CG Teacher News: स्कूल शिक्षा विभाग का वायरल प्रतिनियुक्ति लिस्ट: मंत्री ने दिखाई दमदारी, लीक सूची को ऐसे कराई जारी
CG Teacher News: स्कूल शिक्षा विभाग में बीते तीन दिनों से 63 टीचरों की प्रतिनियुक्ति के बाद तबादल की सूची सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तेजी के साथ वायरल हो रही थी। शिक्षकों के वाट्सएप ग्रुप में वायरल सूची और भी तेजी के साथ ट्रेंड कर रहा था। कमेंट्स भी आ रहे थे। शिक्षक के ग्रुप में यह भी चल रहा था कि स्कूल शिक्षा मंत्री विभाग में रिफार्म के लिए दमदार फैसला ले रहे हैं। इसमें भी दमदारी दिखाएंगे। हुआ भी ऐसा ही। स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने दमदारी दिखाई और लीक सूची को इस अंदाज में कराई जारी।

CG Teacher News: रायपुर। स्कूल शिक्षा विभाग में 63 शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति के बाद तबादला का निर्णय लेते हुए विभाग के आला अफसरों ने मशक्कत के बाद सूची बनाई। सूची बनाने के बाद विभागीय स्तर पर मंत्री के ओके बाद सूची आधिकारिक रूप से जारी की जाती,इसके पहले ही किसी ने 14 पेज की यह सूची सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल करा दी। मकसद साफ था, वायरल कहें या फिर लीक सूची रद्द कर दी जाएगी और नए सिरे से एक बार फिर विभाग के अफसर मशक्कत करेंगे। जाहिरतौर पर सूची में बड़े पैमाने पर रद्दोबदल भी किया जाता। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सूची को लीक कराने वालों की मंशा पूरी नहीं हो पाई। स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने दमदारी दिखाते हुए लीक सूची को ओके करा दिया। लीक सूची ओके कराने से पहले मंत्री के तेवर सख्त और अफसरों पर कड़ी नाराजगी भी समाने आई।
सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शिक्षकों की प्रतिनियुक्त के बाद वायरल हो रही सूची को लेकर एनपीजी ने खबर प्रकाशित की थी। एनपीजी की खबर के बाद स्कूल शिक्षा विभाग के आला अफसर हरकत में आए। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को मंत्री ने विभाग के आला अफसरों को तलब किया। इस संबंध में जानकारी मांगी। मंत्री के तेवर इतने सख्त कि जिम्मेदारों को जवाब देते नहीं बन रहा था। पूछताछ और नाराजगी के बाद मंत्री की दमदारी भी उसी अंदाज में सामने आई। मंत्री ने लीक सूची को ही आधिकारिकतौर पर जारी करने का आदेश दे दिया है।
स्कूल शिक्षा विभाग की इस सूची को लेकर चर्चा का दौर तो जारी है साथ ही अब पक्ष-विपक्ष में बातें भी होने लगी है। स्वाभाविक बात है कुछ नामों पर एतराज तो अधिकांश नामों को लेकर सहमति भी नजर आ रही है। सहमति,असहमति के बीच सवाल यह उठ रहा है,आखिर सूची वायरल कैसे हो गई। सिस्टम को जानने और समझने वाले भी अचरज में है कि इतनी गोपनीय दस्तावेज जो आमतौर पर कांफिडेंशियल होता है,आखिर लीक कैसे हुई और किसने यह सब करने का काम किया। सिस्टम की गोपनीयता और कामकाज के तरीके को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। जाहिर सी बात है कि आने वाले दिनों में जिम्मेदारों पर इस लापरवाही का ठिकरा भी फूटेगा।
तब सीनियर्स टीचर्स ने जताई थी नाराजगी, सिस्टम पर उठाए थे सवाल
शिक्षा विभाग से जुडे सीनियर अधिकारी व टीचर्स तबादला सूची के वायरल होने को लेकर सिस्टम पर सवाल भी उठाया था। आखिर यह सब करने की जरुरत ही क्यों पड़ी। सिस्टम में शामिल किस अधिकारी को यह सूची रास नहीं आ रही है। सवाल यह भी उठ रहा है कि सूची को लेकर अंतरविरोध की स्थिति में सिस्टम के तहत रद्दोबदल भी कराया जा सकता था। बनिबस्त सोशल मीडिया में वायरल करने के। जाहिर सी बात है, एक बार फिर नए सिरे से विभाग के आला अधिकारियों को मशक्कत करनी पड़ेगी।
इन नियमों के तहत मंत्री ने लीक सूची को जारी करने दिया आदेश
राज्य शासन द्वारा जारी तबादला नीति के कंडिका पांच में प्रावधान है कि शासन स्तर पर किए जाने वाले तबादलों में विभागवार सूची बनने और विभागीय मंत्री के अनुमोदन के बाद समन्वय में जाना है। समन्वय में जाने का मतलब साफ है,सीएम की सहमति के बाद स्थानांतरण आदेश जारी किया जाना है। प्रतिनियुक्ति के बाद तबादला आदेश में इस तरह का प्रावधान नहीं है। प्रतिनियुक्ति के बाद तबादला सूची विभागीय मंत्री के अनुमोदन के बाद जारी किया जाता है। इसी प्रावधान के तहत स्कूल शिक्षा मंत्री ने प्रतिनियुक्ति के बाद तबादला आदेश जारी करने का निर्देश दिया है।
जानिए स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव के बारे में
दुर्ग के विधायक व स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव संघ पृष्ठभूमि के हैं। उनके पिता स्व बिसराराम यादव राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के छत्तीसगढ़ प्रांत संघचालक के पद पर काबिज रहे हैं। संघ पृष्ठभूमि के अलावा मंत्री गजेंद्र यादव का अकादिमक रिकार्ड भी बेहतर रहा है। मंत्रिमंडल विस्तार के दौर में जब नए मंत्रियों के नामों की अटकलें लगाई जा रही थी,उस दौर में भी दुर्ग के विधायक गजेंद्र यादव का नाम सबसे ऊपर लिया जाता था। तीन संभावित विधायकों में से दो नामों को लेकर जरुर अटकलें लगाई जाती थी पर पहले नाम पर गजेंद्र यादव का ही लिया जाता था। स्कूल शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी संभालने के बाद शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने दमदारी के साथ निर्णय लिए जा रहे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग में रिफार्म की तैयारी भी शुरू हो गई है।
