CG News: महिला टीआई और उसके डॉक्टर भाई की गुंडागर्दी: युवक की बेदम पिटाई, उल्टे रिपोर्ट भी दर्ज़ करा दी, वीडियो वायरल होने पर टीआई और परिजनों के खिलाफ केस हुआ दर्ज़
CG News: होली के दिन हुए मारपीट में पुलिस ने महिला टीआई के भाई की रिपोर्ट पर दूसरे पक्ष पर अपराध दर्ज किया था। पर दूसरे पक्ष के युवक को कार से घसीटते हुए ले जाने का सीसीटीवी होने के बाद भी अपराध दर्ज नहीं किया गया था। अब एसपी से शिकायत के बाद महिला टीआई,उनके भाई व भांजो के खिलाफ अपहरण का अपराध दर्ज हुआ है।
CG News: बिलासपुर। होली के दिन हुए मारपीट व कार से अपहरण के मामले में पुलिस ने महिला टीआई , उनके डॉक्टर भाई व भांजो के खिलाफ अपहरण का अपराध दर्ज किया हैं। होली के दिन मारपीट के मामले का वीडियो सामने आया था। बावजूद इसके पुलिस ने महिला टीआई के पक्ष की ही रिपोर्ट दर्ज की थी जबकि दूसरे पक्ष का वीडियो होने के बाद भी अपराध दर्ज नहीं किया गया था। मामला मीडिया में आने व एसपी रजनेश सिंह से शिकायत के बाद महिला टीआई व उनके रिश्तेदारों पर अपराध दर्ज किया गया है। मामला सकरी थाना क्षेत्र का है।
उसलापुर के गीता पैलेस के पास रहने वाले दुर्गेश सिंह राजपूत डॉक्टर है। वह अपने दो भांजो, आईजी ऑफिस बिलासपुर में पदस्थ टीआई बहन किरण राजपूत के साथ होली खेलने परिचित के घर होली के दिन गए हुए थे। होली खेल कर दोपहर करीबन तीन बजे वापस आ रहे थे। बीच में उन्होंने एक मेडिकल से दवाई ली फिर आगे बढ़े। जब वे आकांक्षा पैलेस के पास पहूंचे तो कुछ युवक बीच सड़क पर दो कार खड़ी कर होली खेल रहे थे। उन्होंने हॉर्न बजाया पर कार हटाने में थोड़ी देर होने पर कार में बैठी महिला टीआई किरण सिंह राजपूत के द्वारा पुलिसिया पावर के नशे में चूर होकर चिल्लाते हुए कहा कि इनको गाड़ी से बेसबाल निकाल कर पीट कर भगाओ। शिकायतकर्ता विवेक चतुर्वेदी ने अपनी एफआईआर में बताया है कि किरण राजपूत के कहने पर दुर्गेश सिंह राजपूत, यदुनंदन सिंह राजपूत, नीरज सिंह राजपूत के द्वारा गाड़ी से बेस बाल निकाल कर आए और मेरे दोस्त एवं साथी चिंटू को पटक कर नीचे गिरा दिया एवं मैं छुड़ाने गया तो मेरे ऊपर बेसबाल से हमला कर मुझे भी घायल कर दिया। मेरे दाएं हाथ की कोहनी बाएं हाथ में एवं पीठ में काफी चोटें आई। जिसके बाद मैं भागा और कार में बैठी किरण सिंह राजपूत से कहा कि हम लोग एक ही मोहल्ले में रहते हैं,होली के दिन ऐसा क्यों कर रही हैं आप!
विवेक चतुर्वेदी ने अपनी शिकायत में बताया कि किरण राजपूत से निवेदन करने पर उसने चिल्लाते हुए कहा कि इसको कार के अंदर खींच कर ले चलो तब किरण सिंह राजपूत, नीरज सिंह राजपूत, मुझे गाड़ी के अंदर खींच लिए एवं दुर्गेश सिंह गाड़ी स्टार्ट करके मेरा अपहरण करके ले जाने लगा तभी मैं किसी तरह गाड़ी में से अपनी जान बचाकर 100 मीटर गाड़ी के साथ घसीटते हुए गया और गिरा जिसके कारण मेरी जान पर बन आई थी। घटना का सीसीटीवी भी उपलब्ध है।
दुबारा हुई मारपीट,पुलिस वालों पर दर्ज नहीं हुई एफआईआर:–
पीड़ित ने अपनी शिकायत में बताया है कि जब मैं डर कर अपने घर जाने लगा तभी सफेद रंग की हुंडई कार एवं होंडा सिटी कार के द्वारा जबरन मेरा रास्ता रोका गया तब मैं डर कर अपनी जान बचाने के लिए अपनी गाड़ी को वापस रिवर्स लेकर भागा तब मेरी कार को पीछे से जोरदार ठोकर मारी गई। इस दौरान पुलिस वाले भी आ चुके थे। पुलिस वालों के सामने दुर्गेश सिंह राजपूत, रघुनंदन सिंह राजपूत, नीरज सिंह राजपूत के द्वारा किरण सिंह राजपूत के कहने पर मेरे ऊपर फिर से पुलिस वालों के सफेद पाइप वाले डंडे से मारपीट किए। पुलिस वालों ने भी किरण राजपूत के कहने पर हाथ, लात व पाइप से मारपीट किया। उक्त घटना को उनके दोस्तों ने देखा है। बावजूद इसके मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों पर अब तक अपराध दर्ज नहीं किया जा सका है।
पुलिस ने की एकपक्षीय एफआईआर, एसपी के निर्देश पर अपराध दर्ज–
पुलिस ने डॉक्टर दुर्गेश राजपूत की शिकायत पर राहुल सिंह,योगेश देवांगन, आकाश साहू, सुदीप यादव, रामपाल कुशवाहा, महेंद्र शर्मा, शैलेंद्र सिंह, विवेक चतुर्वेदी एवं अन्य के खिलाफ धारा 147,294,506,323,341,427,336 के तहत अपराध दर्ज कर लिया था। जबकि दूसरे पक्ष के द्वारा भी शिकायत थाने में देते हुए सीसीटीवी भी सौंपी गयी। । युवकों का आरोप है कि सीसीटीवी फूटेज लेकर पहुंचने पर भी महिला निरीक्षक का मामला होने के चलते पुलिस ने हमारी शिकायत में अपराध दर्ज नहीं की। सकरी टीआई के द्वारा जांच का हवाला देकर हमें चलता सीसीटीवी होने के बावजूद चलता कर दिया गया। जबकि दूसरे पक्ष से शिकायत लेकर कई गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज कर लिया गया। जिसके बाद एसपी रजनेश सिंह से युवकों ने शिकायत की। एसपी ने उन्हें जांच के बाद कार्यवाही का आश्वासन दिया। जांच के बाद एसपी के निर्देश पर सकरी थाने में आईजी ऑफिस में पदस्थ निरीक्षक किरण सिंह राजपूत, उनके भाई डॉक्टर दुर्गेश सिंह राजपूत,उनके भांजो यदुनंदन सिंह व नीरज सिंह के खिलाफ रास्ता रोकने,मारपीट, जान से मारने की धमकी व अपहरण की धाराओं में अपराध दर्ज कर लिया गया है। हालांकि अभी तक किसी भी आरोपी को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार नहीं किया है।