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CG Vidhansabha: मंत्री को टोका स्पीकर ने, डेढ़ साल हो गया है...आप अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकतीं, दिव्यांग कॉलेज में 30 पद खाली होने पर भड़के चंद्राकर

CG Vidhansabha: विधायक अजय चंद्राकर ने विधानसभा अध्यक्ष डा रमन सिंह को संबोधित करते हुए कहा कि आप जब सीएम थे तब कालेजों को खोला गया था। दिव्यांगों के कालेजों में 30 पद प्राचार्य के खाली हैं। अनुदान भी लगातार कम होते जा रहा है। विधायक ने स्पीकर से कहा कि आपके समय में स्कूल खुला था। दिव्यांगों के कालेजों के साथ मजाक हो रहा है। इसे बंद कर दें या किसी एनजीओ का सुव्यवस्थित संचालन के लिए दे दें। विधायक के सवाल पर जब मंत्री ने पिछली सरकार का रोना रोया तब विधानसभा अध्यक्ष ने टोकते हुए जरुरी समझाइश दी। पढ़िए दिव्यांगों के कालेजों को लेकर विधायक के सवालों का मंत्री ने किस तरह जवाब दिया।

CG Vidhansabha: मंत्री को टोका स्पीकर ने, डेढ़ साल हो गया है...आप अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकतीं, दिव्यांग कॉलेज में 30 पद खाली होने पर भड़के चंद्राकर
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By Radhakishan Sharma

CG Vidhansabha: रायपुर। विधायक अजय चंद्राकर ने डा रमन सिंह सरकार के दौर में छत्तीसगढ़ में खोले गए दिव्यांग महाविद्यालयों की दुर्दशा और अव्यवस्था को लेकर तीखे सवाल दागे। विधायक चंद्राकर ने विधानसभा अध्यक्ष डा रमन सिंह को संबोधित करते हुए कहा कि आपके कार्यकाल के दौरान दिव्यांगजनों को बड़ी सुविधा मुहैया कराई थी। अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि अव्यवस्था के बीच दिव्यांगजन पढ़ाई कर रहे हैं। विधायक ने कहा कि 31 में से 30 कालेजों में प्राचार्य का पद रिक्त पड़ा हुआ है। अनुदान भी लगातार कम होते जा रहा है। विधायक ने यहां तक कह दिया कि यह तो दिव्यांगों के साथ मजाक हो रहा है। कालेजों को बंद कर दे या फिर ठीक से चलाया जाए।

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने जब पिछली सरकार का रोना रोया तब विधानसभा अध्यक्ष डा रमन सिंह ने हस्तक्षेप करते हुए मंत्री से कहा कि आपको मंत्री पद का कामकाज करते हुए डेढ साल हो गया है। पीछे जो हुआ उसकी गलती का विवरण नहीं देना है। आपको क्या करना ये बताइए। विधानसभा अध्यक्ष की समझाइश और हिदायत के बाद मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने सदन को बताया कि दिव्यांगजनों की बेहतर पढ़ाई के लिए शिक्षकों के 112 पदों पर भर्ती की स्वीकृति मिली है। जल्द ही प्राचार्यों की भी भर्ती की जाएगी।

0 विधायक अजय चंद्राकर ने कुछ ऐसा पूछा सवाल

क्या शासकीय दिव्यांग महाविद्यालय, रायपुर अंतर्गत सेटअप स्वीकृत है? यदि हां तो सेटअप अनुसार कौन-कौन से पद भरे व रिक्त हैं? कौन-कौन से विषयों में अध्यापन कराया जा रहा है और कितने दिव्यांग छात्र अध्यनरत है? उक्त महाविद्यालय अंतर्गत अध्ययनरत छात्रों को अन्य क्या-क्या सुविधाएं दी जा रही हैं? उक्त महाविद्यालय के संचालन हेतु राज्य सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 से 2025-26 तक कितनी-कितनी राशि का बजट प्रावधान किया गया था तथा राशि किन-किन कार्यों में व्यय की गयी?

मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने दी ऐसी जानकारी

शासकीय दिव्यांग महाविद्यालय में दो विषय (1) बी.पी.ए. (बैचलर ऑफ परफार्मिंग आर्ट) मुख्य विषय हिन्दुस्तानी गायन एवं तबला तथा (2) बी.एफ.ए. (बैचलर ऑफ फाईन आर्टस) चित्रकला विषय में कक्षाएं संचालित है, विषयवार सूची संलग्न प्रपत्र ’ब’ अनुसार है। वर्तमान में 130 छात्र- छात्राएं अध्यनरत है। (ख) उक्त महाविद्यालय में अध्यनरत छात्रों को प्रदाय की जा रही सुविधाओं की जानकारी संलग्न प्रपत्र ’स’ अनुसार है। (ग) उक्त महाविद्यालय के संचालन हेतु राज्य सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 से 2025-26 तक प्रदाय किया गया बजट प्रावधान तथा व्यय की जानकारी संलग्न प्रपत्र ’द’ एवं ’इ’ अनुसार है

प्लेसमेंट कंपनी के कामकाज को लेकर विधायक ने उठाए सवाल

विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि चित्रकला, तबदा वादक सप्लाई करना वाला कोई प्लेसमेंट कंपनी छत्तीसगढ़ में है इसकी जानकार मुझे नहीं है। मंत्री से कहा कि इस तरह की कंपनी के बारे में जानकारी हो बताइए। विधायक ने इस तरह की कंपनियों के द्वारा किए जा रहे प्लसेमेंट की ओर इशारा किया।

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