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CG Rajnandgaon News: मधुमक्खियों का आतंक! मधुमक्खियों के हमले में दो की मौत,पांच घायल

CG Rajnandgaon News: राजनांदगांव शहर के बजरंग नवागांव वार्ड में पेड़ पर बने मधुमक्खी के छत्ते को नुकसान पहुंचने के बाद मधुमक्खियों के झुंड ने लोगों पर जानलेवा हमला कर दिया। मधुमक्खियों के डंक से एक युवक और एक महिला की मौत हो गई वही पांच घायल हो गए है।

CG Rajnandgaon News: मधुमक्खियों का आतंक! मधुमक्खियों के हमले में दो की मौत,पांच घायल
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By Anjali Vaishnav

CG Rajnandgaon News: राजनांदगांव। मधुमक्खियों के हमले में एक महिला और एक पुरुष की मौत हो गई वहीं पांच घायल हो गए है। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हादसे के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। पूरा मामला राजनांदगांव के बजरंगपुर नवागांव वार्ड का है।

बजरंगपुर नवागांव वार्ड में कल शनिवार की दोपहर लोग अपने अपने कामों में व्यस्त थे। इसी दौरान मधुमक्खियों के झुंड ने अचानक लोगों पर हमला कर दिया। अचानक मधुमक्खियों के हमले से लोग संभल नहीं पाए और मधुमक्खियों का शिकार बन गए। रोजमर्रा के कामों में व्यस्त लोग अचानक मधुमक्खियों के हमले से इधर-उधर भागे और घरों में तथा दुकानों में शरण ली। दुकान के अंदर घुसे लोगों ने मधुमक्खियों से पीछा छुड़ाने के लिए दुकान का शटर गिरा दिया।

मिली जानकारी के अनुसार एक पेड़ में मधुमक्खी का छत्ता था। किसी कारणवश मधुमक्खियों के छत्ते में नुकसान पहुंचाने के चलते हजारों की संख्या में मधुमक्खियां आक्रोशित हो गई और मोहल्ले वालों पर टूट पड़ी। अचानक हुए हमले से लोग संभाल नहीं पाए। मधुमक्खियो के जहरीले डंक से नवागांव वार्ड निवासी 35 वर्षीय महिला सुशीला देवांगन और 28 वर्षीय युवक शिव यदु गंभीर रूप से घायल हो गए। जिला अस्पताल ले जाने तक मधुमक्खियों के गंभीर डंक के चलते शरीर में तेजी से जहर फैल गया और दोनों की मौत हो गई।

वही हमले में सुमित्रा साहू सुनीता यादव, माया डोगरे, पार्वती साहू और मृतक शिव यदि का बेटा भी घायल हो गए है। जिनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।

वहीं हादसे के बाद नवागांव वार्ड में दहशत का माहौल है। दो लोगों की मौत से लोग सहमे हुए है। बच्चों और बुजुर्गों को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जा रही है। स्थानी लोगों का कहना है कि इलाके में कई पुराने पेड़ों पर मधुमक्खियां के चट्टे हैं लेकिन प्रशासन की तरफ से इन्हें हटाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए हैं जिसके चलते यह छत्ते जानलेवा हो गए है।

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