CG News: उपाध्यक्ष पत्नी की ऐसी जिद, पति के बिना नहीं आएंगी बैठक में, सीईओ ने उपाध्यक्ष पति पर लगाया धमकाने का आरोप
महिला जनपद उपाध्यक्ष के पति को बैठकों में शामिल करने से इंकार करने और शासकीय कार्य में हस्तक्षेप करने से रोकने पर जनपद उपाध्यक्ष और जनपद पंचायत सीईओ में भिड़ंत हो गई। सीईओ ने जनपद उपाध्यक्ष के पति पर शासकीय कार्य में बाधा डालने और धमकी देने का आरोप लगाती हुई कलेक्टर से सुरक्षा दिलाने की मांग की है।

एमसीबी। मनेंद्रगढ़ जनपद की सीईओ ने जनपद उपाध्यक्ष के पति पर धमकाने और शासकीय कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाकर सुरक्षा मांगी है। कलेक्टर को चिट्ठी लिखकर जनपद कार्यालय-निवास में सुरक्षा मुहैया कराने और उपाध्यक्ष पति पर कार्रवाई करने गुहार लगाई है। जनपद सीईओ वैशाली सिंह ने कलेक्टर को की गई शिकायत में बताया है कि जनपद पंचायत मनेन्द्रगढ़ के अमृतसदन सभागार में सामान्य सभा की बैठक आहुत की गई थी। रोस्टर के अनुरूप 23 विभिन्न शासकीय विभागों के विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी, कर्मचारी एवं जनपद पंचायत के समस्त निर्वाचित जनपद सदस्यों एवं सांसद-विधायक प्रतिनिधियों को बैठक के लिए पत्र के माध्यम से जनपद अध्यक्ष-उपाध्यक्ष से पहले सहमति ली गई थी।
जनपद अध्यक्ष जानकी बाई कुसरो, उपाध्यक्ष ज्योति गुप्ता एवं उनके पति आनंद गुप्ता उर्फ नन्दू गुप्ता, जनपद सदस्य रामबाई, कविता बसोर, सीता देवी आयाम, रीना अग्रवाल ने यह कहकर बैठक का बहिष्कार कर दिया। बोले, अगर हमारे पति बैठक में शामिल नहीं होंगे तो हम सामान्य सभा का बहिष्कार करते हैं। मामले में जब मैंने अध्यक्ष जानकी बाई कुसरो को जानकारी दी कि कोई भी बाहरी व्यक्ति, जो सामान्य सभा का सदस्य नहीं हैं, बैठक कक्ष में नहीं रहेेंगे। तभी उपाध्यक्ष ज्योति गुप्ता एवं उनके पति आनंद गुप्ता मुझसे बहस करने लगे और एक दबाव पूर्वक अन्य प्रतिनिधि सदस्यों को बैठक का बहिष्कार करने की बात कही। जिससे अधिकांश जनपद सदस्य बैठक की अवहेलना कर बाहर चले गए। साथ ही जनपद उपाध्यक्ष पति आनंद गुप्ता ने कहा कि हमारी उपस्थिति के बिना जनपद की बैठक एवं प्रस्ताव पारित नहीं किया जा सकता है। फिर वाद विवाद कर धमकी दी कि भविष्य में कोई भी बैठक मेरी उपस्थिति के बगैर नहीं होगी।
सीईओ सिंह ने कलेक्टर को भेजे पत्र में लिखा है कि मैंने जनपद के विकास की बात करने के लिए निवेदन किया। जनपद उपाध्यक्ष ज्योति गुप्ता ने इंकार कर दिया और कहा कि हमें विभाग की जानकारी से कोई मतलब नहीं है, हमें अपने जनपद निधि में उपलब्ध राशि की जानकारी दें। साथ ही जनपद कार्यालय में उपाध्यक्ष के पति आनंद गुप्ता ने अभद्र भाषा का प्रयोग कर मुझे हटाने का प्रस्ताव बनाने की धमकी दी। सामूहिक रूप से सार्वजनिक स्थल पर मेरे स्वाभिमान एवं पद के विरुद्ध मनगढ़ंत कहानी प्रस्तुत कर अभद्रता की गई। मामले में शासकीय कार्यों में बाधा उत्पन्न कर जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावित किया गया। जिससे भारतीय न्याय संहिता की धारा 186 का प्रयोग कर कार्यवाही करें। मैं महिला अधिकारी हूं, इसलिए सामान्य सभा के दौरान हुए विवाद के कारण डरी एवं सहमी हूं। मामले में ध्यान में रखकर जनपद कार्यालय एवं मेरे आवास में सुरक्षा मुहैया कराएं।