CG Vidhansabha Budget Session 2025: कांग्रेस सरकार में 5 साल में भ्रष्टाचार का एक केस, BJP में एक वर्ष में 72, 114 की गिरफ्तारी भी, CM ने सदन को बताया
CG Vidhansabha Budget Session 2025: आज विधानसभा में घूसखोरी के पंजीकृत प्रकरणों पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले एक वर्ष में 72 प्रकरण आर्थिक अपराध संबंधी दर्ज हुए हैं। जिसमें 32 लाख रुपए से अधिक जप्त कर कुल 114 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि कांग्रेस सरकार के अंतिम वर्ष के कार्यकाल में भ्रष्टाचार संबंधी सिर्फ एक प्रकरण दर्ज हुआ है।

Chhatisgarh Vidhansabha Budget session 2025
CG Vidhansabha Budget Session 2025: रायपुर। प्रदेश में घूसखोरी के प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई के मामले में भाजपा की सरकार अपने पिछले 1 वर्ष के कार्यकाल में ही कांग्रेस के 1 वर्ष के कार्यकाल की तुलना में कही आगे निकल गई है। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के अंतिम वर्ष यानी कि वर्ष 2023 में भ्रष्टाचार के सिर्फ एक मामले में अपराध दर्ज किया गया था। जबकि भाजपा सरकार के 1 साल के कार्यकाल में 72 केस दर्ज कर 114 भ्रष्टाचारियों की गिरफ्तारी की गई। आज विधानसभा में पूछे गए लिखित प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री ने लिखित जवाब प्रस्तुत किया।
आज विधानसभा में विधायक विक्रम मंडावी और शेषराज हरबंश के द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में मुख्यमंत्री ने सदन को इसकी जानकारी दी। विधायक विक्रम मंडावी ने पूछा था कि जनवरी 2024 से 10 फरवरी 2025 तक आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो में आर्थिक अपराध,वित्तीय लेनदेन के कितने केस दर्ज हुए? 1 जनवरी 2023 से 31 दिसंबर 2023 तक की अवधि में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो द्वारा प्रदेश के कितने अधिकारी– कर्मचारियों के विरुद्ध आर्थिक अपराध के प्रकरण दर्ज किए गए?
इसी तरह कांग्रेस विधायक शेषराज हरवंश ने पूछा था कि दिसंबर 23 से 31 जनवरी 25 तक ईओडब्लू द्वारा प्रदेश में कितने अधिकारी–कर्मचारी और अन्य लोगों को पकड़ा गया है? कितने अपराध पंजीबद्ध किए गए हैं? कितनी राशि जप्त की गई है?
जिसके लिखित जवाब में मुख्यमंत्री ने बताया कि जनवरी 2024 से 31 जनवरी 2025 तक आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो द्वारा 71 प्रकरण वही 10 फरवरी 2025 तक 72 प्रकरण दर्ज किए गए हैं। जबकि 1 जनवरी 2023 से 31 दिसंबर 2023 ( कांग्रेस सरकार के कार्यकाल) तक की अवधि में ईओडब्लू के द्वारा सिर्फ अंकिता पाणिग्रही, सहायक प्रबंधक इंडियन ओवरसीज बैंक राजिम एवं अन्य के विरुद्ध आर्थिक अपराध का एक प्रकरण दर्ज किया गया है।
इसमें 78 अधिकारियों कर्मचारियों और 36 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान 32 लाख 14 हजार 380 रुपए जप्त किया गया है। आंकड़ों की तुलना की जाए तो स्पष्ट है कि कांग्रेस सरकार के अंतिम एक वर्ष में सिर्फ एक भ्रष्टाचारी के ऊपर कारवाई की गई। जबकि भाजपा सरकार की शुरुआती एक वर्ष में 114 भ्रष्टाचारियों की गिरफ्तारी की गई।