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CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में बदला मौसम का मिजाज, तीन दिन अंधड़-बारिश और ओलों का अलर्ट

CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में बीते कुछ दिनों से मौसम लगातार बदला हुआ नजर आ रहा है. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और उत्तरी छत्तीसगढ़ से गुजर रही ट्रफ लाइन के असर से प्रदेश के कई जिलों में मौसम ने अचानक करवट ली है. शाम होते ही तेज हवा, गरज-चमक और बारिश का सिलसिला शुरू हो रहा है. शनिवार को भी प्रदेश के अधिकांश इलाकों में मौसम का यही मिजाज देखने को मिला. कई जगहों पर तेज आंधी के साथ बारिश हुई और कहीं-कहीं ओले भी गिरे.आइये जानते हैं कैसा रहेगा छत्तीसगढ़ में मौसम.

छत्तीसगढ़ में दक्षिण-पश्चिम मानसून की दस्तक, चार दिन बदला रहेगा मौसम, कई जिलों में तेज अंधड़ की चेतावनी
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By Anjali Vaishnav

CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में बीते कुछ दिनों से मौसम लगातार बदला हुआ नजर आ रहा है. वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और उत्तरी छत्तीसगढ़ से गुजर रही ट्रफ लाइन के असर से प्रदेश के कई जिलों में मौसम ने अचानक करवट ली है. शाम होते ही तेज हवा, गरज-चमक और बारिश का सिलसिला शुरू हो रहा है. शनिवार को भी प्रदेश के अधिकांश इलाकों में मौसम का यही मिजाज देखने को मिला. कई जगहों पर तेज आंधी के साथ बारिश हुई और कहीं-कहीं ओले भी गिरे.आइये जानते हैं कैसा रहेगा छत्तीसगढ़ में मौसम.

मौसम विभाग ने आने वाले तीन दिनों तक यानी 6 मई तक प्रदेश में इसी तरह की स्थिति बने रहने का अलर्ट जारी किया है. इस दौरान लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है.

रायपुर समेत कई जिलों में चली तेज हवाएं

शनिवार को राजधानी रायपुर में दोपहर बाद मौसम अचानक बदला. आसमान में घने बादल छा गए और तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई. कई जगहों पर ओले भी गिरे जिससे तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई. हवाओं की रफ्तार 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक रही. मौसम विभाग ने इस स्थिति को वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और ट्रफ के कारण होना बताया है.

रायपुर में शनिवार का अधिकतम तापमान 39.9 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. हालांकि, मौसम में अचानक बदलाव के चलते रात को ठंडक का अनुभव हुआ. आने वाले तीन दिनों तक रायपुर में बादल छाए रहेंगे और गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है.

कैसा रहा शनिवार का मौसम

सरगुजा

सरगुजा संभाग में अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो औसत से क्रमशः 3 और 1.8 डिग्री कम रहा.

बिलासपुर बना सबसे गर्म जिला

बिलासपुर में शनिवार को प्रदेश का सबसे अधिक तापमान 40 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से लगभग 3 डिग्री कम रहा. न्यूनतम तापमान 25 डिग्री रहा. हालांकि तापमान सामान्य से कम था, लेकिन तेज गर्मी का एहसास बना रहा. शाम के समय यहां भी तेज आंधी और बारिश हुई, जिससे थोड़ी राहत मिली.

दुर्ग, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में भी मौसम का बदला मिजाज

दुर्ग जिले में अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री और न्यूनतम 22 डिग्री दर्ज किया गया. न्यूनतम तापमान सामान्य से 4.6 डिग्री कम रहा. गुरुवार से यहां भी तेज हवाओं और बारिश का सिलसिला जारी है. गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में ओले गिरने की सूचना है. यहां दिन का तापमान 35.5 डिग्री और रात का तापमान 23 डिग्री रहा. यह सामान्य से कम तापमान दर्शाता है कि ऊपरी हवा की गतिविधियां अधिक सक्रिय हैं.

तापमान में नहीं होगा ज्यादा बदलाव

मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि आने वाले तीन दिनों तक तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा. दिन का तापमान लगभग 38 से 40 डिग्री के आसपास बना रहेगा, जिससे गर्मी का असर बना रहेगा. हालांकि, दोपहर बाद आंधी और हल्की से मध्यम बारिश से थोड़ी राहत जरूर महसूस की जाएगी.

मई में आंधी और बारिश

मई में अंधड़ और बारिश की स्थिति कोई नई बात नहीं है. मौसम विभाग के अनुसार, पिछले एक दशक में मई के महीने में एक या दो बार ऐसी स्थितियां बनती रही हैं. खासकर जब मई की शुरुआत में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस और ट्रफ लाइन सक्रिय होती है, तो तेज हवाएं और बारिश के स्पैल बनते हैं.

2021 में रायपुर में मई के महीने में 93.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी, जिसमें से अकेले 10 मई को 57 मिमी बारिश हुई थी. यह बताता है कि मई की शुरुआत में बनने वाले सिस्टम समुद्र से आने वाली हवाओं को मजबूती देते हैं और इससे तेज आंधी और बारिश की स्थितियां बनती हैं. खासकर 25 मई के बाद ऐसे सिस्टम और अधिक सक्रिय होते हैं, जो मानसून की आमद का संकेत भी होते हैं.

सावधानी की जरूरत

आने वाले तीन दिनों में जिस तरह की स्थिति का अनुमान है, उसे देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. खासकर किसान, ग्रामीण और खुले स्थानों पर काम करने वाले लोग बिजली गिरने और तेज हवाओं से प्रभावित हो सकते हैं.

छत्तीसगढ़ में इस समय मौसम का जो रुख है, वह एक तरफ जहां गर्मी से राहत देता दिख रहा है, वहीं दूसरी ओर तेज हवाओं, ओलों और बिजली गिरने जैसी घटनाएं चिंता का विषय बन रही हैं. प्रदेशवासियों को चाहिए कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें और सुरक्षित रहें. बारिश और आंधी का यह दौर अगर नियंत्रित रहा तो गर्मी से कुछ हद तक राहत जरूर मिल सकती है, लेकिन लापरवाही भारी पड़ सकती है.

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