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CG News: वंदे भारत ट्रेन हादसा: OHE लाइन की चपेट में आने से कर्मचारी की मौत, अपोलो अस्पताल में चल रहा था इलाज, ग्रामीणों ने जुटाई भीड़

CG News: रेलवे कोचिंग डिपो में हुए हादसे में बुरी तरह झुलसे कर्मचारी की अपोलो अस्पताल में मौत हो गई है। वंदे भारत ट्रेन की सफाई के दौरान OHE लाइन की चपेट में आने से कर्मचारी बुरी तरह झुलस गया था। अपोलो अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। अपोलो अस्पताल परिसर में ग्रामीणों की भारी भीड़ जुटी हुई है। हंगामा की आशंका को देखते हुए अपोलो अस्पताल में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। रेलवे में भी एहतियात के तौर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।

CG News: वंदे भारत ट्रेन हादसा: OHE लाइन की चपेट में आने से कर्मचारी की मौत, अपोलो अस्पताल में चल रहा था इलाज, ग्रामीणों ने जुटाई भीड़
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By Radhakishan Sharma

CG News: बिलासपुर। रेलवे के कोचिंग डीपो में वंदे भारत ट्रेन की सफाई के दौरान OHE लाइन की चपेट में आकर कर्मचारी बुरी तरह झुलस गया था। अपोलो अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष करते हुए घायल कर्मचारी ने अंतिम सांस ली। करंट से झुलसे कर्मचारी का इलाज करने वाले चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया है। कर्मचारी की मौत की खबर के बाद ग्रामीणों की भीड़ अपोलो अस्पताल में जुटने लगी है। हंगामे की आशंका को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने एतिहात के तौर पर अपाेलो अस्पताल परिसर में बड़ी संख्या में पुलिस की तैनाती कर दी है। अपोलो अस्पताल के अलावा रेलवे में आला अधिकारियों के कार्यालयों व बंगले की सुरक्षा बढ़ा दी है। जिला पुलिस के अलावा आरपीएफ की तैनाती कर दी गई है। आने जाने वालों पर कड़ी निगाह रखी जा रही है।

बीते शनिवार को रेलवे कोचिंग डीपो बड़ा हादसा हुआ था। वाशिंग लाइन नंबर-1 में एक निजी कर्मचारी एसी कोच पर काम करते समय OHE की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गया था। इस घटना के बाद डीपो के साथ जोन व मंडल कार्यालय में हड़कंप मच गया था।

घटना दोपहर लगभग 1:30 बजे हुई थी। रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर कोचिंग डिपो है, जहां ट्रेनों की सफाई के साथ-साथ मेंटेनेंस का काम किया जाता है। बिलासपुर-नागपुर वंदे भारत ट्रेन के कोच नंबर 151356 में लीकेज था। जिसकी जांच पड़ताल करने के लिए कुमार इंजीनियरिंग भिलाई के निजी कंपनी के दो कर्मचारी, जो सीएंडडब्ल्यू कोचिंग डिपो बिलासपुर के अधीन कार्य करते है, वह कोच के ऊपर चढ़े थे। जांजगीर-चांपा मुलमुला निवासी प्रताप बर्मन ओएचई करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गया। इस घटना से प्रताप 70 से 80 प्रतिशत झुलस गया था । गंभीर हालत में उसे रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसकी हालत को देखते हुए रेलवे अस्पताल के चिकित्सकों ने सिम्स रिफर कर दिया था । घायल को दोपहर 2:20 बजे सिम्स के बर्न यूनिट में भर्ती किया गया था। प्रताप की हालत को देखते हुए परिजनों ने सिम्स से रिफर करवाकर उसे अपोलो अस्पताल लेकर गए। तब से अपोलो में प्रताप का इलाज चल रहा था।

लापरवाही के चलते हुआ था हादसा

शुरुआत में जब मेंटनेंस किया जा रहा था तब OHE की लाइन बंद कर दी गई थी। मेंटनेंस के बाद लाइन चालू कर दी गई थी। वंदे भारत ट्रेन की छत पर कुछ जरुरी सामान छूट गया था। उसे लेने प्रताप ट्रेन के ऊपर चढ़ा और ओएचई की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गया। तब सवाल यह भी उठाया गया था कि लाइन चालू हालत में ट्रेन की छत पर प्रताप को चढ़ने की अनुमति किसने दी। किसी ने प्रताप को बताया क्यों नहीं कि लाइन चालू है। सुरक्षा में बड़ी चूक कहें या फिर लापरवाही, प्रताप की जान चली गई।

DRM कार्यालय का ग्रामीणों ने किया था घेराव

करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल प्रताप का अपोलो अस्पताल में इलाज की सुविधा देने ग्रामीणा ने डीआरएस से मुलाकात की थी। डीआरएम ने इलाज कराने में अस्मर्थता व्यक्त करने पर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा था और नाराज ग्रामीणों ने डीआरएस आफिस का घेराव कर दिया था। प्रताप की मौत के बाद ग्रामीणों का गुस्सा रेलवे द्वारा इलाज कराने से इंकार करने को लेकर और भी भड़क सकता है। नाराज ग्रामीण दोबारा डीआरएम कार्यालय का रुख कर सकते हैं। इसे देखते हुए डीआरएम के अलावा रेलवे अधिकारियों के कार्यालयों व निवास में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।


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