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CG Weather Update: छत्तीसगढ़ में बारिश ने रोकी गर्मी की रफ्तार, 21 जिलों में मौसम विभाग का ऑरेंज अलर्ट

CG Weather Update: छत्तीसगढ़ राज्य इन दिनों मौसम के बदलाव का सामना कर रहा है. आमतौर पर मई महीने में तेज गर्मी का अनुभव होता है, लेकिन इस बार हालात कुछ अलग हैं. राज्य में अचानक मौसम ने करवट ली है और तेज अंधड़, बारिश और ओले गिरने की स्थिति बन गई है. मौसम विभाग ने रायपुर-दुर्ग और बिलासपुर संभाग के 21 जिलों में दो दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं बस्तर और सरगुजा संभाग के जिलों के लिए यलो अलर्ट घोषित किया गया है.आइये जानते हैं (CG Weather Update) कैसा रहेगा छत्तीसगढ़ में आज का मौसम.

छत्तीसगढ़ में बारिश का दौर, अगले 5 दिन गर्मी से राहत, रायपुर, कई संभाग में यलो अलर्ट जारी
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By Anjali Vaishnav

CG Weather Update: छत्तीसगढ़ राज्य इन दिनों मौसम के बदलाव का सामना कर रहा है. आमतौर पर मई महीने में तेज गर्मी का अनुभव होता है, लेकिन इस बार हालात कुछ अलग हैं. राज्य में अचानक मौसम ने करवट ली है और तेज अंधड़, बारिश और ओले गिरने की स्थिति बन गई है. मौसम विभाग ने रायपुर-दुर्ग और बिलासपुर संभाग के 21 जिलों में दो दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं बस्तर और सरगुजा संभाग के जिलों के लिए यलो अलर्ट घोषित किया गया है.आइये जानते हैं (CG Weather Update) कैसा रहेगा छत्तीसगढ़ में आज का मौसम.

मौसम विभाग का पूर्वानुमान

मौसम विभाग ने बताया है कि अगले दो दिनों तक राज्य भर में गरज-चमक के साथ बारिश, आंधी और ओले गिरने की स्थिति बनी रहेगी. अधिकतम तापमान में विशेष गिरावट नहीं होगी, लेकिन न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे बना रह सकता है. उसके बाद धीरे-धीरे दिन के तापमान में 1 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी संभावित है.

मौसम बदलाव के वैज्ञानिक कारण

वेस्टर्न डिस्टर्बेंस आमतौर पर पश्चिम एशिया से भारत के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में प्रवेश करती है. यह सिस्टम इस समय सक्रिय होकर मध्य भारत तक पहुंच चुका है, जिसका असर छत्तीसगढ़ पर सीधा पड़ा है. इसके साथ ही राज्य में साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी सक्रिय है जो वायुमंडल में नमी इकठ्ठा कर उसे बारिश में बदल देता है. टर्फ यानी ट्रफ लाइन भी छत्तीसगढ़ के ऊपर से गुजर रही है. इन तीनों कारणों से मौसम में बदलाव देखा जा रहा है.

रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर में ऑरेंज अलर्ट

रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग में स्थिति सबसे अधिक गंभीर बनी हुई है. रविवार को रायपुर में अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4 डिग्री कम था. न्यूनतम तापमान भी गिरकर 21 डिग्री रह गया, जो औसत से 6.3 डिग्री कम है. आने वाले दो दिनों तक रायपुर में गरज-चमक के साथ बारिश और ओले गिरने की संभावना जताई गई है. वहीं बिलासपुर में रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 7 डिग्री कम होकर 36.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यहां न्यूनतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 4.3 डिग्री कम है. गौरेला-पेंड्रा-मरवाही क्षेत्र में भी मौसम कुछ इसी तरह का रहा.

सरगुजा और बस्तर में यलो अलर्ट

सरगुजा और बस्तर संभाग के जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है. यलो अलर्ट का अर्थ होता है कि मौसम में बदलाव की संभावना है और नागरिकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है. सरगुजा संभाग के अंबिकापुर, बलरामपुर, सूरजपुर और कोरिया जिलों में रविवार को दिन का तापमान सामान्य से 5 से 6 डिग्री कम दर्ज किया गया. वहीं बस्तर के जगदलपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और नारायणपुर में भी हल्की बारिश और बादलों की गर्जना दर्ज की गई है. यहां गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना अगले 24 से 48 घंटों तक बनी रहेगी.

गर्मी से राहत, लेकिन चिंता बरकरार

इन मौसमीय बदलावों से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. लोगों को कुछ हद तक गर्मी से राहत जरूर मिली है, लेकिन इस राहत के साथ कई मुश्किलें भी सामने आई हैं. अंधड़ और तेज हवाओं के कारण पेड़ और बिजली के खंभे गिरने की घटनाएं सामने आई हैं. कई जगहों पर बिजली आपूर्ति ठप हो गई है.

लंबे समय में जलवायु परिवर्तन का संकेत

इस बार पूरे छत्तीसगढ़ में एक समान असर देखा जा रहा है. आमतौर पर बस्तर या उत्तर छत्तीसगढ़ ही ज्यादा प्रभावित होते हैं, लेकिन इस बार हाल पूरे राज्य में फैला हुआ है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना जलवायु परिवर्तन का संकेत हो सकती है.

छत्तीसगढ़ में जहां एक ओर गर्मी से राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर यह राहत नुकसान के खतरे के साथ आई है. प्रशासन, किसान और आम नागरिकों को मिलकर सतर्क रहना होगा और मौसम विभाग की सलाह पर ध्यान देना होगा ताकि जान-माल की हानि से बचा जा सके.

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