Begin typing your search above and press return to search.

Chhattisgarh Drivers Protest: छत्तीसगढ़ में ड्राइवरों की बड़ी हड़ताल, अपनी मांगों को लेकर किया अनिश्चितकालिन चक्काजाम, जानिए क्या हैं मांगे

Chhattisgarh Drivers Protest: छत्तीसगढ़ में आज राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंघ अनिश्चितकालीन चक्काजाम (Chhattisgarh Drivers Federation strike) कर हड़ताल पर बैठ गए हैं.

Chhattisgarh Drivers Protest
X

Chhattisgarh Drivers Protest

By Neha Yadav

Chhattisgarh Drivers Protest: रायपुर: छत्तीसगढ़ में आज राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंघ अनिश्चितकालीन चक्काजाम (Chhattisgarh Drivers Federation strike) कर हड़ताल पर बैठ गए हैं. अपनी मांगों को लेकर ड्राइवर महासंघ ने शनिवार से “स्टेयरिंग छोड़ो, चक्का जाम आंदोलन” शुरू कर दिया है.

छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन का चक्काजाम

जानकारी के मुताबिक़, छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन ने “स्टेयरिंग छोड़ो, चक्का जाम आंदोलन” शुरू कर दिया है. आज 25 अक्टूबर से अपनी 11 प्रमुख मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन चक्काजाम कर दिया है. बड़ी संख्या में ड्राइवर इकट्ठा होकर प्रदर्शन कर रहे हैं.

अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे ड्राइवर

अपनी वाहनो को खड़ा कर ड्राइवर ने हाइवे पर जाम कर दिया है. सड़कों पर ट्रकों समेत अन्य वाहनों को कतारें खड़ी हैं. कई क्षेत्रों में चक्काजाम का असर देखने को मिल रहा है. गरियाबंद में भी सुबह से छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए. नेशनल हाईवे 130 सी डोहेल के पास बड़ी संख्या में ड्राइवर इकट्ठा हो हो गए हैं. और हाथ में पोस्टर लेकर अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.

जब तक मांग पूरी नहीं होगी जारी रहेगी हड़ताल

छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन का कहना है अगर सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करेगी तो यह हड़ताल जारी रहेगा. बता दें, छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन ने 3 अक्टूबर को अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी थी. उन्होंने कहा था, अगर उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो 25 अक्टूबर से स्टीयरिंग छोड़ों आंदोलन के तहत अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी.

क्या हैं मांगें

छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन अपनी 11 मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. महासंगठन की मांगों में प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी लागू हो, ड्राइवर आयोग और ड्राइवर वेलफेयर बोर्ड के गठन, कमर्शियल लाइसेंस पर बीमा की व्यवस्था, दुर्घटना में मृत्यु पर 20 लाख का मुआवजा, विकलांगता पर 10 लाख, चालक हेल्थ कार्ड, 55 साल बाद पेंशन, ड्राइवरों के बच्चों को शिक्षा और नौकरी में आरक्षण, ड्राइवरों के साथ मारपीट या लूट होने पर सजा आदि शामिल है.



Neha Yadav

नेहा यादव रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे यूनिवर्सिटी से बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ग्रेजुएट करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। पिछले 6 सालों से विभिन्न मीडिया संस्थानों में रिपोर्टिंग करने के बाद NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहीं है।

Read MoreRead Less

Next Story