CG News: प्रकाश इंडस्ट्रीज के दो अधिकारी गिरफ्तार, सुरक्षा लापरवाही पर 8 लाख का जुर्माना
CG News: प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड में 12 अप्रैल को हुए ब्लास्ट फर्नेस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई थी। वही 11 मजदूर घायल हो गए थे। मामले में प्लांट के दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है।

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CG News: जांजगीर-चांपा। चांपा स्थित प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड (PIL) के फर्नेस डिवीजन में हुए गंभीर औद्योगिक हादसे में लापरवाही बरतने पर पुलिस ने प्लांट के दो वरिष्ठ अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। वहीं औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विभाग ने प्लांट प्रबंधन पर आठ लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। मामला चांपा थाना क्षेत्र का है। यह दुर्घटना 12 अप्रैल 2025 को हुई थी, जब फर्नेस क्रमांक-8 में कार्य के दौरान मोल्टन मेटल और गर्म गैस अचानक बाहर आ गई, जिससे 13 श्रमिक झुलस गए थे। घायलों में से दो कर्मचारियों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है, जबकि 11 श्रमिक अब भी विभिन्न अस्पतालों में इलाजरत हैं।
पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडेय के निर्देश पर की गई गहराई से जांच में यह सामने आया कि फर्नेस को दोबारा चालू करते समय मानक संचालन प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया, जिससे यह दुर्घटना हुई।
गिरफ्तार अधिकारी-
1. उदय सिंह, कारखाना प्रबंधक (निवासी - बिलासपुर, वर्तमान में PIL चांपा)
2. संजय जैन, कारखाना अधिभोगी (निवासी - पालम अपार्टमेंट, नई दिल्ली, वर्तमान में PIL चांपा)
इन दोनों के खिलाफ धारा 287, 289, 125 BNS के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों को 16 जुलाई को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।
तीन माह पहले हुआ था हादसा-
फर्नेस में 12 अप्रैल 2025 को सुबह 6 बजे रॉ मटेरियल चार्ज किया गया था। 8 बजे फर्नेस की इलेक्ट्रिकल केबल खराब होने से हीटिंग बाधित हो गई। मरम्मत के बाद दोपहर 3:30 बजे फर्नेस दोबारा शुरू किया गया। हीटिंग में व्यवधान के कारण ऊपरी सतह पर मोल्टन मेटल और स्लैग जम चुका था। श्रमिकों द्वारा पोकिंग करते समय फर्नेस से अचानक गर्म धातु और गैस तेजी से बाहर निकल पड़ी, जिससे हादसा हो गया।
मृत कर्मचारी-
अनूप कुमार चतुर्वेदी (मैनेजर) हैदराबाद स्थित अपोलो हॉस्पिटल में इनकी मृत्यु हुई।
सुरेश कुमार चंद्रा भिलाई अस्पताल में इनकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
कार्रवाई और जुर्माना-
घटना की जांच के लिए औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा निरीक्षक ने प्लांट का निरीक्षण किया और सुरक्षा मानकों की अनदेखी पाए जाने पर प्रबंधन पर 8 लाख रुपए का जुर्माना लगाया। पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडेय ने कहा है कि कामगारों की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वाले किसी भी जिम्मेदार अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। यह केवल दुर्घटना नहीं, एक गंभीर आपराधिक लापरवाही है।
केस की विवेचना जारी-
घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच जारी है। बाकी जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका भी जांच के दायरे में है।
