CG Teacher News: तमंचा वाले गुरूजी: बच्चों को रॉड से पिटाई मामले में कलेक्टर ने प्रिंसिपल की लगाई जमकर क्लास, पिस्तौल वाले टीचर को भोपाल कराया अटैच...
CG Teacher News: रायपुर के माना स्कूल में आधी रात चार बच्चों को बेरहमी से पिटाई मामले में कलेक्टर ने आज स्कूल की प्राचार्या को जमकर फटकारा। प्राचार्या शिक्षक को बचाने का प्रयास कर रही थी। पता चला है, शिक्षक का स्कूल में खासा रौब था। वह लायसेंसी पिस्तौल रखता है।

CG Teacher News: रायपुर। राजधानी रायपुर के माना नवोदय स्कूल में 30 अगस्त की रात हैरान करने वाली घटना हुई, जिसमें मोबाइल देख रहे दसवीं क्लास के चार बच्चों को टीचर ने रॉड से पिटाई कर दी। इसमें एक बच्चे का पैर फ्रैक्चर हो गया। दूसरे बच्चे के हाथ में चोटें आई हैं।
बताते हैं, 30 अगस्त की आधी रात वार्डन हॉस्टल का निरीक्षण करने निकले थे। वहां उन्होंने चार बच्चों को मोबाइल देखते पाया। इसके बाद उन्होंने ज्योग्राफी के टीचर डीके सिंह को बताया। डीके सिंह रॉड लेकर आए और बच्चों पर ताबड़तोड़ प्रहार कर दिया। टीचर के इस कृत्य से हॉस्टल में चीख-पुकार मच गई। चारों बच्चे रात भर कराहते रहे। सुबह उनका एक्सरे कराया गया तो एक बच्चे के पैर में फ्रैक्चर निकला।
बताते हैं, इस घटना को दबाने का भरपूर प्रयास किया गया। प्राचार्या ने चुपचाप उनका एक्सरे और उपचार करवा दिया। अगले दिन रायपुर के रहने वाले एक पैरेंट्स को जब इसका पता चला तो उन्होंने रात 10 बजे कलेक्टर गौरव सिंह को फोन कर वस्तुस्थिति की जानकारी दी। कलेक्टर ने तुरंत प्राचार्या को फोन लगाया तो उनका कहना था कि बच्चे पोर्न वीडियो देख रहे थे। उन्होंने टीचर का बचाव करते हुए कहा कि मारपीट की कोई घटना नहीं हुई है। जबकि, टीचर ने मीडिया से बातचीत में मान लिया था कि बच्चे गलत किए इसलिए मैंने उन्हें पिटा। अनुशासन के लिए ऐसा करना पड़ता है।
आरोपी टीचर को भोपाल भेजा
कलेक्टर ने रात में ही नवोदय स्कूल के भोपाल जोनल ऑफिस में ज्वाइंट कमिश्नर से बात की। उन्होंने घटना का ब्यौरा देते हुए आरोपी टीचर को तुरंत हटाने का आग्रह किया। कलेक्टर के फोन पर ही ज्वाइंट कमिश्नर ने डीके सिंह को भोपाल अटैच करने का आदेश दे दिया।
कलेक्टर ने प्राचार्या को किया तलब
रायपुर कलेक्टर गौरव सिंह ने आज नवोदय स्कूल की प्राचार्या को ऑफिस बुलाया था। उन्होंने प्राचार्या को जमकर फटकार लगाई। कलेक्टर की नाराजगी इस बात पर थी कि टीचर को वे बचाने की कोशिश कर रही थीं। हालांकि, उन्होंने यह कहते हुए सफाई देने की कोशिश की...मैं दो महीने पहले ही ज्वाईन की हूं, इसलिए मुझे टीचर के बारे में पता नहीं था। कलेक्टर इस पर बिगड़ पड़े। बोले, मैं नवोदय विद्यालय के चेयरमैन के तौर पर आपसे बात कर रहा हूं, मैं डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के रूप में आपसे बात कर रहा हूं...आपके स्कूल में बच्चे की बर्बरतापूर्ण पिटाई हो जाती है और आप कहती हैं, मुझे पता नहीं था। जब शिक्षक खुद मान लिया कि मैंने बच्चों को पिटा तो फिर इंटरनल कमेटी की जांच का नाटक क्यों? कलेक्टर ने कहा कि आगे से कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए।
पिस्तौल वाले शिक्षक
डीके सिंह का नवोदय स्कूल में बड़ा रौब था। ऐसा कि बच्चों की पिटाई के बाद कोई मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं था। पता चला है, आरोपी शिक्षक के पास लायसेंसी पिस्तौल है, जिससे स्कूल वाले काफी डरते थे।
स्कूल में मोबाइल प्रतिबंधित
नवोदय स्कूल में मोबाइल प्रतिबंधित है। मगर बच्चे कहीं से मोबाइल लेकर हॉस्टल पहुंच गए थे। टीचर डीके सिंह ने कहा कि बच्चे हॉस्टल में मोबाइल देख रहे थे, इसलिए मैंने पिटाई की। उधर, कलेक्टर गौरव सिंह ने कहा कि बच्चे अगर मोबाइल देख रहे हैं, तो उसे दंडित करने के अपने नियम हैं। ऐसा थोड़े ही है कि उनकी बर्बरता पूर्वक पिटाई की जाएगी। स्कूलों में शिक्षकों का इस तरह का आचरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
