CG NHM Samuhik Istifa: CG में 16000 NHM-कर्मचारियों ने दिया सामूहिक इस्तीफा, 25 कर्मचारी के बर्खास्तगी के बाद भड़का आक्रोश, सीएमएचओ को सौंपा पत्र
CG NHM Samuhik Istifa: NHM के 25 पदाधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया. वहीँ अब इससे नाराज 16000 कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है.

CG NHM Samuhik Istifa: रायपुर: छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के संविदा अधिकारियों एवं कर्मचारियों की हड़ताल लगातार 18वें दिन भी जारी है. अल्टीमेटम के बावजूद ड्यूटी पर नहीं लौटने पर जहाँ कल NHM के 25 पदाधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया. वहीँ अब इससे नाराज 16000 कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है.
दरअसल, छत्तीसगढ़ में अलग अलग जिलों में कार्यरत 16 हजार से ज्यादा एनएचएम कर्मचारी और अधिकारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. एनएचएम कर्मचारी और अधिकारी के हड़ताल पर जाने से अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं ठप पड़ गयी है. जिसके बाद लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने सख्ती बरतते हुए एनएचएम कर्मचारी को तत्काल काम पर लौटने के आदेश दिए थे.
25 एनएचएम अधिकारी-कर्मचारियों की बर्खास्ती
साथ ही अल्टीमेटम दिया गया था अगर कर्मचारी कार्यालय में उपस्थित होकर अगर सेवा नहीं देते हैं तो उनके खिलाफ बर्खास्ती की कार्रवाई की जाएगी. वहीँ बुधवार को नोटिस के बाद भी काम पर नहीं लौटने पर सरकार ने 25 एनएचएम अधिकारी-कर्मचारियों की सेवा समाप्ति कर दी है. जिसमे संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अमित मिरी समेत बलौदा बाजार जिले के तीन बड़े पदाधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है. इनमें हेमंत सिन्हा, कैशलेश तिवारी और डॉ. रविशंकर दीक्षित शामिल हैं.
1350 एनएचएम कर्मचारियों ने दिया सामूहिक इस्तीफा
इस बर्खास्तगी की कार्रवाई से नाराज होकर NHM कर्मचारियों ने दिया सामूहिक इस्तीफा दे दिया है. प्रदेश भर में सभी जिलों में 16 हजार एनएचएम कर्मचारियों ने दिया सामूहिक इस्तीफा दे दिया है. रायपुर के 1400 NHM कर्मियों नेअपना सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया है. बलौदा बाजार जिले में 421 एनएचएम कर्मचारियों ने अपना इस्तीफा सीएमएचओ को सौंप दिया है. वहीँ, कांकेर में 655 स्वास्थ्यकर्मी ने इस्तीफा दे दिया हो.
इन 10 मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन
बता दें, एनएचएम कर्मचारी 10 सूत्री मांगो को लेकर हड़ताल पर है. कर्मचारी संविलियन, स्थायीकरण, 27% लंबित वेतन वृद्धि, कार्य मूल्यांकन में पारदर्शिता, ग्रेड पे निर्धारण, अनुकंपा नियुक्ति, महिला कर्मियों के लिए विशेष अवकाश नीति, ट्रांसफर सुविधा, पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना और 10 लाख रुपये की कैशलेस मेडिकल बीमा की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं.
