CG Teacher Appointment: शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा: सहायक शिक्षकों की भर्ती में जमकर चला खेल, गोल्डमेडलिस्ट को कर दिया बाहर,अपात्र बन गए गुरुजी
CG Teacher Appointment: तय मापदंड, स्पष्ट दिशा निर्देश और शर्तों के बाद भी सहायक शिक्षक की भर्ती में शामिल शिक्षा विभाग के खटराल अधिकारियों ने जमकर खेला कर दिया है। आलम ये कि गोल्डमेडलिस्ट को नियुक्ति से बाहर कर दिया है। विज्ञान विषय के टीचर के पदों पर कॉमर्स और आर्ट्स के उम्मीदवारों की पिछले दरवाजे से भर्ती कर ली गई है। गड़बड़ी का खुलासा कलेक्टर संजय अग्रवाल को लिखे शिकायत पत्र से हुआ है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने डीईओ को जांच कराने और रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया था। दो प्रिंसिपल की जांच कमेटी ने शिकायतों को सही बताते हुए भर्ती में की गई गड़बड़ी का खुलासा किया है।

CG Teacher Appointment: बिलासपुर। तय मापदंड, स्पष्ट दिशा निर्देश और शर्तों के बाद भी सहायक शिक्षक की भर्ती में शामिल शिक्षा विभाग के खटराल अधिकारियों ने जमकर खेला कर दिया है। आलम ये कि गोल्डमेडलिस्ट को नियुक्ति से बाहर कर दिया है। विज्ञान विषय के टीचर के पदों पर कॉमर्स और आर्ट्स के उम्मीदवारों की पिछले दरवाजे से भर्ती कर ली गई है। गड़बड़ी का खुलासा कलेक्टर संजय अग्रवाल को लिखे शिकायत पत्र से हुआ है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने डीईओ को जांच कराने और रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया था। दो प्रिंसिपल की जांच कमेटी ने शिकायतों को सही बताते हुए भर्ती में की गई गड़बड़ी का खुलासा किया है।
बिलासपुर जिले में पदस्थ शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने गजब कर दिया है। भर्ती में गड़बड़ी पर कलेक्टर ने एक्शन नहीं लिया तो जिले के स्कूलों में पढ़ाई का कबाड़ा निकलना तय है। यह इसलिए कि जिन सहायक शिक्षकों की नियमों व मापदंडों को लेकर भर्ती की गई है वह मापदंडों को पूरा नहीं करते और जिस विषय के शिक्षक विभाग को चाहिए उसमें वह खरे नहीं उतर पा रहे हैं। अफसरों ने विज्ञान विषय पढ़ाने के लिए कॉमर्स के उम्मीदवार का सिलेक्शन कर लिया है। कॉमर्स के अलावा आर्ट्स विषय के सहायक शिक्षक बच्चों को विज्ञान विषय पढ़ाएंगे। यह तो किसी भी नजरिए से ना तो संभव है और ना ही सही। बिलासपुर जिले में ऐसा कारनामा शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कर दिखाया है। अपनों को पिछले दरवाजे से एंट्री देने के फेर में गोल्डमेडलिस्ट उम्मीदवार को भी नौकरी से बाहर कर दिया है। जाहिर है उनकी जगह जिस किसी उम्मीदवार का सिलेक्शन किया गया होगा योग्यता में उससे कम ही होगा। पर ऐसा भी गजब बिलासपुर जिले में हुआ है।
सहायक शिक्षक के 55 पदों पर हुआ चयन
बिलासपुर जिले में संविदा सहायक शिक्षक के पदों पर भर्ती के लिए जुलाई 2025 में विज्ञापन जारी किया गया था। इसमें कुल 191 पदों पर भर्ती की जानी थी। सहायक शिक्षक के 55 पद सृजित किए गए थे। शिक्षा विभाग ने 400 उम्मीदवारों की अंतिम मेरिट सूची जारी की गई थी। प्रमाण पत्रों के सत्यापन के लिए बाद में 275 लोगों को आमंत्रित किया था। प्रमाण पत्रों के सत्यापन के बाद अंतिम चयन सूची जारी करते वक्त मापदंडों और शर्तों की विभाग के अधिकारियों ने जमकर धज्जियां उड़ा दी।
कामिनी कौशिक ने कलेक्टर से की थी शिकायत
संविदा सहायक शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी की शिकायत और जांच की मांग करते हुए कामिनी कौशिक पिता-दिलीप कौशिक ने कलेक्टर बिलासपुर संजय अग्रवाल को पत्र सौंपा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने डीईओ बिलासपुर विजय तांडे को शिकायत की जांच करने और रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया था।
दो प्राचार्यों की कमेटी ने डीईओ को सौंपी रिपाेर्ट, रिपोर्ट में यह सब
- डीईओ ने शिकायत की जांच के लिए प्राचार्य, सेजेस लाल बहादुर शास्त्र बिलासपुर व प्राचार्य पीएम.श्री. सेजेस मस्तूरी, जिला-बिलासपुर को जिम्मा सौंपा था। जांच अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट डीईओ को सौंप दी है। जांच रिपोर्ट में यह सब है।
- सहायक शिक्षक पद हेतु आमंत्रित आवेदन पत्र में वांछनीय योग्यता मान्यता प्राप्त बोर्ड से हायर सेकण्डरी परीक्षा विज्ञान संकाय से उत्तीर्ण एवं डीएड, डीएलएड परीक्षा उत्तीर्ण होना प्रथम अनिवार्य शर्त थी। वांछित योग्यता के प्रथम बिंदु का ही अभ्यर्थियों के चयन में पालन होता दिखाई नहीं दे रहा है। चयनित अभ्यर्थी 01 श्रद्धा परगनिहा पिता संतोष परगनिहा मुख्य चयन सूची में अन्य पि.व.क्र. 08.
- मेंहदी देवांगन, पिता अनिल कुमार देवांगन मुख्य चयन सूची में अन्य पि.व.क्र. 09 के द्वारा प्रस्तुत हायर सेकेंडरी स्कूल सर्टीफिकेट परीक्षा के अंकसूची का अवलोकन करने पर कामर्स (वाणिज्य) से उत्तीर्ण होना पाया गया।
- दस्तावेज सत्यापन पर परीक्षण सूची में मेरिट क्र. 48 एवं 51 में क्रमशः श्रद्धा परगनिहा एवं मेंहदी देवांगन को पात्र बताया गया है, यह भी त्रुटिपूर्ण है क्योंकि संबंधित दोनों अभ्यर्थी वांछित योग्यता के प्रथम शर्त के पालन में ही पात्रता के श्रेणी में नहीं आते हैं अतएव इनका दस्तावेज सत्यापन सूची में सम्मिलित होना भी त्रुटिपूर्ण है।
जांच कमेटी ने नियुक्ति को ठहराया गलत
परीक्षण सूची में उपरोक्त दोनों अभ्यर्थियों का त्रुटिपूर्ण रूप से शामिल होने के कारण चयन सूची सहायक शिक्षक (अन्य पि. वर्ग) के सरल क्र. 08 एवं 09 में क्रमशः श्रद्धा परगनिहा एवं मेंहदी देवांगन को चयनित किया गया है जो कि त्रुटिपूर्ण है।
