Chhattisgarh: 5 इंस्पेक्टरों और हवलदार को CM विष्णुदेव ने दिया साइबर ऑफ द ईयर सम्मान, साइबर अपराधों को सुलझाने में उत्कृष्ट काम करने पर हुए पुरस्कृत
Chhattisgarh: 5 निरीक्षकों समेत 6 पुलिसकर्मियों को मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने साइबर अपराधों की रोकथाम और विवेचना के लिए सम्मानित किया है। साइबर ऑफ़ द ईयर अवार्ड के जरिए इन्हें सम्मानित किया गया है।
Chhattisgarh: रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने और उनके समाधान में इस साल उत्कृष्ट कार्य करने वाले पुलिस अधिकारियों और जवानों को मुख्यमंत्री और गृहमंत्री ने सम्मानित किया है। 'साइबर ऑफ द ईयर' अवार्ड के जरिए इन कर्मियों को उनके असाधारण प्रयासों के लिए गृहमंत्री और डीजीपी की उपस्थिति में सम्मानित किया गया है। इसमें साइबर एक्सपर्ट व इंस्पेक्टर कलीम खान, मनोज नायक तथा संजय राजपूत का नाम शामिल है। इनमें दो पुलिस अधिकारी पूर्व में बिलासपुर जिले में पोस्टेड रह चुके हैं।
यह सम्मान कार्यक्रम रायपुर में नए साइबर भवन के उद्घाटन के अवसर पर आयोजित किया गया था। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और गृहमंत्री विजय शर्मा (उप मुख्यमंत्री) मुख्य अतिथि थे। यह सम्मान राज्य के पांच निरीक्षकों और एक हवलदार को उनकी उत्कृष्ट सेवा के लिए दिया गया है।
साइबर सेल में रह चुके हैं कलीम और मनोज
इंस्पेक्टर कलीम खान और इंस्पेक्टर मनोज नायक पूर्व में बिलासपुर में पदस्थ रह चुके हैं। इन दोनों के नाम कई बड़ी उपलब्धियां रह चुकी हैं। साइबर अपराध के साथ-साथ इन्होंने हत्या, धोखाधड़ी, अपहरण, बैंक फ्राड के अलावा कई गंभीर अपराधों को सुलझाया है।
सम्मानित किए जाने वाले पुलिस जवान
इंस्पेक्टर कलीम खान: रेंज साइबर थाना, सरगुजा
इंस्पेक्टर मनोज नायक: प्रभारी, रेंज साइबर पुलिस थाना, रायपुर
टीआई संजय सिंह राजपूत: कोतवाली थाना, मुंगेली
टीआई विनय परमार: साइबर सेल, राजनांदगांव
इंस्पेक्टर प्रेम प्रकाश अवधिया: प्रभारी, साइबर सेल, कांकेर
हवलदार चंद्र शेखर बंजीर: एसीसीयू, दुर्ग
दूसरे पुलिसकर्मी भी होंगे प्रेरित
राज्य सरकार का यह प्रयास साइबर अपराधों की रोकथाम में पुलिस कर्मियों की सक्रियता और तकनीकी कौशल को प्रोत्साहित करना है। यह सम्मान न केवल इन कर्मियों की मेहनत का प्रतीक होगा बल्कि अन्य पुलिस अधिकारियों और जवानों को भी साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य के लिए प्रेरित करेगा।
पुरस्कार प्राप्त पुलिस अधिकारियों का उत्कृष्ट रिकार्ड-
इंस्पेक्टर कलीम खान (रेंज साइबर थाना, सरगुजा)
साल 2019, 2023 और 2024 के कई बड़े साइबर अपराध के मामले को सुलझाने, आरोपितों को पकड़ने में अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा साइबर अपराध, धोखाधड़ी और आइटी एक्ट के मामलों में 100% धोखाधड़ी की राशि बरामद करने में सफलता पाई।
इंस्पेक्टर मनोज नायक (प्रभारी, रेंज साइबर पुलिस थाना, रायपुर)
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर ठगी के मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपित की पहचान कर राजस्थान से गिरफ्तार किया। साथ ही डिजिटल ठगी मामले में 9,50,000 रुपये नकद बरामद और 24 घंटे से कम समय में आरोपित की गिरफ्तारी करने में अहम भूमिका निभाई।
इंस्पेक्टर संजय सिंह राजपूत (प्रभारी, कोतवाली थाना, मुंगेली)
लोरमी के एक बड़े प्रकरण को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने केरल से आरोपित को गिरफ्तार कर 6.79 लाख रुपये बरामद किया। तब वे सरगांव थाना प्रभारी थे। सरगांव के एक मामले में दिल्ली से 3 आरोपितों को गिरफ्तार कर 4.20 लाख रुपये नकद व फर्जी सिम कार्ड बरामद किया।
इंस्पेक्टर विनय परमार (साइबर सेल, राजनांदगांव)
सेक्सटार्शन प्रकरण में ब्लैकमेलिंग से संबंधित आत्महत्या के मामले में 6 आरोपितों को विभिन्न राज्यों से गिरफ्तार किया। आनलाइन ट्रेडिंग ठगी मामले में केरल से सहल शाह को गिरफ्तार किया।
इंस्पेक्टर प्रेम प्रकाश अवधिया (प्रभारी, साइबर सेल, कांकेर)
वर्ष 2024 में गंभीर अपराधों, अपहरण और गुमशुदगी के मामलों को कुशल नेतृत्व में सुलझाया।
हवलदार चंद्र शेखर बंजीर (एसीसीयू, दुर्ग)
डेटा रिकवरी और आरोपितों तक पहुंचने में महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया।