CG Politics News: ED को कांग्रेस ने बनाया मुद्दा तो भाजपा ने संभाला मोर्चा, पूर्व आबकारी मंत्री ने शराब में 5000 करोड़ के घोटाले का लगाया आरोप
CG Politics News: पूर्व सीएम बघेल के बेटे पर शिकंजा कसते ही कांग्रेस में रायपुर से दिल्ली तक हलचल। भाजपा ने विधायकों और संगठन पदाधिकारियों को दिया जवाबी हमले का जिम्मा

CG Politics News: रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पाटन निवास में ईडी दो बार जाकर जांच कर चुकी है। अब अगली जांच के बाद उनके बेटे चैतन्य बघेल को ईडी ने हिरासत में ले लिया। वैसे तो इसकी अटकलें पहले से लगाई जा रही थी, मगर ठीक चैतन्य के जन्म दिन के दिन ही ईडी की टीम सुबह- सुबह बघेल निवास पहुंच गई तो मामले ने तुरंत सियासी रंग ले लिया। गिरफ्तारी के दिन तो कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन भी किया था।
इसके तुरंत बाद श्री बघेल विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेकर अगले दिन दिल्ली चले गए। दिल्ली में उन्होंने ईडी की कांग्रेस नेताओं के खिलाफ की जा रही कार्रवाई की पूरी जानकारी दी। कांग्रेस का आरोप है कि ईडी बिना सबूत केवल जबरिया बयान के आधार पर यह कार्रवाई कर रही है। चूंकि बघेल जब मुख्यमंत्री थे, तब कांग्रेस के देश के प्रभावशाली नेताओं में गिने जाते थे। अब उन्हें राष्ट्रीय संगठन में जगह दी गई है और पंजाब के प्रभारी भी हैं। जाहिर है, कांग्रेस के आला नेताओं ने इसे गंभीरता से लिया है और अब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई काे मुद्दा बनाने का प्रयास किया है। 22 जुलाई को प्रदेशभर में आर्थिक नाकेबंदी की जा रही है, इसमें सभी मालवाहक वाहन रोके जाएंगे। इससे पहले 21 जुलाई को ही भाजपा भी सक्रिय हो गई। संगठन ने विधायकों और वरिष्ठ पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी है कि वे जनता के बीच जाएं और ईडी की जांच में आ रहे तथ्यों को सामने रख कर कांग्रेस पर जवाबी सियासी हमला करें।
भाजपा किसी भी कीमत पर ईडी की कार्रवाई को कांग्रेस को मुद्दा नहीं बनाने देना चाहती। यह अनुमान तो पार्टी को पहले से ही था कि जैसे- जैसे ईडी की कार्रवाई के दायरे में कांग्रेस के बड़े नेता आते जाएंगे, वैसे- वैसे कांग्रेस सक्रिय होती जाएगी। इससे पहले ईडी ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा सहित कुछ अन्य को भी गिरफ्तार किया था। उस वक्त कांग्रेस में गतिविधि तेज नहीं हुई थी। अब चूंकि मामला पूर्व सीएम बघेल तक पहुंचता दिख रहा है, इसलिए कांग्रेस के आला नेताओं को छत्तीसगढ़ में दखल देना पड़ा है। खबर है कि आला नेताओं ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस के नेताओं को विरोध प्रदर्शन की रणनीति बनाने को कहा है। इसी क्रम कें 22 जुलाई काे आर्थिक नाकेबंदी है।
इसके जवाब में भाजपा ने अपने सभी विधायकों और संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों को ईडी द्वारा जारी जांच के तथ्यों को मुहैया कराया है। इसके आधार पर कहा गया है कि सभी विधायक व पदाधिकारी कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन का तगड़ा जवाब दें। पार्टी सूत्रों का कहना है कि भाजपा को कांग्रेस को जवाब देने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी। जनता भ्रष्टाचार के मामलों से भली-भांति परिचित है। दूसरी ओर कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव होना है, इस कारण वर्तमान जिला अध्यक्ष केवल औपचारिकता निभा रहे हैं। इससे भी कांग्रेस का प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है। इसी रणनीति के तहत दो दिन पहले राजधानी रायपुर में वन मंत्री केदार कश्यप ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया तो पार्टी ने कल पूर्व आबकारी मंत्री अमर अग्रवाल को मैदान में उतारा।
सांसद पांडे व विधायक अमर ने खोला मोर्चा
बिलासपुर विधायक और पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए ईडी में पांच हजार करोड़ के घोटाले का आरोप लगा दिया है। उनका तर्क है किे वे खुद आबकारी मंत्री रहे हैं, इसलिए उनके हिसाब से शराब घोटाला पांच हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का है। जबकि सांसद संतोष पांडे ने कहा कि घोटाला ढाई हजार करोड़ रुपये का अब तक पता चल चुका है। उन्होंने आरोप लगाया कि भूपेश बघेल ने छत्तीसगढि़या संवेदना का गलत फायदा उठाया है।
