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CG Train News: बाल-बाल बचे हजारों यात्री! छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के पहिए में फंसा लोहे का एंगल, बड़ा हादसा टला

CG Train News: बिलासपुर से गेवरा रोड जा रही छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के एसी कोच के पहिए में लोहे का एंगल फंस गया। यह लगभग डेढ़ सौ मीटर तक पहिए के साथ घसीटते हुए गई। जिसके चलते बोगी बेपटरी होते बची।

CG Train News: बाल-बाल बचे हजारों यात्री! छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस के पहिए में फंसा लोहे का एंगल, बड़ा हादसा टला
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By Radhakishan Sharma

CG Train News: बिलासपुर से गेवरारोड जा रही छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 58210) गुरुवार सुबह मड़वारानी रेलवे स्टेशन में हादसे से बाल-बाल बची। चलती ट्रेन के पहिए में लोहे का एंगल फंस गया, जिससे ट्रेन बेपटरी होते-होते बची। यह हादसा निर्माण कार्य के दौरान लापरवाही के कारण हुआ बताया जा रहा है।

ट्रेन सुबह 9:26 बजे मड़वारानी स्टेशन पहुंची थी। एक मिनट के निर्धारित स्टॉपेज के बजाय चार मिनट रुकने के बाद 9:31 बजे रवाना हुई थी। कुछ देर बाद सरगबुंदिया छोर पर बी-1 कोच के पहियों के नीचे लोहे का भारी चैनल फंस गया। ट्रेन लगभग 150 मीटर तक उस चैनल को घसीटती चली गई। उस समय स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज निर्माण का कार्य एसके एंड जेआरटी कंपनी कर रही थी। यह कंपनी रेलवे के गति शक्ति विभाग के तहत प्लेटफार्म और अन्य निर्माण कार्यों की जिम्मेदारी संभाल रही है। घटना के दौरान कंपनी की पोकलेन मशीन लोहे के बड़े एंगल को एक ओर से दूसरी ओर ले जा रही थी। उसी दौरान एक 12 फीट लंबा एंगल चलती ट्रेन के पहिए में फंस गया। ट्रेन को रोकने के बाद गैस कटर से एंगल काटकर हटाया गया। इससे ट्रेन करीब 20 मिनट प्लेटफार्म पर रुकी रही और फिर सुरक्षित रवाना हो गई।

कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मचारियों की लापरवाही

प्रारंभिक जांच में कंस्ट्रक्शन कंपनी के कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई है। उन्होंने न तो स्टेशन मास्टर को सूचना दी और न ही रेलवे स्टाफ को। यह भी सवाल उठ रहा है कि जब स्टेशन परिसर में इतना बड़ा कार्य चल रहा था, तो स्टेशन प्रबंधन, आरपीएफ और गति शक्ति विभाग के अधिकारी मौके पर क्यों नहीं थे? रेलवे सूत्रों का कहना है कि लाइन के किनारे बिना अनुमति कार्य करना सुरक्षा मानकों का गंभीर उल्लंघन है।

रेलवे ने जांच कमेटी बनाई

हादसे की सूचना मिलते ही मुख्य स्टेशन प्रबंधक सोहन कुमार ने मुख्यालय को जानकारी दी। मुख्यालय से जांच के लिए आरपीएफ निरीक्षक सतीश कुमार, वरिष्ठ अभियंता एसके. दीक्षित, गति शक्ति यूनिट के अभियंता प्रदीप कुमार, डीटीआई एसएस. पुष्टि, सीएलआई हरिशंकर सिंह सहित अधिकारियों की संयुक्त जांच टीम बनाई गई। कमेटी ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में ठेकेदार कंपनी के स्टाफ को जिम्मेदार ठहराया है

विस्तृत जांच कराई जा रही है

मामले में बिलासपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम अनुराग कुमार सिंह ने कहा कि हादसे की विस्तृत जांच कराई जा रही है। प्रथम दृष्टया ठेकेदार कर्मचारियों की गलती सामने आई है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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