CG NHM Protest: बर्खास्तगी से भड़का NHM कर्मचारी संघ, आज कर्मचारियों का जेल भरो आंदोलन, राजधानी में जुटेंगे 10 हजार कर्मी
CG NHM Protest: छत्तीसगढ़ में NHM (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) संविदा कर्मचारियों की हड़ताल जारी है. एक महीने से एनएचएम कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं.

CG NHM Protest
CG NHM Protest: रायपुर: छत्तीसगढ़ में NHM (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) संविदा कर्मचारियों की हड़ताल जारी है. एक महीने से एनएचएम कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं. इस मामले में अब सरकार ने भी सख्ती दिखनी शुरू कर दी है. हड़ताल खत्म कर काम पर नहीं लौटेने वाले कर्मचारी को बर्खास्त किया जा रहा है. वहीँ, दूसरी तरफ आज कर्मचारियों ने “जेल भरो आंदोलन” का ऐलान किया है.
दरअसल, छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) संविदा कर्मचारी 18 अगस्त से हड़ताल पर हैं. जिसके कारण स्वास्थ्य सेवायें ठप्प पड़ गयी है. 10 सूत्रीय मांगों को लेकर अलग-अलग तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीँ, दूसरी तरफ सरकार ने 16 सितंबर तक सभी कर्मचारियों को काम पर लौटने का फाइनल अल्टीमेटम दिया था.
कर्मचारियों पर बर्खास्ती की कार्रवाई
फाइनल अल्टीमेटम देने के बावजूद एनएचएम कर्मचारी काम पर नहीं लौटे जिसके बाद 17 सितंबर को कई जिलों में कर्मचारियों की सेवा खत्म कर दी गई. 17 सितंबर को सूरजपुर में 594 कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया है. 16 सितंबर को बलौदाबाजार में 160 और कोरबा के 21 कर्मचारियों नौकरी से निकाला गया है. साथ ही स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया ने सभी जिलों के सीएमएचओ (मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी) निर्देश दिए हैं काम पर नहीं लौटने वाले वाले कर्मचारी को क़ानूनी आदेश जारी कर बर्खास्त कर दिया जाए और उनकी जगह नई भर्ती की जाये.
आज जेल भरो आंदोलन
वहीँ, अब 10 सूत्रीय मांगों को लेकर एनएचएम कर्मचारी ने गुरुवार (18 सितंबर) को जेल भरो आंदोलन का ऐलान किया है. संभाग स्तर पर आज जेल भरो आंदोलन किया जायेगा. राजधानी के तूता धरना स्थल पर आंदोलन किया जायेगा. जिसमे रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग के लगभग 10 हजार कर्मचारी शामिल होंगे. कर्मचारियों का कहना है जब तक सभी मांगें पूरी नहीं होती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
इन 10 मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन
बता दें, एनएचएम कर्मचारी 10 सूत्री मांगो को लेकर हड़ताल पर है. कर्मचारी संविलियन, स्थायीकरण, 27% लंबित वेतन वृद्धि, कार्य मूल्यांकन में पारदर्शिता, ग्रेड पे निर्धारण, अनुकंपा नियुक्ति, महिला कर्मियों के लिए विशेष अवकाश नीति, ट्रांसफर सुविधा, पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना और 10 लाख रुपये की कैशलेस मेडिकल बीमा की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं.
