Chhattisgarh Assembly Budget Session 2025: राजेश मूणत का अमृत जल जीवन मिशन पर बड़ा हमला, अफसरों को खड़े किया कटघरे में
Chhattisgarh Assembly Budget Session 2025: पूर्व मंत्री व विधायक राजेश मूणत ने अमृत जल जीवन मिशन के कामकाज को लेकर विभागीय अफसरों पर जमकर हमला बोला। अफसरों के कामकाज पर सवालिया निशान उठाते हुए विधायक मूणत ने डिप्टी सीएम व विभागीय मंत्री अरुण साव से पूछा कि अमृत मिशन के तहत घर-घर पानी पहुंचाने का आपका दावा पूरी तरह फेल हो गया है। राजधानी रायपुर में जब आप पानी नहीं दे पा रहे हैं तब गांवों की बात छोड़ दीजिए। डीपीआर बनाने से लेकर पाइप लाइन बिछाने और ओवर लेपिंग के मामले में अफसरों की मनमानी साफ दिखाई दे रही है। राजधानी में एक भी वार्ड ऐसा नहीं जहां लोगों को पानी मिल रहा हो। विधायक के सवाल और अफसरों की मनमानी के मुद्दे पर डिप्टी सीएम अरुण साव को जवाब देते नहीं बना। वे अपने जवाब पर ही घिरते रहे।

Chhattisgarh Assembly Budget Session 2025: रायपुर। केंद्र सरकार की अति महत्वाकांक्षी योजना में से एक अमृत जल मिशन योजना है। अफसरों की मनमानी के चलते राजधानी रायपुर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जिस तरह की तस्वीर दिखाई दे रही है,उसकी एक झलक सत्ताधारी दल के विधायकों अजय चंद्राकर और राजेश मूणत ने दिखाई।
बता दें कि दोनों पूर्व मंत्री हैं और योजनाओं के संचालन से लेकर क्रियान्वयन के संंबंध में एक-एक चीजों की जानकारी भी रखते हैं। दोनों विधायकों के सवाल और तथ्यपरक प्रति सवाल से डिप्टी सीएम व विभागीय मंत्री अरुण साव पूरे समय घिरे रहे। ना तो योजना के संचालन व क्रियान्वयन के बारे में और न ही इसे मूर्तरूप देने के संबंध में ठीक से जवाब दे पाए। विधानसभाध्यक्ष डा रमन सिंह के हस्तक्षेप के चलते वे जवाब तो दिए पर विधायकों को संतुष्ट नहीं कर पाए। उनके जवाब को दोनों विधायकों ने अपने सवालों और ग्राउंड रिपोर्ट के आधार पर झूठलाते रहे।
विधायक अजय चंद्राकर के बाद विधायक मोतीलाल साहू ने जल जीवन मिशन का मुद्दा उठाया और रायपुर नगर निगम के मोहल्लों में पानी आपूर्ति में आ रही दिक्कतों को लेकर सवाल दागा। योजना कब तक पूरी हो जाएगी और लोगों को कब से पानी की आपूर्ति होने लगेगी। विधायक के सवाल के बीच पूर्व मंत्री व विधायक राजेश मूणत ने इसी से संबंधित सवाल दागे।
मूणत ने मंत्री से पूछा राजधानी रायपुर के विभिन्न मोहल्लों में अमृत मिशन योजना के तहत पाइप लाइन बिछाने और ओवर लेपिंग का मुद्दा उठाया। विधायक ने मंत्री से पूछा कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर है। रायपुर नगर निगम के 70 में से एक भी वार्ड आप बता दीजिए जिसमें सात दिन चौबीस घंटे पानी की आपूर्ति की जा रही है। पानी पहुंचाने के नाम पर पाइप लाइन बिछाई गई है। ओवर लेपिंग के चलते व्यवस्था और भी बिगड़ गई है। विधायक मूणत ने डिप्टी सीएम से पूछा कि किसने डीपीआर बनाया,पाइप लाइन बिछाने काम किसने किया। किस अधिकारी ने यह स्वीकृति दी। विधायक ने फिर कहा कि यह सबको पता है कि पानी आपूर्ति का काम नगर निगम के जरिए किया जाता है। पाइप लाइन बिछाते समय निगम से एनओसी क्यों नहीं ली गई। निगम काे इससे अलग क्यों रखा गया है।
0 रायपुर के सभी विधायक यहीं है, पूछ लीजिए
विधायक मूणत ने कहा कि रायुपर के चारों विधायक यहीं हैं। पूर्व महापौर व दक्षिण के विधायक सुनील सोनी की ओर इशारा करते हुए कहा कि पूर्व मेयर हैं,उन्हीं से पूछ लीजिए, निगम सीमा के भीतर जब काम हो रहा है तब निगम से एनओसी लेना जरुरी है या नहीं। डिप्टी सीएम कोई जवाब नहीं दे पाए।
411 करोड़ का खेला
विधायक मूणत ने कहा कि पानी पहुंचाने के नाम पर 411 करोड़ की राशि खर्च कर दी है, इसके बाद भी हम लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंचा पा रहे हैं।