन्नर सहित पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी किन्नर ने सुपारी देकर हत्याकांड को अंजाम दिया था।

Chhattisgarh Kinnar Murder: किन्नर हत्या खुलासा, मठ की प्रमुख बनने साथी किन्नर ने ही रची थी प्लानिंग, रायपुर से बुलवाए दो 2 सुपारी किलर...
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By Sandeep Kumar

Chhattisgarh Kinnar Murder: बलौदाबाजार। रायपुर की लापता किन्नर काजल की हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। हत्या का मास्टमाइंड कोई और नहीं बल्कि मृत किन्नर की साथी ही निकली। आरोपी किन्नर का नाम तपस्या है और मुबंई से आकर काजल के साथ उसके घर जोरा में रह रही थी। पुलिस पूछताछ में तपस्या ने बताया कि वो किन्नर मठ की प्रमुख बनना चाहती थी और उसके रास्ते में सबसे बड़ी चुनौती काजल थी। इसलिए उसे रास्ते से हटाने के लिए उसने अपनी साथी किन्नर निशा श्रीवास सहित पांच लोगों की मदद ली।

योजना के तहत ही रायपुर से दो सुपारी किलर हायर किये थे। 17 नवंबर को सभी एक कार में काजल को झांसे में लेकर अपने साथ बलौदाबाजार के ग्राम ढाबाडीह के पास बंद पड़े खदान ले गये। यहां पर सुपारी किलरों ने चाकू गोदकर काजल की हत्या कर दी और उसके शव को वहीं फेंक दिए थे।

जानिए घटनाक्रम

दरअसल, 18 नवम्बर को बलौदाबाजार पुलिस को सूचना मिली कि थाना सिटी कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम ढाबाडीह के पास एक बंद पड़े खदान के पानी में एक लाश पड़ी है। इस सूचना पर थाना सिटी कोतवाली पुलिस बल तत्काल घटनास्थल पहुंची। शव को पानी से निकालकर उसकी जांच पंचनामा करवाई की गई। इस दौरान शव की विधिवत जांच से शव के कपडे से 500-500 की तीन गड्डी में कुल डेढ़ लाख रुपये मिले।

जांच में पता चला कि किसी धारदार हथियार से गले, आदि में वारकर हत्या की गई थी। प्रकरण में थाना सिटी कोतवाली में अपराध क्रमांक 865/24 धारा 103,238 बीएनएस पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। शव का पोस्टमार्टम, जांच कार्यवाही में शव किसी किन्नर का होना पाया गया।

शव की ऐसे हुई पहचान

पुलिस टीम द्वारा शव के संबंध में जानकारी जुटाना शुरू किया गया जिसमें शव ग्राम जोरा, रायपुर निवासी का होना पाया गया। मृतिका की पहचान काजल किन्नर के रूप में की गई। साथ ही बलौदाबाजार पुलिस को ये भी जानकारी मिली कि थाना तेलीबांधा में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज है।

पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही थी। इसी बीच पता चला कि मृत किन्नर के निवास जोरा में और भी किन्नर एक साथ रहते हैं। संदेही तपस्या किन्नर मुंबई महाराष्ट्र से आकर काजल के साथ रह रही थी। मृतिका काजल लोकल रायपुर की थी। पुलिस को ये भी पता चला कि संदेही तपस्या किन्नर मठ की प्रमुख बनना चाहती थी, इसके लिए उसके रास्ते की सबसे बडी चुनौती काजल थी। पुलिस ने इस जानकारी के बाद तपस्या किन्नर को हिरासत में लिया और उससे कड़ाई से पूछताछ की। पुलिस पूछताछ में वो ज्यादा देर पुलिस को गुमराह नहीं कर पाई और हत्या करने की बात कबूल की।

तपस्या ने बताया कि वो किन्नर मठ की प्रमुख बनना चाहती थी। उसके रास्ते की सबसे बडी चुनौती काजल थी, काजल को रास्ते से हटाने के लिए उसके द्वारा ही पूरी प्लानिंग की गई थी।

ऐसे बनाई थी हत्या की प्लानिंग

मठ प्रमुख बनने की चाहत में आरोपी तपस्या द्वारा निशा श्रीवास किन्नर के सांथ मिलकर पूरी प्लानिंग तैयार की। माह सितंबर 2024 में गणेश उत्सव के दौरान काजल की हत्या करने की नीयत से तपस्या किन्नर द्वारा पैसा इकट्ठा कर कुल 12 लाख रूपये निशा श्रीवास को दिया गया। योजना में निशा श्रीवास द्वारा अपने ड्राइवर हिमांशु बंजारे से हत्या करने के लिए एक सुपारी किलर को 6 लाख रुपए नगद दिए, लेकिन बाद में पता चला कि वह सुपारी किलर किसी अन्य मामले में जेल चला गया है। इसी बीच काजल की हत्या करने के लिए दो अन्य सुपारी किलर रायपुर निवासी अंकुश और कुलदीप से सौदा किया। घटना के 2 दिन पहले आरोपिया निशा श्रीवास अपने ड्राइवर हिमांशु बंजारे के साथ घटनास्थल ग्राम ढाबाडीह के पास पत्थर खदान को देखने भी आई थी।

योजना अनुसार ही 17 नवम्बर को शाम 5 बजे निशा श्रीवास द्वारा काजल को चलो मेरे किसी पहचान वाले से 3 लाख लेना है, जिसमें से बंटवारा में डेढ़ लाख रुपये तुम रख लेना कहकर अपनी आर्टिका कार से बलौदाबाजार की ओर आई। उसके पीछे-पीछे सुपारी किलर अंकुश एवं कुलदीप मोटरसाइकिल से आ रहे थे। फिर आर्टिका कार को ग्राम अमेरा के पास रोककर पीछे से आ रहे कुलदीप एवं अंकुश से पैसे लेने की एक्टिंग करते हुए 3 लाख ले लिए, जिसमें से डेढ़ लाख रुपये काजल ने अपने पास रख लिया। इसके बाद अर्टिगा कार में बैठे हुए सभी लोग (ड्राइवर हिमांशु, मृतिका काजल एवं आरोपी निशा किन्नर) घटनास्थल पहुंचे। इस समय यहां अंधेरा हो चुका था। इसके पीछे सुपारी किलर अंकुश एवं कुलदीपक बाईक से घटनास्थल आ गए। फिर निशा श्रीवास एवं हिमांशु, काजल को छोड़कर कार सहित वहां से भाग गए। तब सुपारी किलर अंकुश एवं कुलदीप द्वारा काजल को धारदार चाकू से मार कर उसके शव पत्थर खदान में फेंक दिए थे।

प्रकरण में पुलिस द्वारा 10,50,000 नगदी, एक आर्टिका कार, एक स्प्लेंडर मोटरसाइकिल एवं धारदार चाकू बरामद किया है। प्रकरण में सभी 5 आरोपियों को आज विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करने की प्रक्रिया की जा रही है। प्रकरण विवेचना में है।

Sandeep Kumar

संदीप कुमार कडुकार: रायपुर के छत्तीसगढ़ कॉलेज से बीकॉम और पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी से MA पॉलिटिकल साइंस में पीजी करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं। पिछले 10 सालों से विभिन्न रीजनल चैनल में काम करने के बाद पिछले सात सालों से NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहे हैं।

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