CG Teacher News: शिक्षक बहाल: सरकार के खिलाफ पोस्ट डालने वाला शिक्षक बहाल, उसी स्कूल में मिली पोस्टिंग
CG Teacher News: शिक्षा सत्र बीतने के पांच माह बाद भी किताबों की कमी को इंगित करने वाला व्हाट्सएप स्टेटस लगाने पर सहायक शिक्षक को निलंबित कर दिया गया था। शिक्षक संगठनों, राजनैतिक दलों, और कर्मचारी संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बाद सहायक शिक्षक को बहाल कर उसी स्कूल में दोबारा पोस्टिंग दे दी गई है।

CG Teacher News: धमतरी। शिक्षा सत्र 2025-26 शुरू होने के पांच महीने बाद भी प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को किताबें नहीं मिली। इससे नाराज होकर शिक्षक ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालते हुए जिले की शिक्षा व्यवस्था, प्रशासनिक लापरवाही और सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। व्हाट्सएप स्टेटस में उन्होंने किताबें नहीं मिलने तक सहायक शिक्षक से लेकर कलेक्टर और मंत्री का वेतन रोक दिया जाना चाहिए। इसके अलावा यह भी लिख दिया कि "किताबें नहीं मिली और राज्योत्सव मना लिया।" उनकी यह पोस्ट देखते ही देखते वायरल हो गई और मामला जिला शिक्षा कार्यालय तक पहुंच गया। जिसके बाद डीईओ ने शासन के खिलाफ टिप्पणी मान शिक्षक को तीन नवंबर को सस्पेंड कर दिया था। अब शिक्षक को जिला शिक्षा अधिकारी ने बहाल कर दोबारा उसी स्कूल में पोस्टिंग दी है।
शिक्षा सत्र शुरू होने के पांच माह बाद भी प्राथमिक स्कूल के बच्चों को किताबें नहीं मिलने पर शिक्षक ने व्हाट्सएप स्टेटस में इसका विरोध किया था। उन्होंने बताया था कि किताबें नहीं मिलने पर पुरानी किताबों के सहारे एक किताब के पीछे तीन बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। इससे बच्चों में भी किताब को लेकर विवाद उत्पन्न हो जाता है। एक तरफ हम राज्योत्सव मना रहे हैं और दूसरी तरफ किताबें नहीं मिल रही है। इसके लिए किताबें उपलब्ध होने तक सहायक शिक्षक, प्रधान पाठक,डीईओ,कलेक्टर से लेकर शिक्षा मंत्री तक के वेतन रोक दिए जाने चाहिए। व्हाट्सएप स्टेटस देखकर सहायक शिक्षक एलबी ढालुराम साहू शासकीय नवीन प्राथमिक शाला नारी विकासखंड कुरूद को निलंबित कर दिया गया। इसकी जानकारी होने पर शिक्षक संघ सामने आ गया। साथ ही राजनीतिक दल भी इसका विरोध करने लगे। बढ़ते दबाव के बीच डीईओ ने शिक्षक को बहाल कर उसी स्कूल में पोस्टिंग दी है, जहां से उन्हें सस्पेंड किया गया है।
शिक्षक ढालूराम साहू ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था। इसमें उन्होंने "मना लिया राज्योत्सव अब तक नहीं मिली किताबें" लिखी थी। डीईओ अभय कुमार जायसवाल ने इसे अमर्यादित और अपमानजनक करार देते हुए तीन नवंबर को सहायक शिक्षक एलबी ढालुराम साहू शासकीय नवीन प्राथमिक शाला नारी विकासखंड कुरूद के निलंबन का आदेश जारी कर दिया। आदेश जारी होते ही शिक्षक संगठनों सहित शिक्षा जगत में आक्रोश फैल गया। रात होते-होते यह मुद्दा मीडिया तक पहुंचा। मामला यहीं नहीं रुका। सात नवंबर की देर शाम शिक्षक संघ ने डीईओ कार्यालय का घेराव कर निर्णय वापस लेने की मांग की। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी शासन-प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगा और शिक्षक के निलंबन को अनुचित बताया। कई राजनीतिक दलों, जनप्रतिनिधियों और शिक्षक-कर्मचारी संगठनों ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला बताया और आंदोलन की चेतावनी दी। इसके बाद आठ नवंबर को आम आदमी पार्टी ने भी प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर निलंबन आदेश निरस्त करने और शिक्षक का पदस्थापन बहाल करने की मांग की। प्रदर्शन और विरोध का दायरा बढ़ने पर प्रशासन पर दबाव बना। नौ नवंबर को सहायक शिक्षक और शिक्षक फेडरेशन ने ब्लॉक मुख्यालय में धरना आयोजित कर शिक्षक ढालुराम साहू को तुरंत बहाल करने की मांग की।
बढ़ते दबाव के बाद बदलना पड़ा निर्णय
लगातार बढ़ते विरोध, राजनीतिक दबाव और शिक्षकों के गुस्से को देखते हुए अंततः जिला शिक्षा अधिकारी को अपना निर्णय बदलना पड़ा। डीईओ ने निलंबन आदेश वापस लेते हुए सहायक शिक्षक ढालुराम साहू सहायक शिक्षक एलबी शासकीय नवीन प्राथमिक शाला नारी विकासखंड कुरूद को पुनः उसी में पदस्थ करने का आदेश जारी कर दिया। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया कि शिक्षक की पोस्ट में बताए गए तथ्यों की जांच की जाएगी और पुस्तक वितरण में हुई देरी के लिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई पर विचार किया जाएगा।
