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CG Raipur News: 14 लाख रुपए लेने के बाद भी आरडीए ने तय समय पर नहीं दिया फ्लैट, रेरा ने हर महीने ब्याज भुगतान का दिया निर्देश

CG Raipur News: 14 लाख रुपए लेने के बाद भी तय समय पर आरडीए ने फ्लैट हैंडओवर नहीं किया। इससे ग्राहक को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा था। ग्राहक की अपील पर रेरा ने आरडीए को कड़ी फटकार लगाते हुए 45 दिनों में फ्लैट नहीं देने पर हर माह 13 हजार रुपए ब्याज देने के निर्देश दिए है।

CG Raipur News: 14 लाख रुपए लेने के बाद भी आरडीए ने तय समय पर नहीं दिया फ्लैट, रेरा ने हर महीने ब्याज भुगतान का दिया निर्देश
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By Radhakishan Sharma

CG Raipur News: रायपुर। रायपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी ने अपने प्रोजेक्ट में फ्लैट देने के एवज में रुपए वसूल लिए पर तय समय में फ्लैट नहीं दिया। ग्राहक म होम लोन लेकर फ्लैट के लिए रुपए का भुगतान किया था। जिसका उसे हर माह ब्याज पटाना पड़ रहा था। इसके अलावा फ्लैट नहीं मिलने से किराए के मकान में रह किराया भी देना पड़ रहा था। ग्राहक ने इसकी शिकायत करते हुए रेरा में अपील की थी। रेरा ने आरडीए को कड़ी फटकार लगाते हुए 45 दिन में फ्लैट नहीं देने पर प्रतिमाह ग्राहक को ब्याज भुगतान के निर्देश दिए हैं।

आरडीए ने अपने प्रोजेक्ट कौशल्या विहार (कमल विहार) में एलआईजी फ्लैट के एवज में ग्राहक से 14 लाख रुपए ले तो लिए, लेकिन वादे के मुताबिक ग्राहक को तय समय-सीमा में फ्लैट का आवंटन नहीं कराया। अब रेरा ने आरडीए को फटकार लगाते हुए ग्राहक के होम लोन के एवज में हर महीने ब्याज चुकाने का आदेश दिया है। ग्राहक ने आरडीए के खिलाफ रेरा में अपील करते हुए कहा था कि आरडीए के निर्देश के मुताबिक उन्होंने एलआईजी फ्लैट के लिए पूरी राशि होम लोन के जरिए दे दी, लेकिन जून 2024 में मिलने वाला फ्लैट अब तक पूरा नहीं हो पाया है। इससे होम लोन की ब्याज दर के साथ वित्तीय भार बढ़ता जा रहा है। रेरा ने अपने फैसले में कहा कि 45 दिन के भीतर यदि ग्राहक को फ्लैट नहीं मिला तो आरडीए हर महीने की पांच तारीख को 13 हजार रुपए का ब्याज प्रदान करेगा।

यह है मामला

रेरा से मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी की प्रोफेसर कॉलोनी के निवासी अमित कुमार गुप्ता ने 15 मार्च 2024 को एलआईजी लैट की निविदा में 13 लाख 96 हजार रुपए की लागत से बुकिंग कराई थी। आरडीए ने जून 2025 में लैट का आधिपत्य देने का वादा किया था। ग्राहक ने होम लोन लेकर पांच किस्तों में राशि का भुगतान कर दिया, लेकिन सितंबर तक फ्लैट पूरा नहीं हो पाया। आरडीए के खिलाफ ग्राहक ने रेरा में लड़ाई लड़ी।

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