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CG Vidhansabha Budget Session 2025: गजब हो गया...जशपुर से सांपों ने किया पलायन, बिलासपुर बना नया नागलोक, सदन में गूंजा मौत के सौदागरों का मामला

CG Vidhansabha Budget Session 2025: छत्तीसगढ़ का जशपुर और तपकरा के इलाके का नाम सुनकर ही लोग थर्रा उठते हैं। कारण भी साफ है, इस इलाके को सर्पलाेक के नाम से जानते हैं। बारिश के मौसम में नागलोक में जहरीले सांपों का तांडव कुछ ज्यादा ही सुनने में आता है। पर यह क्या। जशपुर से सांपों ने पलायन कर दिया है और बिलासपुर को नया ठिकाना बना लिया है। बेलतरा के विधायक सुशांत शुक्ला ने एक ऐसे संगठित अपराध का भांडाफोड़ किया है जिसे सुनकर विधायक भी चौंके बिना नहीं रह सके। माैत के सौदागरों का खेल देखिए। सांप काटने से होने वाली मौत में सरकार की ओर से मिलने वाले भारी भरकम मुआवजा को लेकर बड़ा खेला करने लगे हैं। मुआवजा वितरण में करोड़ों का खेला कर रहे हैं।

CG Vidhansabha Budget Session 2025: गजब हो गया...जशपुर से सांपों ने किया पलायन, बिलासपुर बना नया नागलोक, सदन में गूंजा मौत के सौदागरों का मामला
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By Radhakishan Sharma

CG Vidhansabha Budget Session 2025: रायपुर। बेलतरा के विधायक सुशांत शुक्ला ने सर्पदंश से होने वाली मौत और मुआवजा को लेकर सवाल किया था। विधायक के सवाल पर राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग रायपुर का जवाब कम चौंकाने वाला नहीं है। बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान विधायक ने मुद्दा उठाया और कहा कि सर्पदंश के नाम पर करोड़ों का फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में जशपुर और तपकरा के इलाके को नागलोक के नाम पर जानते हैं। अचरज की बात ये कि जशपुर और तपकरा के बजाय सर्पदंश के सबसे ज्यादा मामले बिलासपुर जिले में बने हैं। सांप काटने से मौत होने पर राज्य सरकार द्वारा भारी भरकम मुआवजा दिया जाता है। मुआवजा के खेल में राजस्व और स्वास्थ्य विभाग के अलावा ठेकेदार बड़ा खेला कर रहे हैं। विधायक सुशांत शुक्ला ने सदन को बताया कि बिलासपुर जिले में सर्पदंश से मौत और मुआवजा के नाम पर 17 करोड़ का फर्जीवाड़ा किया गया है। सरकारी खजाने को राजस्व व स्वास्थ्य विभाग के अफसरों व ठेकेदारों ने मिलकर लुटने का काम किया है।

विधायक सुशांत शुक्ला ने राज्य सरकार की ओर से पेश आंकड़े पर चर्चा करते हुए कहा कि जशपुर को नागलोक कहा जाता है वहां सांपने काटने से 96 लोगों की मौत हुई है। बिलासपुर जिले में यह आंकड़ा आश्चर्यजनक ढंग से 527 से भी ज्यादा है। मुआवजा में 17 करोड़ से भी ज्यादा का फर्जीवाड़ा किया गया है।

राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा से विधायक शुक्ला ने पूछा कि जिन लोगों को फर्जी जांच के आधार पर मुआवजा दिया गया है उसकी जांच विभाग ने कराई है क्या। विधायक के सवाल और खुलासे के बाद मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि पहली बार इस तरह की जानकारी सामने आ रही है। विधायक के पास अगर दस्तावेज है तो उसे उपलब्ध करा दें। पूरे मामले की जांच कराएंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।

0 विधायक ने मंत्री से पूछा, इस पूरे फर्जीवाड़े की सचिव स्तर पर जांच कराएंगे क्या

विधायक सुशांत शुक्ला ने मंत्री से पूछा कि अपनी तरह के अनोखे फर्जीवाड़े की जांच सचिव स्तर पर कराएंगे क्या। विधायक ने कहा कि राजस्व व स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की मिलीभगत से करोड़ों का घोटाला हुआ है। विधायक सुशांत ने मंत्री से पूछा कि मुआवजा प्रकरण में कलेक्टर की सहमति जरुरी होता है। कलेक्टर की जांच बाबू तो करेंगे नहीं। सचिव स्तर की जांच की जरुरत है। मंत्री ने इस पर कोई जवाब नहीं दिया।

0 स्पीकर ने पूछा सांप फर्जी था या आदमी

अपनी तरह के इस अनोखे फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद स्पीकर डा रमन सिंह ने पूछा कि सांप फर्जी था या आदमी।

0 मुआवजा चाहिए तो ठेकेदार से करना होगा संपर्क

तखतपुर के विधायक धर्मजीत सिंह ने राजस्व मंत्री को संबोधित करते हुए कहा कि मामला गंभीर है, मैं पूरे सदन के लिए यह जानकारी चाहता हूं कि वनांचल में किसी को सांप ने काट लिया और उसकी मौत हो गई तब मुआवजा के लिए क्या-कया दस्तावेज जमा करने पड़ेंगे। वह सब बताइए। मंत्री वर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग सर्टिफिकेट देता है। इसी आधार पर कलेक्टर व एसडीए मुआवजा देते हैं। इसी बीच विधायक सुशांत ने कहा कि सांप काटने के इस मामले में जिस तरह मुआवजा के नाम पर फर्जीवाड़ा हो रहा है उसमें किसी दस्तावेज की जरुरत नहीं है। ठेकेदार से संपर्क करना होगा।

0 विधायक धरमलाल ने कहा-हमने तो जशपुर को सुना था नागलोक है,बिलासपुर कब से बन गय

चर्चा के बीच विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि हमें तो यही सुना है और जाना है कि जशपुर नागलोक है।जशपुर से बिलासपुर कब नागलोक बन गया पता ही नहीं चला।

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