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CG School Education: प्राइवेट स्कूल प्रबंधन चला रहा था प्राइवेट पब्लिसर्स की किताबें, DEO ने लगाया जुर्माना, ऐसे हुआ खुलासा

CG School Education: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर सरगंवा के बिरला ओपन माइंड स्कूल प्रबंधन के खिलाफ डीईओ ने 1 लाख रुपये का जुर्माना ठोका है। पीएमओ में एक अभिभावक ने शिकायत की थी की स्कूल प्रबंधन प्राइवेट पब्लिसर्स की किताबें चला रहा है और शहर में एक ही दुकान से कीताबें खरीदने कह रहा है. जांच में आरोप सही साबित हुआ.

CG School Education: प्राइवेट स्कूल प्रबंधन चला रहा था प्राइवेट पब्लिसर्स की किताबें, DEO ने लगाया जुर्माना, ऐसे हुआ खुलासा
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By Radhakishan Sharma

CG School Education: सरगुजा। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर सरगंवा के बिरला ओपन माइंड स्कूल प्रबंधन के खिलाफ डीईओ ने 1 लाख रुपये का जुर्माना ठोका है। पीएमओ में एक अभिभावक ने शिकायत की थी। पीएमओ के निर्देश पर कराई गई जांच में शिकायत सही पाई गई है। बिरला ओपन माइंड स्कूल प्रबंधन पर प्राइवेट पब्लिसर्स की कीताबें चलाने और शहर में एक ही दुकान से किताबें खरीदने की शर्त लगाई गई है। दुकान संचालक की मनमानी और बढ़ी कीमतों पर सामग्री बेचने का आरोप है। जांच में आरोप को सही पाया गया है।

राहुल अग्रवाल ने PMO में शिकायत कर प्राइवेट स्कूल प्रबंधन की मनमानी की शिकायत की थी। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए पीएमओ ने कलेक्टर सरगुजा को मामले की जांच कराने का आदेश दिया था। कलेक्टर ने डीईओ को मामले की जांच कराने और जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही थी। डीईओ ने मामले की जांच के लिए एक सदस्यीय जांच टीम का गठन किया था। जांच टीम ने शिकायत को सही पाते हुए कार्रवाई की अनुशंसा की थी। रिपोर्ट के आधार पर डीईओ ने स्कूल प्रबंधन पर जुर्माना किया है।

क्या है शिकायत में

राहुल अग्रवाल अम्बिकापुर जिला-सरगुजा द्वारा प्रधानमंत्री कार्यालय भारत सरकार नई दिल्ली में की गई शिकायत पंजीयन क्रमांक - PMOPG/E/2025/006407 के माध्यम से शिकायत किया गया कि बिड़ला ओपन मांइड स्कूल सरगवां अम्बिकापुर जिला-सरगुजा में खुली लूट चल रही है। NEP यहां लागू नहीं है। विद्यालय द्वारा अपनी दुकानें फिक्स कर दी है। मेरी बच्ची बिड़ला ओपन माइंड स्कूल में पढ़ती है। सभी किताबें निजी प्रकाशकों की है। एक ही दुकान से पुस्तकें ड्रेस अनिवार्य कर दिया गया है। एक पतली सी 24 पेज की किताब 6.50 रूपये की है। दुकान से किताबों से पूरा सेट लेना अनिवार्य है। आधी किताबें नहीं मिलेंगी और न ही फोटो कॉपी चलेगी। इस तरह से अभिभावक पर अनुचित दबाब डाला जा रहा है। शिकायत की जांच प्राचार्य, शाकउमावि मणिपुरवार्ड अम्बिकापुर से कराया गया।

जांच में मिली ये गड़बड़ी, शिकायत पाई गई सही

विद्यालय में SCERT (निःशुल्क छग पाठ्य पुस्तक) अथवा NCERT की पुस्तकें किसी भी कक्षा में लागू नहीं किया गया है। सभी कक्षा में प्राइवेट प्रकाशन की पुस्तकें लागू की गई है। इस संबंध में छात्रों-छात्राओं के कौशल एवं गुणवत्ता बढ़ाने हेतु पुस्तकें लागू किये जाने का लेख किया है। संस्था द्वारा कक्षा नर्सरी से कक्षा 08 वीं तक लागू की गई पुस्तकों की मूल्य सहित सूची प्रस्तुत की गई है।

देखें आदेश



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