CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में बारिश का दौर, अगले 5 दिन गर्मी से राहत,कई संभाग में यलो अलर्ट जारी
CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों से झुलसा देने वाली गर्मी के बाद अब लोगों को कुछ राहत मिलने वाली है. मौसम विभाग ने रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग के 19 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले 4 से 5 दिनों तक प्रदेश के कई इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश और तेज हवाओं की संभावना जताई गई है. यह बदलाव वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और टर्फ के एक्टिव होने के कारण हो रहा है.आइये जानते हैं कैसा रहेगा छत्तीसगढ़ में मौसम का हाल.

CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों से झुलसा देने वाली गर्मी के बाद अब लोगों को कुछ राहत मिलने वाली है. मौसम विभाग ने रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग के 19 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग के अनुसार, अगले 4 से 5 दिनों तक प्रदेश के कई इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश और तेज हवाओं की संभावना जताई गई है. यह बदलाव वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और टर्फ के एक्टिव होने के कारण हो रहा है.आइये जानते हैं कैसा रहेगा छत्तीसगढ़ में मौसम का हाल.
गुरुवार को कैसा रहा मौसम
रायपुर बना प्रदेश का सबसे गर्म जिला
गुरुवार को राजधानी रायपुर में अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो पूरे प्रदेश में सबसे अधिक था. वहीं, रात का न्यूनतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि शुक्रवार को दिन में तापमान 41 डिग्री के आसपास रहेगा जबकि रात का तापमान लगभग 20 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है.
बादल छाने और हल्की बारिश की संभावना
मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि रायपुर में बादल छाए रह सकते हैं और कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश या बौछारें पड़ सकती हैं. इससे गर्मी से अस्थायी राहत मिल सकती है, लेकिन उमस बढ़ने की संभावना से है.
बस्तर में अलर्ट जारी
बस्तर संभाग के जिलों जैसे जगदलपुर, कांकेर, दंतेवाड़ा, सुकमा और नारायणपुर में मौसम विभाग ने अगले 5 दिनों तक गरज-चमक के साथ बारिश और आंधी की संभावना जताई है. गुरुवार को जगदलपुर में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से लगभग 3.4 डिग्री कम है. वहीं न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री रहा, जो पूरे प्रदेश में सबसे कम रहा.
10 मिलीमीटर बारिश दर्ज
पिछले 24 घंटे में जगदलपुर में 10 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जिससे मौसम में ठंडक आई है और स्थानीय लोगों को गर्मी से राहत मिली है. बस्तर में बिजली गिरने की घटनाओं की भी संभावना है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.
दुर्ग में पारा 40 डिग्री के करीब
दुर्ग में गुरुवार को अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो 40 डिग्री के बेहद करीब था. न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि शुक्रवार और शनिवार को दुर्ग संभाग में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और गर्मी से राहत मिलेगी.
बिलासपुर संभाग में भी तेज गर्मी
बिलासपुर में तापमान गुरुवार को 40.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं मुंगेली में भी अधिकतम तापमान 40.3 डिग्री रहा. रायगढ़ में पारा 40.5 डिग्री तक पहुंच गया जबकि गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही में अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री रहा. हालांकि इन क्षेत्रों में भी यलो अलर्ट जारी किया गया है और आने वाले दिनों में मौसम बदलने की संभावना है.
बिजली गिरने और तेज हवाओं की चेतावनी
मौसम विभाग ने जिन 19 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है, उनमें बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की आशंका जताई गई है. विशेषज्ञों के अनुसार, गरज-चमक की यह स्थिति विशेषकर दोपहर और शाम के समय ज्यादा देखी जाएगी. मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण छत्तीसगढ़ खासकर बस्तर संभाग में बिजली गिरने और गरज-चमक की संभावना अगले 4 से 5 दिनों तक जारी रहेंगी. मध्य छत्तीसगढ़ में भी ऐसे हालात बन सकते हैं, हालांकि उनकी तीव्रता थोड़ी कम रहेगी.
यलो अलर्ट का मतलब क्या है?
यलो अलर्ट का मतलब होता है कि मौसम की स्थिति सामान्य से हटकर हो सकती है, लेकिन यह स्थिति खतरे की नहीं होती. फिर भी इसमें लोगों को सतर्क रहने की जरूरत होती है. जैसे कि तेज हवाएं चल सकती हैं, बिजली गिरने की संभावना हो सकती है, हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. इस दौरान खुले मैदानों, खेतों और ऊंचे स्थानों पर जाने से बचना चाहिए.
इस मौसम परिवर्तन से सबसे ज्यादा राहत किसानों को मिलने की संभावना है, क्योंकि कई जगहों पर खेत सूख चुके हैं. वहीं आम लोग भी इस भीषण गर्मी से कुछ दिन राहत की सांस ले सकेंगे.
छत्तीसगढ़ में आने वाले दिनों में मौसम में बदलाव की स्थिति बनेगी. गरज-चमक, बिजली गिरने और हल्की बारिश के आसार हैं. इससे जहां एक ओर गर्मी से राहत मिलेगी, वहीं दूसरी ओर लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता भी है. मौसम विभाग की चेतावनियों को गंभीरता से लेना जरूरी है, ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके.