CG News: रक्षाबंधन पर पुलिस ने चलाया उपहार अभियान, सुरक्षा का संकल्प लेकर पुलिस ने बांटे 1200 हेलमेट
CG News: रक्षाबंधन पर सुरक्षा का मैसेज देने और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने पुलिस ने अभियान उपहार चलाया।अभियान का संदेश था एक हेलमेट भाई के नाम। एसपी विजय कुमार पांडे ने खुद पुलिस कर्मियों के साथ सड़क में उतरकर राहगीरों को हेलमेट बांटे। एक ही दिन में इस अभियान के तहत 12 सौ हेलमेट जांजगीर पुलिस ने नि:शुल्क बांटे हैं।

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CG News: जांजगीर-चांपा। रक्षाबंधन के पावन अवसर पर जहां बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना कर रही थीं, वहीं जांजगीर-चांपा पुलिस ने इस दिन को सड़क सुरक्षा के प्रति जन-जागरूकता का संदेश देने में बदल दिया। ‘‘ऑपरेशन उपहार’’ नामक विशेष अभियान के तहत पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडेय स्वयं सड़क पर उतरे और दोपहिया चालकों को हेलमेट पहनाकर यातायात नियमों का पालन और सुरक्षित ड्राइविंग का संकल्प दिलाया।
15 थाना-चौकी क्षेत्रों में एक साथ 1200 हेलमेट का वितरण-
8 अगस्त 2025 को आयोजित इस अभियान में जिले के सभी 15 थाना और चौकी क्षेत्रों में एक साथ 1200 हेलमेट निःशुल्क वितरित किए गए। अभियान का संदेश था— ‘‘एक हेलमेट भाई के नाम’’, जिसका उद्देश्य है कि लोग अपने परिजनों और मित्रों को जन्मदिन, विवाह, वर्षगांठ या सामाजिक अवसरों पर हेलमेट उपहार में दें और इसे रोजमर्रा की आदत बनाएं।
सबसे ज्यादा मौतें दोपहिया वाहन चालकों की-
जिले में सड़क हादसों के विश्लेषण से यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि कुल सड़क दुर्घटनाओं में 70% मौतें दोपहिया चालकों की होती हैं। इनमें से करीब 35-40% मौतें केवल हेलमेट पहनने से टाली जा सकती थीं। इन आंकड़ों ने ही पुलिस को इस व्यापक जन-जागरूकता अभियान की ओर प्रेरित किया।
SP बने ‘सड़क सुरक्षा दूत-
कार्यक्रम के दौरान एसपी विजय कुमार पांडेय ने स्वयं बाइक सवारों को हेलमेट पहनाए और कहा“हेलमेट केवल कानून का पालन करने का साधन नहीं, बल्कि जीवन की ढाल है। यातायात नियमों का पालन करके हम न केवल अपनी बल्कि दूसरों की जिंदगी भी बचा सकते हैं।” उन्होंने राहगीरों, युवाओं और परिवारों से अपील की कि वे नशे में वाहन न चलाएं, मोबाइल का उपयोग करते हुए ड्राइविंग से बचें और किसी भी स्थिति में नाबालिगों को वाहन न सौंपें।
इसलिए चलाया अभियान-
हेलमेट को एक सार्थक और सुरक्षित उपहार के रूप में अपनाने की प्रेरणा देना।
सामाजिक आयोजनों में हेलमेट देने की परंपरा को बढ़ावा देना।
सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर को घटाना।
यातायात नियमों के पालन को सुनिश्चित करना।
