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CG News: स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही: मोबाइल टॉर्च की रोशनी में की गई डिलीवरी, अंधेरे में टांके भी लगाए गए

CG News: बिलासपुर के तखतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाइट गुल होने पर प्रसूता की मोबाइल टॉर्च की रोशनी में डिलीवरी करवानी पड़ी। मोबाइल टार्च की रोशनी में डिलीवरी की खबर सामने आने के बाद अब स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी के चलते स्वास्थ्य विभाग

CG News: स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही: मोबाइल टॉर्च की रोशनी में की गई डिलीवरी, अंधेरे में टांके भी लगाए गए
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By Radhakishan Sharma

बिलासपुर। स्वास्थ्य विभाग की लचर कार्य प्रणाली की एक बड़ी और भयावह तस्वीर बिलासपुर जिले के तखतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सामने आई है। यहां बिजली गुल होने पर मोबाइल टॉर्च की रोशनी में प्रसूता की डिलीवरी करानी पड़ी। इसे लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी पर गंभीर सवाल उठ रहा है। समय पर अगर मौजूद महिला डाक्टर ने तत्परता नहीं दिखाई होती और मोबाइल टार्च की राेशनी के सहारे डिलीवरी नहीं कराई होती तो बच्चा और जच्चा दोनों के जाने को खतरा हो सकता था।

राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जच्चा बच्चा को सुरक्षित रखने के लिए संस्थागत डिलीवरी हेतु गांव में प्रचार–प्रसार और प्रोत्साहन दिया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ यह भयावह तस्वीर भी सामने आ रही है जब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सा सुविधा तो दूर जरुरी सुविधाएं भी मुहैया नहीं कराई जा रही है। ऐसा ही एक मामला बिलासपुर जिले के तखतपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में देखने को मिला। ग्राम बेलसरी निवासी ज्योति नाम की महिला को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने डिलीवरी के लिए गांव से लाकर अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में सुबह से ही अस्पताल और आसपास के इलाके में बिजली गुल थी।

महिला को तेज प्रसव पीड़ा होने लगी, तब उसे डिलीवरी के लिए ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया। महिला की दिक्कत को देखते हुए बिजली नहीं आने पर स्वास्थ्य केंद्र की नर्सें ओटी से बाहर जाकर बाहर खड़े एक व्यक्ति से मोबाइल मांगा और मोबाइल टॉर्च की रोशनी में डिलीवरी करवाई गई। मोबाइल के रोशनी में ही डिलीवरी कराई और ज्यादा रक्तस्राव होने की स्थिति में मोबाइल टार्च की रोशनी में टांके भी लगाईं।

स्वास्थ्य केंद्र तखतपुर में बिजली न होने के कारण जिन वार्डों में मरीज भर्ती हैं वहां का भी हाल बेहाल था। परिजन अस्पताल में भर्ती मरीजों को गर्मी के चलते गमछे से हवा करते रहे। जिसे देखकर यह एहसास होता है कि लोगों का स्वास्थ्य सुधारने वाला स्वास्थ्य विभाग खुद बीमार पड़ा हुआ है। इस मामले में तखतपुर के बीएमओ उमेश कुमार ने मीडिया को बताया कि दिनभर लाइट बंद होने के कारण इनवर्टर साथ नहीं दे पाया और प्रसूता की स्थिति गंभीर होने और इमरजेंसी होने के कारण मोबाइल टॉर्च की रोशनी से प्रसव करवाया गया।



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