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CG Police: 43 एएसपी को मिलेगा वरिष्ठ प्रवर श्रेणी वेतनमान, कैबिनेट ने दी हरी झंडी

CG Police: छत्तीसगढ़ राज्य पुलिस सेवा के सीनियर अधिकारियों को वरिष्ठ प्रवर श्रेणी वेतनमान मिलने का रास्ता खुल गया है। विष्णुदेव कैबिनेट ने आज 30 सांख्येत्तर पदों की मंजूरी दे दी। इन्हें अब कमांडेंट या जिलों में एसपी की पोस्टिंग दी जा सकती है।

CG Police: 43 एएसपी को मिलेगा वरिष्ठ प्रवर श्रेणी वेतनमान, कैबिनेट ने दी हरी झंडी
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By Sandeep Kumar

CG Police: रायपुर। रायपुर। विष्णुदेव कैबिनेट ने आज राज्य पुलिस सेवा के 43 अधिकारियों को वरिष्ठ प्रवर श्रेणी वेतनमान के लिए हरी झंडी दे दी। याने डीपीसी के बाद अब ये राज्य पुलिस सेवा के सबसे सीनियर वेतनमान वाले अधिकारी हो जाएंगे।

गृह विभाग के सूत्रों के अनुसार राज्य पुलिस सेवा के 2005, 2006, 2007, 2008 तथा 2009 बैच के अधिकारियों को वरिष्ठ प्रवर श्रेणी वेतनमान प्रदान किये जाने हेतु 30 सांख्येतर पद निर्मित कर वरिष्ठ प्रवर श्रेणी वेतनमान प्रदान करने का निर्णय लिया गया। इन चारों बैच में 43 अफसर प्रमोशन का वेट कर रहे थे। मगर राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत पद 13 ही थे। सो, 13 अफसरों का ही एएसपी पद पर प्रमोशन हो सकता था।

जाहिर है, 43 में से सिर्फ 13 अफसरों का प्रमोशन होता तो बाकी अधिकारियों मे असंतोष फैलता। क्योंकि, प्रमोशन के लिए सर्विस का वास्तविक क्रायटेरिया वे पार कर चुके हैं। इसलिए, सरकार से इस संबंध में बात की गई। सभी का एक साथ प्रमोशन हो जाए, इसके लिए सांख्येत्तर पद स्वीकृत करने का रास्ता निकाला गया। सरकार की सहमति मिलने पर गृह विभाग ने वित्त को नोटशीट भेजी और चूकि सांख्येत्तर पद थे, इसलिए वित्त को भी कोई दिक्कत नहीं हुई। इससे फायनेंस पर लोड नहीं पड़ेगा। क्योंकि, सभी प्रमोशन के लिए प्रतीक्षारत सभी 43 डीएसपी उसी पे स्केल में पहुंच गए हैं, जो एडिशनल एसपी से सीनियर को मिलता है।

वित्त विभाग से मंजूरी मिलने के बाद गृह विभाग ने आज कैबिनेट में इसको रखा। मंत्रिपरिषद ने विचार-विमर्श के बाद 30 सांख्येत्तर पदों की मंजूरी दे दी। कैबिनेट से सहमति मिलने के बाद गृह विभाग अब डीपीसी आयोजित करेगा। डीपीसी की बैठक के बाद राज्य पुलिस सेवा के 43 सीनियर अफसरों को सीनियर वेतनमान मिल जाएगा।

क्या होता है सांख्येत्तर पद

सांख्येतर पद वन टाईम के लिए होता है। अधिकारियों के रिटायर होने के बाद ये पद अपने आप समाप्त हो जाते हैं। उस विशेष केस में सरकार सांख्येतर पद स्वीकृति के पावर का इस्तेमाल करती है, जब पद कम हैं और दावेदारों की संख्या अधिक। मसलन, हाल में इंस्पेक्टरों के प्रमोशन में भी सरकार ने सांख्येत्तर पदों की मंजूरी दी थी। क्योंकि, पद कम थे और दावेदार अधिक। सभी का प्रमोशन कर दिया।

Sandeep Kumar

संदीप कुमार कडुकार: रायपुर के छत्तीसगढ़ कॉलेज से बीकॉम और पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी से MA पॉलिटिकल साइंस में पीजी करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं। पिछले 10 सालों से विभिन्न रीजनल चैनल में काम करने के बाद पिछले सात सालों से NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहे हैं।

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